लेमनग्रास की खेती से होगा 4-5 लाख रुपये का मुनाफा, खर्चा मुश्किल से आएगा 20-25 हजार रुपये
अगर आप किसान हैं और मोटी कमाई करनी है तो लेमनग्रास की खेती कर सकते हैं. इसमें एक बार फसल की बुआई करने के बाद 5-7 सालों तक पैदावार पा सकते हैं. आपको 4-5 लाख रुपये का मुनाफा हर साल होगा.
आज के जमाने में किसान सिर्फ परंपरागत खेती तक सीमित नहीं है. अब वह सिर्फ गेहूं, धान, मक्का, जौ, बाजरा, गन्ना आदि नहीं उगा रहे, बल्कि कई खास तरह की खेती भी कर रहे हैं. अगर आपको अन्य किसानों से अधिक मुनाफा कमाना है तो कुछ हटकर खेती करनी होगी, ताकि आपको अच्छा भाव मिल सके. ऐसी ही एक खेती है नींबू घास यानी लेमन ग्रास (LemonGrass Farming) की, जिसकी खेती से किसान तगड़ी कमाई कर सकते हैं. यह किसानों के लिए किसी बिजनेस आइडिया (Business Idea) से कम नहीं है. आइए जानते हैं कैसे की जाती है लेमन ग्रास की खेती (How to do LemonGrass Farming) और कितना मुनाफा (profit in LemonGrass Farming) कमाया जा सकता है.
कब और कैसे की जाती है लेमन ग्राम की खेती
बात अगर लेमन ग्रास की बुआई की करें तो इसके लिए सबसे अच्छा वक्त होता है बरसात का. इस दौरान खेतों में पानी और हवा में आद्रता खूब होती है साथ ही पौधों को धूप भी मिलती है. ऐसी स्थिति में पौधे बड़ी आसानी से बड़े होते हैं. अगर आप एक हेक्टेयर में लेमन ग्रास की खेती करते हैं तो इसकी बुआई में आपकी करीब 50 हजार रुपये की लागत आ जाएगी. उसके बाद कई सालों तक आपको बुआई नहीं करनी होगी.
लेमन ग्रास लगाने के बाद पहली फसल करीब 6 महीने में काटने लायक हो जाती है. उसके बाद आप साल में 4-5 बार लेमनग्रास से हार्वेस्टिंग ले सकते हैं. इसकी एक अच्छी बात ये भी है कि अगर आपने इसकी सही से देखभाल की तो 5-7 साल तक आप पैदावार लेते रह सकते हैं. यानी करीब 7 सालों तक आपको दोबारा लेमनग्रास लगाने की जरूरत नहीं होती है.
कितना मुनाफा देती है ये खेती?
एक हेक्टेयर में एक बार में करीब 12-13 टन तक लेमनग्रास निकल जाती है. पहले 6 महीने छोड़ दें तो उसके बाद हर एक साल में आप करीब 5 बार फसल काट सकते हैं. यानी 60-65 टन लेमनग्रास आसानी से एक साल में हासिल की जा सकती है. एक टन घास से करीब 5 लीटर तेल निकलता है यानी 65 टन से आपको करीब 325 लीटर तेल मिलेगा. बता दें कि यह तेल 1200-1500 रुपये प्रति लीटर आसानी से बिक जाता है. इसका मतलब हुआ कि हर साल आपको 4-5 लाख रुपये की कमाई लेमनग्रास से हो जाएगी.
बात अगर खर्चे की करें तो सबसे पहले बुआई की लागत को 5 सालों में बांटना होगा. मतलब बुआई में आपका हर साल औसत खर्च 10 हजार रुपये निकलता है. वहीं लेबर से कटाई, निराई-गुड़ाई आदि का भी खर्च जोड़ें तो ये करीब 20-25 हजार रुपये हो जाता है. यानी साल भर में सिर्फ 20-25 हजार रुपये खर्च कर के आप 4-5 लाख रुपये मुनाफे वाली खेती कर सकते हैं. हालांकि, अगर जमीन आपकी अपनी नहीं है और आपके पास तेल निकालने की मशीन नहीं है तो आपका मुनाफा थोड़ा कम हो जाएगा.
लेमनग्रास की खेती के हैं कई फायदे
अगर आप लेमनग्रास की खेती करने की सोच रहे हैं तो आपको बता दें इस खेती का सबसे बड़ा फायदा ये है कि ये सूखे इलाकों में भी अच्छी पैदावार देती है. इसे बहुत अधिक सिंचाई की जरूरत नहीं होती. अच्छे रख-रखाव के लिए साल में 3-4 बार निराई-गुड़ाई कर दें तो आपको लंबे वक्त तक पैदावार मिलेगी. अगर पैदावार अच्छी और घनी हो जाती है निराई-गुड़ाई का खर्च और भी कम हो जाएगा, क्योंकि छांव की वजह नीचे घास नहीं जमती है.
लेमनग्रास की खेती में रोपाई करने से पहले ही खाद डाली जाती है. उसके बाद आपको खेत में खाद डालने की जरूरत नहीं होती है. इस फसल में रोग भी बहुत कम लगते हैं, ऐसे में आपका कीटनाशक पर होने वाला खर्च भी काफी बचता है. इस फसल की एक और अच्छी बात ये है कि इसे जंगली जानवर भी नहीं खाते. ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी पत्तियों का स्वाद कड़वा होता है. ऐसे में जंगली जानवरों से फसल को नुकसान भी नहीं होता है.
लेमनग्रास के फायदे भी जान लें
इसका सबसे अधिक इस्तेमाल कॉस्मेटिक्स इंडस्ट्री में होता है. इसके अलावा सुंगधित एरोमा आदि में भी ये तेल खूब इस्तेमाल किया जाता है. कई ऐसी कंपनियां हैं जो अपने साबुन और डिटरजेंट में भी लेमनग्रास का इस्तेमाल करती हैं. इनके अलावा दवाओं के व्यापारी भी लेमनग्रास खरीदते हैं और अच्छी कीमत भी चुकाते हैं. बता दें कि अगर आपके पास से लेमनग्रान का तेल निकाल कर बेचे जाने की खबर ऐसे व्यापारियों को मिल जाती है तो वह खुद आपको पास आकर तेल खरीदकर ले जाते हैं.