पहली बार कर रहे हैं क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल? जानिए कैसे करें समझदारी से उपयोग
पहली बार क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने वाले ग्राहकों के लिए स्मार्ट तरीके से कर्ज का प्रबंधन करना बेहद जरूरी हो गया है. उनके लिए, अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री तैयार करने और कर्ज से बचने के लिए क्रेडिट कार्ड का जिम्मेदारी से उपयोग करना बहुत जरूरी है. ऐसे ग्राहकों के लिए यहां कुछ वित्तीय सुझाव दिए गए हैं.
न्यू-टू-क्रेडिट (एनटीसी) यूजर्स यानि पहली बार क्रेडिट उत्पादों का उपयोग करने वाले लोग पिछले तीन वर्षों में लैंडिंग कैटेगरी में सबसे तेजी से बढ़ते कंज्यूमर सेगमेंट में से एक रहे हैं. ग्राहकों के इस बदलते ट्रेंड ने भारत में स्थायी वित्तीय समावेशन और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उद्योग के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में वर्तमान में लगभग 200 मिलियन एक्टिव क्रेडिट यूजर्स हैं और हर साल लगभग 800,000 एनटीसी उपभोक्ता इसमें शामिल हो रहे हैं.
हाल के कुछ वर्षों में, क्रेडिट कार्ड और शॉर्ट-टर्म पर्सनल लोन (एसटीपीएल) प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है. इस सुविधा के कारण रिटेल क्रेडिट कैटेगरी में जोरदार ग्रोथ देखने को मिली है. कर्ज देने की प्रक्रिया जितनी तेजी से डिजिटल हुई है, इसके चलते एनटीसी ग्राहकों की संख्या में जोरदार वृद्धि देखने को मिलेगी. हालांकि इस तेज वृद्धि के कारण ग्राहकों की पृष्ठभूमि की जांच और उनकी कर्ज भुगतान की क्षमता में चुनौतियां भी पेश आई हैं. इसी के कारण इस श्रेणी में अनियंत्रित ग्रोथ पर लगाम कसने के लिए आरबीआई को जोखिम भार बढ़ाकर सख्त कदम उठाने पड़े हैं.
रिजर्व बैंक की सख्ती के चलते, आपूर्ति में कमी देखी गई है और पहली बार क्रेडिट उत्पादों का उपयोग करने वाले लोगों को क्रेडिट उत्पाद प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है. हालाँकि, पहली बार क्रेडिट उत्पादों का उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए कुछ विशेष रूप से को-क्रिएटेड क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं, जो उन्हें अन्य क्रेडिट उत्पाद प्राप्त करने से पहले एक अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री तैयार करने में मदद करते हैं.
ऐसी स्थिति में, पहली बार क्रेडिट उत्पादों का उपयोग करने वाले ग्राहकों के लिए स्मार्ट तरीके से कर्ज का प्रबंधन करना बेहद जरूरी हो गया है. उनके लिए, अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री तैयार करने और कर्ज से बचने के लिए क्रेडिट कार्ड का जिम्मेदारी से उपयोग करना बहुत जरूरी हो गया है. ऐसे ग्राहकों के लिए यहां कुछ वित्तीय सुझाव दिए गए हैं:
अपने लिए क्रेडिट कार्ड की जरूरत को समझें: नए यूजर्स के लिए अपने क्रेडिट कार्ड की नियम व शर्तों को अच्छी तरह से समझना बहुत जरूरी है. इनमें ब्याज दरें, शुल्क, छूट अवधि और यदि लागू हो तो रिवॉर्ड प्रोग्राम शामिल हैं. हम अक्सर क्रेडिट कार्ड के उपयोग से जुड़ी बारीकियों को समझे बिना क्रेडिट कार्ड को एक्टिव करने की गलती करते हैं. इस गलती से आपको कर्ज़ के जाल में फंसने और क्रेडिट हिस्ट्री खराब होने जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे आपको भविष्य में कर्ज हासिल करने में मुश्किल पेश आ सकती है.
करें छोटी शुरुआत: क्रेडिट कार्ड से अधिक खर्च करने का प्रलोभन हमेशा रहता है, खासकर पर तब जब आप पहली बार इसका उपयोग करते हैं. इसलिए, अधिक खर्च से बचने और जिम्मेदारी से क्रेडिट प्रबंधन करने के लिए कम क्रेडिट लिमिट के साथ शुरुआत करने की सलाह दी जाती है.
हमेशा समय पर और पूरा भुगताान करें: लेट फीस और ब्याज शुल्क से बचने के लिए हमेशा अपने क्रेडिट कार्ड बिल का समय पर और पूरा भुगतान करें. इसके लिए आप ऑटोमैटिक पेमेंट सेट कर सकते हैं. इससे यह बात पक्की हो जाती है कि आप कोई भी ड्यू डेट कभी भी न भूलें.
अपने खर्च पर नज़र रखें: अपने बजट के भीतर रहने और ज्यादा खर्च करने से बचने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड से जुड़े लेनदेन पर कड़ी नज़र रखें. कई क्रेडिट कार्ड कंपनियां रियल टाइम में आपके खर्च पर नज़र रखने में मदद के लिए ऑनलाइन या मोबाइल बैंकिंग ऐप भी पेश करती हैं.
कम उपयोग करें: अपने क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो यानि अपनी कुल क्रेडिट सीमा की तुलना में उपयोग किए जा रहे क्रेडिट को 30% से कम रखने की कोशिश करें. आपके खर्च का यह तरीका कर्ज देने वाली संस्था को यह प्रदर्शित करता है कि आप जिम्मेदारी से क्रेडिट का उपयोग कर रहे हैं. क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो आपके क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है.
कैश निकालने से बचें: कैश एडवांस पर अक्सर ज्यादा फीस और ज्यादा ब्याज दर का भुगतान करना पड़ता है. इसलिए जब तक बहुत जरूरी न हो, नकद पैसा निकालने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से बचना ठीक होता है.
नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जांचें: किसी भी त्रुटि या अनधिकृत गतिविधि से बचने के लिए अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की नियमित रूप से निगरानी करें. आप साल में एक बार तीन प्रमुख क्रेडिट ब्यूरो (इक्विफैक्स, एक्सपेरियन और ट्रांसयूनियन) में से किसी से निःशुल्क क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं.
इमर्जेंसी फंड तैयार करें: इमर्जेंसी फंड के होने से सिर्फ क्रेडिट कार्ड पर निर्भर हुए बिना अप्रत्याशित खर्चों को पूरा करने में मदद मिल सकती है. इमर्जंसी फंड होने से कर्ज बढ़ने का जोखिम कम हो जाता है.
बेहतर वित्तीय भविष्य के लिए वित्तीय अनुशासन का होना बहुत जरूरी होता है. एनटीसी ग्राहकों के लिए जल्दी शुरुआत करना बेहतर भविष्य के लिए अच्छा होता है, लेकिन इसके लिए थोड़े अनुशासन और जागरूकता की जरूरत होती है.
(लेखक ‘ZET (formerly OneCode)’ के को-फाउंडर और सीईओ हैं. आलेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं. YourStory का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है.)
Edited by रविकांत पारीक