लाल-पीली शिमला मिर्च से होगा तगड़ा मुनाफा, जानिए कैसे करें इसकी खेती और कमाएं लाखों
अगर किसान कैश क्रॉप की तरफ ध्यान देंगे तो तगड़ा फायदा होने की उम्मीद है. हरी शिमला मिर्च के मुकाबले लाल और पीली शिमला मिर्च काफी महंगी बिकती है. इस बेल पेपर भी कहा जाता है, जो आपका तगड़ा मुनाफा करा सकते हैं.
अक्सर ही ये सुनने को मिलता है कि खेती (Agriculture Business Idea) में भारी नुकसान होता है. अगर आप किसान हैं और सिर्फ परंपरागत चीजों की ही खेती करते हैं तो आपको नुकसान हो सकता है या फिर कम फायदा होगा. हालांकि, अगर आप कैश क्रॉप की तरफ ध्यान देंगे तो आपको तगड़ा फायदा होने की उम्मीद है. तमाम तरह की हरी सब्जियां और विदेशी सब्जियां कैश क्रॉप ही होती हैं. आप चाहे तो हरी शिमला मिर्च के साथ-साथ लाल और पीली शिमला मिर्च की खेती (Red-Yellow Capsicum Farming) कर सकते हैं. हरी शिमला मिर्च के मुकाबले लाल और पीली शिमला मिर्च काफी महंगी बिकती है. आइए जानते हैं कैसे करें लाल-पीली शिमला मिर्च यानी बेल पेपर की खेती (Bell Pepper Farming) और इससे कितना फायदा कमाया जा सकता है.
सबसे पहले तैयार करें नर्सरी
हर मिर्च की खेती की तरह बेल पेपर की खेती में भी आपको पहले नर्सरी तैयार करनी होगी. करीब महीने भर में मिर्च के पौधे खेत में लगाने के लिए तैयार हो जाते हैं. इसकी नर्सरी तैयार करने के लिए आप सीड लिंक ट्रे की मदद भी ले सकते हैं. इससे पौधों की जड़ें डिस्टर्ब नहीं होती हैं और एक जगह से दूसरी जगह ले जाकर लगाने में उन्हें शॉक नहीं लगता है.
खेती की तैयारी पर दें खास ध्यान
वैसे तो हर चीज की खेती से पहले खेत की तैयारी पर ध्यान देना होता है, लेकिन बेल पेपर में थोड़ा ज्यादा ही ध्यान देने की जरूरत है. ऐसा इसलिए क्योंकि बेल पेपर काफी महंगे बिकते हैं. खेत की तैयार करते वक्त सबसे पहले तो खेत को 2-3 बार अच्छे से जोड़ लें. उसके बाद खेत में 2-3 फुट की दूरी छोड़कर 3-4 फुट की बेड़ बनाएं. इन्हीं बेड़ पर आपको पौधे लगाने हैं. खेत की मिट्टी की जांच कराकर जान लें कि किन चीजों की कमी है और उन्हें मिट्टी में पहले से ही डाल दें. बेड़ पर मल्चिंग पेपर जरूर लगाएं, ताकि खेत में खतरपतवार ना हो. साथ ही सिंचाई के लिए ड्रिप इरिगेशन की मदद लें, ताकि आपको बार-बार सिंचाई को लेकर चिंतित ना होना पड़े. ड्रिप इरिगेशन की मदद से आप पौधों को बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स पानी में मिलाकर भी दे सकते हैं.
पौधे लगाएं और बांस-तार पर चढ़ाएं
इसके बाद मल्चिंग पेपर बिछी बेड़ पर करीब 1-1.5 फुट की दूरी पर पौधे लगाएं. जब पौधे थोड़े बड़े हो जाएं तो खेत में बांस लगाकर उस पर तार बांधें और उनसे एक रस्सी नीचे लटकाकर पौधों में बांध दें. धीरे-धीरे पौधे बड़े होते जाएंगे. बीच-बीच में पौधों को रस्सी के इर्द-गिर्द लपेटते जाएं, ताकि वह ऊपर की ओर जाते रहें. समय-समय पर पौधों पर जरूरी कीटनाशक का छिड़काव करें और न्यूट्रिशन देते रहें. इससे फायदा ये होगा कि आपको अच्छी फसल मिलेगी.
कितनी लागत-कितना मुनाफा?
बेल पेपर की खेती में आपको अच्छा मुनाफा हो सकता है, क्योंकि यह काफी महंगे बिकते हैं. अच्छा होगा कि आप इसकी खेती पॉली हाउस के अंदर करें, ताकि रोग कम से कम लगें और कंट्रोल वातावरण में अच्छी पैदावार मिल सके. इसमें आपको हर एक पेड़ से आसान से 4-5 किलो की पैदावर मिल जाती है. इस तरह आप एक एकड़ में बेल पेपर की खेती से करीब 40 टन तक पैदावार पा सकते हैं. बात अगर लागत की करें तो एक एकड़ में मिर्च की खेती में लागत करीब 3-4 लाख रुपये तक आ सकती है. वहीं प्रति किलो बेल पेपर आसानी से 30-40 रुपये के हिसाब से बिकेगा. यानी 40 टन बेल पेपर बड़े आराम से 12-15 लाख रुपये में बिक जाएगा.