Hurun की Under 40 रिच लिस्ट में निखिल कामत पहले स्थान पर, भाविश अग्रवाल और अलख पांडे भी शामिल
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट ने 40 साल से कम उम्र के सेल्फ मेड रिच लिस्ट में 53 ऑन्त्रप्रेन्योर को रखा है. हुरुन इंडिया अपनी यह लिस्ट बुधवार को जारी की है. हुरुन इंडिया की इस सालाना लिस्ट में 15 नए कारोबारी शामिल हुए हैं और सभी स्टार्टअप फाउंडर्स हैं.
17,500 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ जेरोधा
के 36 वर्षीय फाउंडर निखिल कामत 40 साल से कम उम्र के सेल्फ-मेड अमीरों की सूची में शीर्ष स्थान हासिल करने में सफल रहे हैं. ‘IIFL Wealth Hurun India 40 & Under Self-Made Rich List 2022’ के अनुसार, कामत के बाद 11,700 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर ओला के को-फाउंडर भाविश अग्रवाल हैं.बता दें कि, हुरुन इंडिया रिच लिस्ट ने 40 साल से कम उम्र के सेल्फ मेड रिच लिस्ट में 53 ऑन्त्रप्रेन्योर को रखा है. हुरुन इंडिया अपनी यह लिस्ट बुधवार को जारी की है. हुरुन इंडिया की इस सालाना लिस्ट में 15 नए कारोबारी शामिल हुए हैं और सभी स्टार्टअप फाउंडर्स हैं.
हुरुन इंडिया के 40 साल से कम उम्र के सेल्फ मेड रिच लिस्ट में शामिल होने वाले सभी नए कारोबारियों की संपत्ति में पिछले साल के मुकाबले 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और उनकी कुल संपत्ति बढ़कर 1,83,700 करोड़ पहुंच गई है.
स्ट्रीमिंग डेटा टेक्नोलॉजी कंपनी कॉन्फ्लुएंट
की 37 वर्षीय को-फाउंडर नेहा नरखेड़े भारत में सबसे युवा सेल्फ मेड महिला ऑन्त्रप्रेन्योर हैं जबकि क्विक कॉमर्स स्टार्टअप जेप्टो के 19 वर्षीय फाउंडर कैवल्य वोहरा सबसे युवा सेल्फ मेड ऑन्त्रप्रेन्योर हैं.वहीं, तीसरे स्थान पर 11,200 करोड़ की संपत्ति के साथ मीडिया नेटवर्क दिव्यांक तुरखिया हैं. चौथे स्थान पर 9900 करोड़ रुपये के साथ ब्राउजरस्टैक
के फाउंडर रितेश अरोड़ा हैं. ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट के बिन्नी बंसल 8100 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ छठें स्थान पर हैं.हाल ही में, यूनिकॉर्न बनने वाले एडटेक प्लेटफॉर्म फिजिक्सवाला
के को-फाउंडर्स अलख पांडे और प्रतीक बूब ने पहली बार इस सूची में जगह बनाई है और दोनों को 4000-4000 करोड़ की संपत्ति के साथ 11वें स्थान पर रखा गया है.आईआईएफएल के अनुसार, 53 में से 47 कारोबारी भारत में रहते हैं, जिसमें से भारत की सिलिकॉन वैली कही जाने वाली बेंगलुरु में सबसे अधिक 14 कारोबारी रहते हैं. इसके अलावा, 40 वर्ष से कम उम्र के सबसे अमीर कारोबारियों में सॉफ्टवेयर सेवाओं और वित्तीय सेवाओं का प्रमुख योगदान है.
आईआईएफएल वेल्थ के कार्यकारी निदेशक शाजीकुमार देवाकर ने कहा कि स्टार्टअप और ऑन्त्रप्रेन्योर्स की मौजूदा लहर ने वैश्विक मानक स्थापित किए हैं और घरेलू कारोबारियों को विदेशी प्रतिस्पर्धियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रेरित किया है. यह देखना उत्साहजनक है कि ऑन्त्रप्रेन्योर इकोसिस्टम एक नॉलेज इकॉनमी के रूप में उभरा है और महत्वपूर्ण रोजगार, धन और अवसर पैदा किए हैं. आईआईएफएल वेल्थ में हमारा मानना है कि भारत का स्टार्ट-अप इकोसिस्टम व्यक्तियों और राष्ट्र के लिए धन पैदा करना जारी रखेगा.
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Edited by Vishal Jaiswal