कंपनियों को सॉफ्ट स्किल्स के अनुसार कैंडीडेट्स को हायर करने में मदद कर रहा है यह HR टेक स्टार्टअप
लिंक्डइन की 2019 की ग्लोबल टैलेंट ट्रेंड्स रिपोर्ट के मुताबिक, एचआर इंडस्ट्री में सॉफ्ट स्किल्स सबसे महत्वपूर्ण ट्रेंड बनने जा रहा है। भारत में लगभग 95 प्रतिशत टैलेंट प्रोफेशनल्स ने सॉफ्ट स्किल्स को प्राथमिकता दी। जिन देशों में इस प्रवृत्ति को काम पर रखने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है उस लिस्ट में भारत तीसरे नंबर पर है। इसी को ध्यान में रखते हुए कॉलेज के तीन दोस्तों - मयंक शर्मा, दीपिका अनु, और वरुण नरूला ने nTalents शुरू किया। nTalents कंपनियों को उनकी सॉफ्ट स्किल्स के आधार पर सही कैंडिडेट्स को हायर करने में मदद करती है। सॉफ्ट स्किल्स का मतलब कैंडिडेट्स के मनोवैज्ञानिक और संज्ञानात्मक प्रोफाइल से है।
YourStory के साथ इस वीडियो इंटरव्यू में, nTalents के सह-संस्थापक बताते हैं कि स्टार्टअप का टैलेंट मैनेजमेंट टूल कैंडिडेट्स को एक खास एनवायरनमेंट में जॉब-स्पेसिफिक सिनारियो को नेविगेट करने में मदद करता है और यह बताता है कि वे उन परिस्थितियों में क्या करेंगे।
एल्गोरिदम सैकड़ों कैंडिडेट्स डेटा प्वाइंट्स पर मंथन करता है जिसमें चेहरे के भाव, शब्दों का इस्तेमाल, टोन और आवाज के अनमनेपन, माइक्रो-जेस्चर, डिजिटल व्यवहार जैसे कई प्वाइंट शामिल होते हैं। संस्थापकों का दावा है कि यह किसी भी तरह की अद्वितीय सटीकता के साथ पारंपरिक, गैर-प्रौद्योगिकी-संचालित प्रक्रिया है।
दीपिका कहती हैं, “हम कॉम्प्रीहेंसिव बीपीसी (व्यवहार, साइकोमेट्रिक, और संज्ञानात्मक) प्रोफाइलर, बीपीसी प्रोफाइलर प्लेटफॉर्म, कॉग्निटिव एंड साइकोमेट्रिक प्रोफाइलर और HD रिक्वायरमेंट सर्विस जैसे टैलेंट असेसमेंट्स की एक सीरीज ऑफर करते हैं। इसमें कैंडिडेट्स 45-50 मिनट का एक ऑनलाइन सेशन अटेंप्ट करता है जिसके आधार पर कैंडिडेट्स की कॉम्प्रीहेंसिव बीपीसी तैयार की जाती है।"
आगे बढ़ते हुए
आईआईएम बैंगलोर द्वारा इन्क्यूबेट इस स्टार्टअप को 2017 में स्थापित किया गया था। अप्रैल 2017 में, nTalents ने गोल्डमैन सैक्स और आईआईटी दिल्ली से सीड ग्रांट्स हासिल किया, जिसके बाद ये प्रोडक्ट डेवलपमेंट में चला गया। प्रोडक्ट को अप्रैल 2018 में लॉन्च किया गया था, और इसका पहला रिवेन्यू मई 2018 तक आने लगा, साथ ही आईआईएम अहमदाबाद के प्रोफेसर सुनील हांडा के नेतृत्व वाले एकलव्य फाउंडेशन से एक और सीड ग्रांट मिला। सितंबर 2018 में, nTalents ने बिक्री प्रक्रियाओं में तेजी लाने के लिए IIM बैंगलोर के स्टार्टअप इनक्यूबेटर 'NSRCEL' के माध्यम से Niti Aayog से एक सीड राउंड भी हासिल किया।
वर्तमान में, nTalents एमक्योर फार्मा (Emcure Pharma), ब्रिंटन फार्मा (Brinton Pharma), क्ले प्रीस्कूल्स (KLAY Preschools), रेलिगेयर इंश्योरेंस (Religare Insurance), पेप्स इंडस्ट्रीज (Peps Industries) आदि जैसे इंटरप्राइजेज से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यह कई इंडस्ट्रीज में और HDFC, Cafe Coffee Day, Eurokids, Oyo Rooms, ACT Fibernet, Chai Point और Freshworks जैसी कंपनियों में विभिन्न नौकरी भूमिकाओं के लिए पायलट चला रहा है।
स्टार्टअप ने अपने फाइनल प्रोडक्ट के लॉन्च के बाद से हर तिमाही 44 प्रतिशत की औसत राजस्व वृद्धि का अनुभव किया है। वित्त वर्ष 2019 में, कंपनी ने 50 लाख रुपये का राजस्व हासिल किया और वित्त वर्ष 2020 के लिए 80-90 लाख रुपये का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा, nTalents का लक्ष्य अपनी प्रोडक्ट डेवलपमेंट और बिजनेस टीमों को मजबूत करने के लिए आने वाली तिमाही में 500,000 डॉलर जुटाने का गोल भी है।
वरुण कहते हैं, 'यह राउंड हमें भारत से परे एशिया प्रशांत बाजार का पता लगाने में मदद करेगा, ताकि बाद के वर्षों में लगातार दो अंकों की वृद्धि हो सके।' HR टेक में असीम अवसरों के साथ, जो कि 2021 तक 34 बिलियन डॉलर का वैश्विक उद्योग होने का अनुमान है, भारत में रिक्रूटमेंट गेम के बढ़ने और मूल्य जोड़ने के लिए nTalents जैसे स्टार्टअप्स के लिए पर्याप्त जगह है।