हिमाचल के स्पीति में खुला सबसे ऊंचा EV चार्जिंग स्टेशन, अब इको-फ्रेंडली होगी रोड-ट्रिप!
हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में दुनिया का सबसे ऊंचा EV चर्जींग स्टेशन स्थापित किया गया है. पर्यटन को इको-फ्रेंडली बनाने की दिशा में उठाया गया यह कदम पर्यावरण के हित में है. काजा में स्थापित यह चर्जींग स्टेशन दुनिया में अब तक का सबसे ऊंचा चार्जिंग स्टेशन है. ये समुद्रतल से 3600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. चार्जिंग स्टेशन काज़ा में होटल डेजर के पास लगाया गया है. काजा लेह से अधिक ऊंचाई पर स्थित है, जहां सर्दियों में तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर जाता है.
चर्जींग स्टेशन पुणे की एक कंपनी गोईगोनेटवर्क (goEgoNetwork) द्वारा लगाया गया है. कंपनी ने यहां दो और चार पहिया वाहनों के लिए दो EV चार्जर स्थापित किए हैं. इस चार्जिंग स्टेशन पर Bharat AC और Dual Socket Type के दो EV Charger हैं. साथ ही साथ घाटी में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कंपनी ने स्थानीय प्रशासन को दो इलेक्ट्रिक स्कूटर भी उपलब्ध कराए हैं.
इस अवसर पर दो महिला राइडर ने इलेक्ट्रिक स्कूटर पर मनाली से काजा तक की यात्रा की. पर्यावरण को साफ़ रखने के अलावा यह पहल इस मिथक को तोड़ने में भी मदद करेगी कि इलेक्ट्रिक वाहनों पर लंबी दूरी की यात्रा कवर नहीं की जा सकती हैकाजा में लगे चार्जिंग स्टेशन से तय की गई दूरी का अनुमान लगाने के लिए इन दो राइडर ने मनाली से काजा तक इलेक्ट्रिक स्कूटर पर राइडिंग की. राइडर्स के अनुसार, 4,551 मीटर में फैले कुंजुम दर्रा पार करते समय ई-स्कूटर को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा. उन्होंने कहा कि मनाली से काजा तक 320 किमी की दूरी उन्होंने तीन से चार पॉइंट पर स्कूटर को चार्ज करके तय की है.
सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पर्यटक अक्सर स्पीति घाटी में EV चार्जिंग स्टेशनों की कमी की शिकायत करते हैं. इसलिए घाटी में पहला स्टेशन लगाया गया है. अगर स्टेशन को अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है तो ऐसे और स्टेशन स्थापित किए जाएंगे.
कंपनी ने कहा कि इनका लक्ष्य सरकार के देश को 100 फीसदी EV नेशन बनाने के साथ है. इसलिए ही हम लम्बी-दुरी की यात्राओं को स्ट्रेस-फ्री बनाने की परिकल्पना में जुटे हैं. हमारा लक्ष्य है देश के हर पॉपुलर जगहों, शहरों में EV चर्जींग स्टेशन बनाना है. .
(फीचर इमेज क्रेडिट: @goegonetwork)