iCreate, Microsoft और MeitY ने भारतीय स्टार्टअप्स में AI को बढ़ावा देने के लिए मिलाया हाथ
माइक्रोसॉफ्ट और आईक्रिएट माइक्रोसॉफ्ट के लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से देश भर के 11,000 इनोवेटर्स, स्टार्टअप्स और युवा भारतीयों को एआई कौशल के अवसर भी प्रदान करेंगे.
Microsoft और iCreate ने आईटी राज्य मंत्री चंद्रशेखर की उपस्थिति में IMPEL AI प्रोग्राम लॉन्च किया है. यह कार्यक्रम एआई के सबसे मूल्यवान खिलाड़ी (एमवीपी) बनने के लिए पूरे भारत में 1100 एआई इनोवेटर्स की पहचान करेगा और स्वास्थ्य देखरेख, वित्तीय समावेशन, स्थिरता, शिक्षा, कृषि और स्मार्ट शहरों के प्राथमिकता वाले विषयों पर ध्यान केंद्रित करेगा. दूसरे चरण में, कार्यक्रम Azure OpenAI के साथ निर्माण करने के लिए पूरे भारत में 100 स्टार्ट-अप्स का चयन और स्केल करेगा जिसमें से शीर्ष 25 को उन्नत, विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी उत्पादों को विकसित करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के ग्लोबल नेटवर्क से बाजार में समर्थन प्राप्त होगा.
अपने संबोधन के दौरान मंत्री ने कहा कि “iMPEL-AI (iCreate-Microsoft programme for Emerging Leaders in Artificial Intelligence) कार्यक्रम शुरू करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट और आईक्रिएट के बीच साझेदारी के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भारत में एआई स्टार्टअप्स को उत्प्रेरित करेगा. यह पिछले वर्ष माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला के साथ भेंट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा निर्धारित दृष्टिकोण को आगे बढ़ाता है.
यह साझेदारी एआई और उभरती टेक्नोलॉजी में प्रभावशाली सहयोग बनाने की हमारी साझा दृष्टि का ऐसा प्रतिबिंब है, जो न केवल बड़े शहरों में बल्कि छोटे शहरों में भी स्टार्ट-अप्स को उत्प्रेरित करती है. हमारा मानना है कि साझेदारी हमारे नवाचार इकोसिस्टम के विकास में तेजी लाने का तरीका है. यह साझेदारी न केवल टिकाऊ होगी बल्कि भारत और माइक्रोसॉफ्ट का इंडिया-एआई के साथ जो लक्ष्य प्राप्त करना है उसके भविष्य को भी आकार देगी. इंडियन इनोवेशन इकोसिस्टम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया है - अब से अधिक रोमांचक समय कभी नहीं रहा क्योंकि अब तक का विकास केवल टिप ऑफ़ आइसबर्ग है. स्टार्टअप्स की अगली लहर एआई, सेमीकंडक्टर और एचपीसी जैसी उभरती टेक्नोलॉजी से आएगी, जो तकनीक के भविष्य को आकार देगी. हमारी सरकार सुरक्षित और विश्वसनीय एआई के भविष्य को आकार देने, पोषण करने और उत्प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध है. MeitY ने भारतीय स्टार्टअप्स को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) में बदलने और आगे बढ़ावा देने के लिए हाथ मिलाया है.
माइक्रोसॉफ्ट और आईक्रिएट माइक्रोसॉफ्ट के लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से देश भर के 11,000 इनोवेटर्स, स्टार्टअप्स और युवा भारतीयों को एआई कौशल के अवसर भी प्रदान करेंगे. प्रशिक्षण पूरा होने पर, प्रतिभागियों को माइक्रोसॉफ्ट से विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र प्राप्त होंगे, जिससे उनकी रोजगार क्षमता और करियर की प्रगति में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी.
नेशनल ट्रांसफॉर्मेशन पार्टनरशिप्स, माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी उपाध्यक्ष और अध्यक्ष जीन-फिलिप कोर्टोइस ने कहा, "भारत असाधारण एआई अवसर का लाभ उठाने के लिए विशिष्ट स्थिति में है. इसका समर्थन करने के लिए, हमें जटिल समस्याओं को हल करने और सकारात्मक प्रभाव बढ़ाने के लिए एआई का उपयोग करने के लिए नवप्रवर्तकों की अगली पीढ़ी को सशक्त बनाने की आवश्यकता है. इसलिए हम iMPEL-AI का यह इनोवेशन प्रोग्राम लॉन्च करने के लिए उत्साहित हैं, जो भारत में एक गतिशील एआई इकोसिस्टम का पोषण करेगा और एआई के इनोवेटर्स और उद्यमियों को देश के एआई कौशल अंतर को पाटने एवं देश भर में नई संभावनाएं पैदा करने में सहायक बनेगा. हम पहले से ही भारत में एआई नवाचार से डिजिटल चैटबॉट के साथ किसानों का समर्थन करने से लेकर ट्रांसलेशन टूल्स के माध्यम से वंचित समुदायों के लिए आर्थिक अवसरों को बदलने तक के अविश्वसनीय मूल्य देख रहे हैं और अब माइक्रोसॉफ्ट अपनी एआई परिवर्तन यात्रा में भारत का सह-पायलट बनने के लिए समर्पित है."
इस अवसर पर बोलते हुए, iCreate के सीईओ अविनाश पुनेकर ने कहा, "एआई वैश्विक स्तर पर उत्पादों और सेवाओं के साथ हमारे जुड़ने के तरीके को बदल रहा है. भारत के पास विश्व का का सबसे बड़ा तकनीकी प्रतिभा पूल है, और हमारा मानना है कि एआई में हमारा नेतृत्व भारत को हर क्षेत्र में एक प्रमुख हितधारक के रूप में स्थापित कर सकता है. iCreate ऐसी नई पहलों का नेतृत्व करने में अग्रणी रहा है जो नवाचार को बढ़ावा देती हैं और स्टार्टअप्स की वास्तविक क्षमता को उजागर करती है. माइक्रोसॉफ्ट के साथ हमारी साझेदारी के माध्यम से, हमारा साझा दृष्टिकोण भारत की तकनीकी क्षमता का लाभ उठाना और एआई में वैश्विक नवाचारों को आगे बढ़ाने के लिए भारत को एक पायदान पर खड़ा करना है. iMPEL-AI कार्यक्रम को सावधानीपूर्वक एआई इनोवेशन और उत्पाद विकास को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें ऐसे मेंटरशिप एंड टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर दोनों तक पहुंच है, जो भारतीय इनोवेटर्स को विश्व स्तर पर सफल एआई उद्यम बनाने के लिए आवश्यक है."