सोना होने वाला है 4.25% महंगा, इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने का असर
भारत का सोने का आयात वर्ष 2021 में 1,067.72 टन रहा, जो कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2020 के दौरान 430.11 टन था.
सोने के बढ़ते आयात (Gold Import) और चालू खाता घाटा (CAD) को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार ने सोने पर आयात शुल्क (Import Duty on Gold) बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया है. पहले यह 10.75 प्रतिशत था. शुल्क में बदलाव 30 जून 2022 से प्रभाव में आया है. इससे पहले सोने पर मूल सीमा शुल्क 7.5 प्रतिशत था, जो अब 12.5 प्रतिशत होगा. इस पर 2.5 प्रतिशत का कृषि अवसंरचना विकास उपकर रहेगा. इस तरह सोने पर प्रभावी सीमा शुल्क अब 15 प्रतिशत होगा. सोने पर आयात शुल्क बढ़ने की खबर आने के बाद दिल्ली में सोने का हाजिर भाव (Spot Gold Price) शुक्रवार को 1,088 रुपये बढ़कर 51,458 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया.
सोने के आयात में एकाएक तेजी आई है और मई में कुल 107 टन सोने का आयात किया गया, वहीं जून में भी सोने का उल्लेखनीय आयात हुआ. वित्त मंत्रालय ने कहा कि सोने का आयात बढ़ने से चालू खाता घाटे पर दबाव बढ़ रहा है. भारत, दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है. भारत अपनी सोने की मांग का अधिकतर हिस्सा आयात के जरिए पूरा करता है. इससे रुपये पर दबाव पड़ता है. सोने के आयात के लिए मूल्य डॉलर में होता है और क्योंकि डॉलर के मुकाबले रुपये का मूल्य कम है, इसलिए जितना ज्यादा आयात किया जाएगा उतना ही रुपया देश से बाहर जाएगा. इससे चालू खाता घाटा बढ़ रहा है.
ग्राहक के लिए कितना महंगा हो जाएगा सोना
दि बुलियन & ज्वेलर्स एसोसिएशन, कूंचा महाजनी, दिल्ली के चेयरमैन योगेश सिंघल का कहना है कि सरकार ने 1 जुलाई से सोने पर आयात शुल्क 7.50% से बढ़ाकर 12.5% कर दिया है. इस पर 2.5% सेस व 3.00% जीएसटी के साथ अब कुल मिलाकर 18% सरकारी कर हो गया है. यह पहले 10.75% +3% यानी कुल 13.75% था. सोने पर आयात शुल्क में बढ़ोतरी के बाद ग्राहक के लिए सोने का भाव सीधा 4.25% बढ़ेगा. यानी सोना 2250 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा मिलेगा.
गोल्ड ज्वेलरी के निर्यात पर आयकर में मिले छूट
उन्होंने आगे कहा कि देश मे पहली बार शायद चांदी को छोड़कर केवल सोने पर ही आयात शुल्क बढ़ाया गया है. गोल्ड इंडस्ट्री पहले ही मंदी की मार झेल रही है. ऐसे में सरकार को पहले की तरह सोने की ज्वेलरी के निर्यात पर आयकर में छूट देनी चाहिए ताकि विदेशी करेंसी देश मे आ सके और भारतीय करेंसी मजबूत हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि आयात शुल्क बढ़ जाने से सोने की अवैध बिक्री बढ़ सकती है. अब बॉर्डर के रास्ते अवैध सोना लाने वालों को 2.25 लाख रुपये प्रति किलो ज्यादा मुनाफा मिलेगा. अगर आयात किए गए सोने का भाव इतना ही महंगा होगा तो ग्राहक उस सोने की तरफ आकर्षित होगा.
पिछले साल जमकर खरीदा था सोना
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार साल 2021 में भारत ने एक दशक का सबसे अधिक सोना खरीदा. रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (GJEPC) के मुताबिक, भारत का सोने का आयात वर्ष 2021 में 1,067.72 टन रहा, जो कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2020 के दौरान 430.11 टन था. वर्ष 2021 में सोने का आयात वर्ष 2019 के 836.38 टन के आयात से 27.66 प्रतिशत अधिक रहा है. जीजेईपीसी के मुताबिक, पिछले साल स्विट्जरलैंड से सबसे अधिक, 469.66 टन सोना आयात किया गया. इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से 120.16 टन, दक्षिण अफ्रीका से 71.68 टन और गिनी से 58.72 टन सोने का आयात किया गया.