कैसे अपनी आर्ट को करें NFT में कन्वर्ट? क्या कोडिंग जरूरी है?
किसी भी आर्ट को NFT में कन्वर्ट करने की प्रक्रिया न तो जटिल है, न ही महंगी और न ही तकनीकी. इसके लिए केवल क्रिएटिव स्किल और एक पर्सनल कंप्यूटर की जरूरत होती है. यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपनी आर्ट को NFT में कन्वर्ट कर सकते हैं, फिर इसे बेचकर ग़ज़ब का मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
NFT — Non Fungible Token सिर्फ एक टोकन ही नहीं, बल्कि आपके लिए कमाई और इंवेस्टमेंट का एक अच्छा जरिया भी हो सकता है.
इसे बेहद सरल भाषा में समझें, तो हम कहेंगे, NFT एक ऐसा तरीका है जिसके जरिए वर्चुअल चीजों (virtual assets) की डिजिटल खरीद फरोख्त की जाती है. कोई सामान आपके पास नहीं आता और वर्चुअल चीजें ही खरीदते हैं जो रेयर होती हैं दुनिया में उसका कोई दूसरा विकल्प नहीं होता है. क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) की पॉपुलैरिटी के साथ NFT भी पॉपुलर हो रहे हैं, क्योंकि ये भी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (blockchain technology) पर ही चलते हैं.
अमेरिका स्थित SkyQuest Technology की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, NFTs की ग्लोबल मार्केट वैल्यू 2021 में 15.70 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी. साल 2022 - 2028 के दरमियान 34.10% की CAGR (Compound Annual Growth Rate) के साथ 2028 तक इसके 122.43 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है.
यूं तो NFTs की कीमत का सटीक अंदाजा लगा पाना लगभग नामुमकिन है. इसकी विशेषता का डिजिटल वर्ल्ड में खास प्रभाव है. किसी नायाब़ वस्तु का मालिक होना, और सर्टिफिकेट हासिल करना, अपने आप में बड़ी बात है.
अब अगर आप भी एक आर्टिस्ट हैं और अपनी किसी भी आर्ट को NFT में तब्दील करना चाहते हैं, तो आप एकदम सही जगह हैं... आज यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपनी आर्ट को NFT में कन्वर्ट कर सकते हैं, फिर इसे बेचकर ग़ज़ब का मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
किसी भी आर्ट को NFT में कन्वर्ट करने की प्रक्रिया न तो जटिल है, न ही महंगी और न ही तकनीकी. इसके लिए केवल क्रिएटिव स्किल और एक पर्सनल कंप्यूटर की जरूरत होती है.
यहां इस बात पर भी गौर किया जाना चाहिए कि न केवल तस्वीरों को... बल्कि गाने, वीडियो, GIF (Graphics Interchange Format) और दूसरे डिजिटल आइट्म्स को भी NFT में कन्वर्ट किया जा सकता है. इसलिए, सबसे पहले, आपको अपने इंटरेस्ट के मुताबिक आर्ट का फिल्ड चुनने की ज़रूरत है जो आपको सबसे अच्छा लगे. इसके आधार पर, आप समझ पाएंगे कि एक अच्छा NFT क्रिएटर बनने के लिए आपको किस तरह की स्किल्स चाहिए होंगी.
इसे एक उदाहरण से समझते हैं. फर्ज कीजिए कि आप एक ग्राफिक आर्टिस्ट हैं. ऐसे में, आपको Adobe Illustrator, Adobe Photoshop, MS Paint, CorelDraw और इसी तरह के ग्राफिक एडिटिंग टूल्स का इस्तेमाल करने की ज़रूरत होगी. आप 3D मॉडलिंग जैसे अल्टरनैटिव ऑप्शंस को भी ट्राई कर सकते हैं, जो बिगिनर्स के लिए आसां नहीं माने जाते. यदि आप 3D एनिमेशन चुनते हैं, तो आपसे एनिमेटेड ग्राफिक्स और कैरेक्टर्स को डिज़ाइन करने के लिए Blender या Cinema 4D जैसे 3D मॉडलिंग टूल्स का इस्तेमाल करने की अपेक्षा की जाएगी, जिन्हें बाद में NFT में कन्वर्ट कर दिया जाएगा.
उसके बाद, आपको अपनी सिंगल आर्टवर्क या फिर पूरे कलेक्शन के लिए एक यूनिक आइडिया के साथ आना होगा और उस कंटेंट के बारे में सोचना होगा जिसमें यह आखिर में कन्वर्ट की जाएगी.
क्या NFT के लिए कोडिंग जरूरी है?
बिना कोडिंग के डिजिटल आर्ट से NFT बनाना बेहद आसान है. NFT क्रिएट करने के प्रोसेस को मिंटिंग (minting) कहा जाता है. यह मूल रूप से ब्लॉकचेन पर टोकन का एक यूनिक आइटम पब्लिश करने का काम है. एक बार NFT क्रिएट हो जाने के बाद इसे प्रचलन लाया जाता है, ठीक वैसे ही जैसे धातु के सिक्के बनाए जाते हैं और फिर उन्हें प्रचलन में लाया जाता है.
इस प्रोसेस के पूरा होने के बाद, वह डिजिटल आर्ट सिक्योर और टेंपर-प्रूफ हो जाता है. इसके मतलब है कि इसके साथ छेड़छाड़ करना मुश्किल हो जाता है. चूंकि यह डिजिटल आइटम NFT बन गया है, इसे अब खरीदा, बेचा और डिजिटल रूप से ट्रैक किया जा सकता है जब इसे रिसेल या रिकलेक्ट किया जाता है.
आर्टिस्ट के लिए, NFT को डिजिटल आर्ट में कन्वर्ट करना उनके काम को निष्पक्ष रूप से मॉनेटाइज करने का नया तरीका है. अधिकांश NFT मार्केटप्लेस पर, आर्टिस्ट मिंटिंग पर रॉयल्टी क्लॉज प्रोग्राम कर सकते हैं ताकि उनके काम की सैंकंडरी सेल उनके लिए पैसिव इनकम जनरेट कर सके. यदि आर्टवर्क की डिमांड बढ़ जाती है और यह फेमस हो जाती है और इसकी वैल्यू बढ़ती है, तो आर्टिस्ट इससे बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं.
अब अगर, आप पहले से ही इस सेक्टर में खिलाड़ी हैं और NFT डेवलपर बनना चाहते हैं तो आप खुद NFT की कोडिंग में हाथ आजमा सकते हैं. NFT प्रोग्रामिंग में गहराई से गोता लगाने के लिए, आपको यह ध्यान रखना होगा कि NFT के डेवलपमेंट पर अभी भी एथेरियम नेटवर्क (Ethereum network) का एक छत्र राज है.
NFT डेवलपमेंट के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जनरल कोडिंग लैंग्वेज सॉलिडिटी (Solidity) है, जिसे एथेरियम ब्लॉकचेन (Ethereum blockchain) पर चलने वाले स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स को तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. दूसरी लैंग्वेजेज Javascript और HTML/CSS हैं. इसके अलावा, इंटरप्लानेटरी फाइल सिस्टम (InterPlanetary File System) का उपयोग आमतौर पर आर्टिस्ट्स के NFT को स्टोर करने के लिए किया जाता है.