हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल का शेयर मार्केट में जबर्दस्त डेब्यू, 36% प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ शेयर
हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल के IPO के तहत प्राइस बैंड 314-330 रुपये रहा था.
हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल लिमिटेड (Harsha Engineers International Ltd.) की सोमवार को शेयर बाजार में लिस्टिंग हो गई और यह अच्छी रही. कंपनी का शेयर बीएसई पर 444 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ, जो इसके आईपीओ इश्यू प्राइस के अपर बैंड से 34.5 प्रतिशत ज्यादा है. हर्षा इंजीनियर्स के आईपीओ के तहत प्राइस बैंड 314-330 रुपये रहा था. वहीं एनएसई पर शेयर 450 रुपये पर लिस्ट हुआ, जो 36.4 प्रतिशत ज्यादा है.
इतना ही नहीं लिस्टिंग के बाद हर्षा इंजीनियर्स का शेयर दोपहर 11.30 बजे तक एनएसई पर 43.56 प्रतिशत चढ़कर 473.75 रुपये और बीएसई पर 44.36 प्रतिशत उछलकर 476.40 रुपये पर पहुंच चुका था.
755 करोड़ रुपये का IPO
‘बेरिंग केज’ बनाने वाली हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल का आईपीओ (Harsha Engineers International IPO) 14 सितंबर को खुला था और 16 सितंबर को बंद हुआ था. कंपनी ने अपने 755 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए प्रति शेयर 314 से लेकर 330 रुपये तक का प्राइस बैंड तय किया. कंपनी ने अपने निर्गम के तहत 455 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 300 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव यानी ऑफर फॉर सेल (OFS) रखा.
आखिरी दिन 74.70 गुना सब्सक्रिप्शन
आईपीओ को संस्थागत खरीदारों की भारी मांग के चलते शुक्रवार को निर्गम के आखिरी दिन 74.70 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. एनएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, आइपीओ के लिए 1.68 करोड़ शेयरों की पेशकश पर 125.96 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. पात्र संस्थागत खरीदार (क्यूआईबी) खंड में सबसे अधिक 178.26 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जबकि गैर-संस्थागत निवेशक श्रेणी में 71.32 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. वहीं खुदरा व्यक्तिगत निवेशक (आरआईआई) खंड को 17.63 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल के आईपीओ को निर्गम के पहले दिन पूर्ण सब्सक्रिप्शन मिला था.
25 से ज्यादा देशों में सेवाएं
हर्षा इंजीनियरिंग, ऑटोमोटिव, एविएशन, एयरोस्पेस, रेलवे, कंस्ट्रक्शन, रिन्युएबल एनर्जी, एग्रीकल्चर आदि समेत विभिन्न जियोग्राफीज व एंड यूजर इंडस्ट्रीज में विविध प्रकार के इंजीनियरिंग प्रॉडक्ट्स की पेशकश करती है. कंपनी 25 से ज्यादा देशों में अपनी सेवाएं देती है. वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी का मुनाफा 91.94 करोड़ रुपये और रेवेन्यु 1321.48 करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का मुनाफा 45.44 करोड़ रुपये और रेवेन्यु 876.73 करोड़ रुपये रहा था. आईपीओ से प्राप्त होने वाली आय का इस्तेमाल कंपनी ऋण भुगतान, मशीनरी की खरीद के लिए कार्यशील पूंजी और मौजूदा उत्पादन सुविधाओं के बुनियादी ढांचे की मरम्मत के लिए करेगी.
हर्षा इंजीनियर्स इंटरनेशनल का दावा है कि 2020 में इंडियन बियरिंग केजेस मार्केट के ऑर्गेनाइज्ड सेगमेंट में उसका मार्केट शेयर 50 प्रतिशत था. वहीं पीतल, स्टील और पॉलीऐमाइड केजेस के लिए ग्लोबल ऑर्गेनाइज्ड बियरिंग केजेस में मार्केट शेयर 5.2 प्रतिशत रहा था.
Edited by Ritika Singh