शहीदों के लिए 110 करोड़ की पेशकश करने वाले हामिद के दावों में है कितनी सच्चाई?
बीते माह पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले से पूरा देश सदमें में आ गया था। इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरा देश शहीदों के शोकाकुल परिजनों के साथ खड़ा रहा और उनकी मदद के लिए भी हरसंभव प्रयास किए गए। देश के लोगों ने गृह मंत्रालय द्वारा शहीदों के परिजनों की मदद के लिए बनाए गए 'भारत के वीर' पोर्टल पर 80 करोड़ से भी ज्यादा रुपये दान किए। लेकिन हाल ही में मुंबई के एक कथित वैज्ञानिक और खुद को बिजनेसमैन बताने वाले मुर्तजा एच हामिद नाम के शख्स ने शहीदों के परिजनों के लिए अकेले 110 करोड़ की मदद करने का प्रस्ताव देकर सबको हैरत में डाल दिया।
हामिद ने मीडिया से बात करते हुए यह दावा किया कि वे वैज्ञानिक हैं और उन्होंने कई सारी तकनीकें विकसित की हैं जिनकी मदद से आतंकी हमले रोके जा सकते हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर सरकार उनकी तकनीक को अपनाती तो पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को नाकाम किया जा सकता था। किसी भी शख्स द्वारा 110 करोड़ रुपये की बड़ी रकम दान करने की रकम से हैरत में पड़ जाना लाजिमी था इसलिए योरस्टोरी ने हामिद से संपर्क करके उनसे बात करने की कोशिश की।
योरस्टोरी से बातचीत में हामिद ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी से मिलकर 110 करोड़ रुपये दान करने का फैसला किया है और पीएमओ को ईमेल लिखकर समय मांगा था। उन्होंने हमें बताया कि अभी कागजी कार्यवाही चल रही है और जल्द ही वे पीएम मोदी से मिलेंगे। हालांकि योरस्टोरी ने जब उनसे पूछा कि उनका बिजनेस क्या है तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह उनका निजी मसला है और वे इसकी जानकारी नहीं दे सकते हैं कि वे कौन सा व्यवसाय करते हैं और कैसे उनके पास इतने पैसे आए।
इससे पहले भी हामिद कई तरह के दावे कर चुके हैं जो आज तक पूरे नहीं हुए। चंबल संदेश अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक हामिद ने पहले कोटा में स्टार अस्पताल बनवाने के लिए 250 करोड़ रुपये और 151 बेरोजगारों को मुफ्त में ट्रक देने की घोषणा भी की थी। इतना ही नहीं उन्होंने स्कूल बनवाने के लिए 1 करोड़ दस लाख रुपये का चेक दिया था, लेकिन ये बाउंस हो गया।
अगर हम उनके वित्तीय लेनदेन की बात करें तो उन्होंने एक व्यापारी से 18.5 लाख रुपये उधार में लिए थे जिसके बदले उन्होंने व्यापारी को चेक दिया जो कि बाउंस हो गया। अखबार के मुताबिक उन्होंने करीब साढ़े पांच लाख रुपये की राशि उधार में ली थी जो कि अभी तक नहीं चुकाई है। वहीं हामिद के करीबी जानकारों का तो यहां तक कहना है कि वो जन्मांध अंधे नहीं हैं बल्कि उन्हें सिर्फ रात में देखने में परेशानी होती है और दिन में वे 10 फीट की दूरी तक देख सकते हैं। अखबार ने जब उनके परिवार से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि हामिद काफी पहले कोटा छोड़कर मुंबई जा बसे थे और फिर वापस नहीं लौटे। अब वे इन घोषणाओं को कैसे पूरा करेंगे ये तो वही बता सकते हैं।
हामिद ने योरस्टोरी से बात करते हुए कहा कि वे एक खोजकर्ता हैं और उन्होंने कई खोजें की हैं। हमने उनसे आगे बात करने की कोशिश की तो वे भड़क गए और ट्रैफिक में होने का वास्ता देकर बाद में बात करने की बात कही। हम हामिद के ट्विटर हैंडल पर गए तो वहां हमें कुछ अजीब और हैरान कर देने वाले वीडियो और ट्वीट मिले। हमें एक वीडियो मिला जिसमें उन्होंने सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। उस वीडियो में हामिद अपनी जान देने की बात कह रहे हैं और इसके लिए सरकार को जिम्मेदार बता रहे हैं। आप उस वीडियो को यहां देख सकते हैं-
हामिद की 110 करोड़ रुपये दान करने की बात में कितनी सच्चाई है इसका वक्त आने पर ही पता चलेगा लेकिन उनके दावों से कई तरह के सवाल खड़े होते हैं। वैसे शहीदों के परिजनों की मदद के लिए सरकार ने कई सारी व्यवस्थाएं कर रखी हैं। भारत के वीर पोर्टल के जरिए भी दान दिया जा सकता है।
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