हर जरूरतमंद के लिए इस डॉक्टर ने खोल दिये अपने घर के दरवाजे
इस पहल को ‘अंधारी इलू’ का नाम दिया गया है, जिसका मतलब ‘सभी का घर’ होता है। 56 साल के डॉक्टर सूर्य प्रकाश द्वारा संचालित किया जा रहा यह ओपेन हाउस हर रोज़ सुबह साढ़े पाँच बजे से लेकर रात एक बजे तक संचालित होता है।
हैदराबाद के रहने वाले एक डॉक्टर इस समय अपने खास ओपेन हाउस को लेकर लोगों के बीच चर्चा बटोर रहे हैं। यह एक ऐसा घर है जहां कोई भी जरूरतमंद आ सकता है, भले ही उसे पढ़ाई करनी हो, भोजन करना हो या फिर आराम करना हो। आज भले ही लोग अपने घरों में किसी अंजान को प्रवेश देने से कतराते हों, लेकिन इन शख्स के लिए यह मामला ऐसा नहीं है।
इस पहल को ‘अंधारी इलू’ का नाम दिया गया है, जिसका मतलब ‘सभी का घर’ होता है। 56 साल के डॉक्टर सूर्य प्रकाश द्वारा संचालित किया जा रहा यह ओपेन हाउस हर रोज़ सुबह साढ़े पाँच बजे से लेकर रात एक बजे तक संचालित होता है।
सभी को मिलती है मदद
शहर के कोठापेट इलाके में स्थित इस ओपेन हाउस का इस्तेमाल परीक्षा के लिए शहर आने वाला कोई भी छात्र या भोजन और कपड़ों की जरूरत लेकर आया शख्स यहाँ मौजूद सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए कर सकता है। यहाँ पर हर लिंग, जाति और धर्म के लोगों को बराबर मदद उपलब्ध कराई जाती है।
इस ओपेन हाउस परिसर में प्रवेश करने पर दोनों तरफ बुक शेल्फ रखे हुए हैं। यहाँ आने वाले लोगों के लिए डॉ. सूर्य प्रकाश द्वारा सब्जी, चावल, गैस और बर्तन उपलब्ध कराये जाते हैं, ताकि लोग अपना खाना खुद बना सकें।
पूरे साल उपलब्ध है सेवा
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए डॉ प्रकाश ने बताया है कि उन्होंने इस ओपेन हाउस की शुरुआत इस उद्देश्य से की थी कि उनके आस-पास कोई भी भूखा न रहे। उन्होंने बताया है कि कोई भी भूखा व्यक्ति यहाँ पर भोजन करने, किताबें पढ़ने और ज्ञान प्राप्त करने के लिए आ सकता है। वे कहते हैं कि यहाँ आने के बाद जब ज़रूरतमंद लोग जब मुस्कुराते हुए यहाँ से जाते हैं उन्हें काफी खुशी मिलती है।
यह ओपेन हाउस सभी के लिए साल के सभी दिन खुला रहता है और कोरोना महामारी के दौरान भी इसका संचालन लगातार जारी रहा है। अपने इस ओपेन हाउस को व्यापार से दूर रखने के इरादे पर बात करते हुए डॉ प्रकाश ने बताया है कि वे बीते 38 सालों से समाज सेवा में हैं और वे कभी भी इस ओपेन हाउस को एक व्यवसाय की तरह संचालित नहीं करना चाहते थे।
डॉ प्रकाश के अनुसार, उनका जीवन पूरी तरह समाज सेवा को समर्पित है और इसीलिए वे कभी भी किसी से दान या धन के लिए अनुरोध नहीं करते हैं। डॉ प्रकाश के लिए समाज सेवा जीवन जीने का ही एक तरीका है।
Edited by Ranjana Tripathi