ईमानदारी का पाठ पढ़ाने के लिए भारत में पहली बार खुलीं 19 ऑनेस्टी शॉप्स
भारत में बाजार भी ईमानदारी का पाठ पढ़ाने लगेंगे, ऐसा कभी किसी ने सोचा न होगा लेकिन कभी पंजाब के गांव भारू के एक सरकारी मिडिल स्कूल के एक हेड मास्टर के अनोखे प्रयोग का अब देश के कई राज्यों यूपी, हरियाणा और राजस्थान तक विस्तार हो चुका है। राजस्थान के तीन जिलों में तो 19 'ऑनेस्टी शॉप्स' खुल गई हैं।
अगस्त 2014 की बात है। मानसा (पंजाब) में कस्बा गिद्दड़बाहा से करीब 10 किलोमीटर दूर गांव भारू के सरकारी मिडिल स्कूल में शिक्षकों ने बच्चों के चरित्र में शुरू से ही सच्चाई के बीज बोने के लिए एक अनूठा प्रयोग किया था, जिसे नाम दिया- 'ईमानदारी की हंट्टी'।
प्रयोग कुछ इस तरह शुरू हुआ- स्कूल में प्रवेश करते ही हेड मास्टर के कक्ष के सामने छोटे से कमरे के दरवाजे पर रखी टेबल पर नजर जाती, जिस पर कॉपी, बॉलपेन, पेंसिल, स्केल, रबर, शॉर्पनर, स्केच पेन आदि सजे होते, वही एक गुल्लक भी, दरवाजे के ऊपर दीवार पर लिखे तीन शब्द - 'ईमानदारी की हंट्टी'। कोई सेल्समैन नहीं। बच्चों को स्टेशनरी के जिस सामान की जरूरत हो, टेबल से सामान उठाकर गुल्लक में रेट लिस्ट के अनुसार पैसे डाल दें।
अब अच्छा नागरिक बनाने की एक दिलचस्प शुरुआत बड़े पैमाने पर देश में पहली बार जेसीआई 'ऊर्जा' की पहल पर बूंदी (राजस्थान) से हुई है। बूंदी में आठ, कोटा में छह, जोधपुर में पांच 'ऑनेस्टी शॉप्स' नाम से दुकानें खुल गई हैं। उनमें कोई दुकानदार नहीं। ग्राहक रुपए रखकर सामान ले जाएं। इसका भी उद्देश्य लोगों का चरित्र सुधारना है। प्रदेश में सालभर में ऐसी 10 हजार दुकानें और खोलने की तैयारी है।
फिलहाल, प्रदेश के तीन जिलों बूंदी, कोटा, जोधपुर में 19 दुकानें खुली हैं।
ईमानदारी का पाठ पढ़ाने के लिए बूंदी में इंटीग्रिटी डे पर पहले दिन आठ क्षेत्रों में ऐसी दुकानें खोली गईं। अलग-अलग स्कूल-कॉलेजों में भी इंटीग्रिटी की शपथ दिलाई गई। इन शॉप्स पर दस रुपए तक की कीमत के कई प्रकार के सामान उपलब्ध कराए जा रहे। इन दुकानों पर सामान के साथ फुटकर पैसे भी रखे रहते हैं ताकि ग्राहक को छुट्टा की असुविधा न हो।
इस तरह की ऑनेस्टी शॉप कुडोस इंटरनेशनल स्कूल, गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज, पीजी कॉलेज, महात्मा गांधी स्कूल कॅरिअर पब्लिक स्कूल, इम्मानुअल सीसै स्कूल, महारानी गर्ल्स स्कूल और रेडक्रॉस के बाहर, केके हॉस्पिटल में भी लगाई गई हैं।
ऑनेस्टी शॉप्स पर बिक्री के मामले में बूंदी पहले, कोटा दूसरे नंबर पर रहा। कोटा में छह और जोधपुर में पांच ऑनेस्टी शॉप्स लगाई गईं। ऑनेस्टी शॉप में पेन, पेंसिल, रबर, कटर, चिप्स, बिस्किट्स सहित खाने-पीने की चीजें भी रखी जा रही हैं। बूंदी में ऑनेस्टी शॉप्स लगाने में जेसीआई ऊर्जा की स्थानीय अध्यक्ष ख्याति भंडारी, श्वेता भंडारी, नंदिनी विजय, नितिका माथुर, पल्लवी गुप्ता, के अलावा अनुकृति विजय, रुचि दाधीच सोनल नवल आदि की सहभागिता रही।
जेसीआई इंडिया के राष्ट्रीय कार्यक्रम इंटेग्रिटी डे पर बुंदेलखंड (उ.प्र.) के राठ कस्बे के विभिन्न विद्यालयों में भी नैतिकता की शपथ दिलाने के साथ ही करीब आधा दर्जन विद्यालयों के हजारों छात्र-छात्राओं ने ऑनेस्टी शॉप के माध्यम से ईमानदारी का संदेश दिया। बच्चों ने किसी भी प्रकार की धोखेबाजी, असत्य, चोरी अथवा प्रलोभन आदि से दूर रहने का संकल्प लिया। उर्मिला देवी पूर्व माध्यमिक विद्यालय की ऑनेस्टी शॉप में बच्चों ने विभिन्न प्रकार के सामानों के स्टाल लगाए।
इसी तरह करनाल (हरियाणा) में जेसीआइ सिटी की ओर से समोरा गांव के मदर टेरेसा कान्वेंट स्कूल के प्रांगण में वर्ल्ड इंटीग्रिटी डे 800 बच्चों को ईमानदारी की शपथ दिलाई गई। जूनियर चैम्बर इंटरनेशनल इंडिया की ओर से जेसीआई हांसी स्टार ने अन्य 15 विद्यालयों के लगभग 12000 छात्र-छात्राओं को ईमानदारी का पाठ पढ़ाया।
राज्य के अन्य शहरों और गांवों के विद्यालयों में लगभग 5000 विद्यार्थियों और 2000 स्टाफ सदस्यों को ऐसी ही शपथ दिलाई गई।