हाइपरलोकल ऑनलाइन शॉपिंग को आसान बना रहा है IIT कानपुर के पूर्व छात्रों का स्टार्टअप CampusHaat
SIDBI इनोवेशन और IIT कानपुर इनक्यूबेटेड स्टार्टअप CampusHaat ऑनलाइन इकोसिस्टम बना रहा है जो कम्यूनिटी रेजीडेंट्स के लिए आस-पास की दुकानों और सेवाओं को हाइपरलोकल सेटअप में जोड़ता है। साल 2017 में तीन दोस्तों ने मिलकर स्टार्टअप की शुरुआत की थी।
उत्तरप्रदेश के कानपुर शहर में स्थित स्टार्टअप CampusHaat, जो कि SIDBI इनोवेशन और इनोवेशन सेंटर, IIT कानपुर द्वारा इनक्यूबेटेड है, ऑनलाइन इकोसिस्टम बना रहा है जो कम्यूनिटी रेजीडेंट्स के लिए आस-पास की दुकानों और सेवाओं को हाइपरलोकल सेटअप में जोड़ता है। साफ शब्दों में कहा जाए तो - स्टार्टअप हाइपरलोकल ऑनलाइन मार्केटप्लेस सॉल्यूशन बना रहा है ताकि एण्ड यूजर को बेहतरीन शॉपिंग एक्सपीरियंस मिल सके।
स्टार्टअप को साल 2018 में SMC IITK में 1600 ऐप्लीकेशंस में फायनल में टॉप 10 में जगह मिली थी, जिसका उद्घाटन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था।
फाउंडर्स
CampusHaat के CEO गुड्डू कुमार ने बी.टेक, एम.टेक के बाद IIT कानपुर से CSE की डिग्री हासिल की और अमेरिका स्थित EPIC Systems में भी काम कर चुके हैं। MD अक्षत श्रीवास्तव ने IIT कानुपर से BS, CHM की पढ़ाई पूरी की और EIR - NIDHI (MHRD) से छात्रवृत्ति पाई। वहीं COO सागर यादव ने इंटीग्रल युनिवर्सिटी से MCA की पढ़ाई पूरी की है और वे Help Others Foundation के फाउंडर भी हैं।
CampusHaat की शुरुआत
मार्च 2015 से गुड्डू इस परियोजना पर काम कर रहे थे, जब वह अपना सामान बेचना चाहते थे। उन्होंने एक वेबसाइट बनाई और दुकानों का एक ग्रुप एड किया जो काफी समय से उनके कॉलेज की जनता के लिए येलो पेज के रूप में काम करता था।
को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर अक्षत श्रीवास्तव YourStory से बात करते हुए बताते हैं, "मैं, गुड्डू और सागर पिछले 4 साल से एक-दूसरे को जानते हैं। हम मुंबई में मिले, जहाँ गुड्डू एक स्टार्टअप में बतौर कंप्यूटर विज़न एक्सपर्ट काम कर रहे थे, जब तक कि अमेरिका में उनकी नौकरी के लिए उनका वीज़ा मंजूर नहीं हुआ था, जबकि मैंने उसी स्टार्टअप में बीडी इंटर्न के रूप में काम किया, जिसे IITK के गुड्डू के एक और बैचमेट ने शुरू किया था। उस समय के दौरान, हमने अपने आइडियाज डिस्कस करते रहे कि कैसे इसे आगे बढ़ाया जाए और अपनी खुद की कंपनी शुरू की जाए। सौभाग्य से मुझे Entrepreneur-in-Residence (EIR) के रूप में काम करने के लिए MHRD - भारत सरकार से एक छात्रवृत्ति मिली और मैंने अपनी नौकरी छोड़ दी और हमने अपनी शुरुआत के 6 महीनों के भीतर औपचारिक रूप से दिसंबर 2017 में CampusHaat को इनकॉर्पोरेट किया और भारत सरकार के StartUpIndia प्रोग्राम के तहत मान्यता पाई।"
कैसे काम करता है स्टार्टअप
को-फाउंडर और सीईओ गुड्डू कुमार बताते हैं, "हम एक कम्यूनिटी में अलग-अलग स्टैकहोल्डर्स के लिए मोबाइल और वेब ऐप्स बनाते हैं। वर्तमान में हमारे 4 एप्लिकेशन प्रोडक्ट मार्केट में काम कर रहे हैं। 1- Campus Haat, जिसका उपयोग रेजीडेंट्स द्वारा प्रोडक्ट्स ऑर्डर करने, सर्विसेज बुक करने, और स्थानीय सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए किया जाता है; 2- Maalik, जिसका उपयोग बिजनेस ऑनर्स इन्वेंट्री को मैनेज करने और ऑर्डर प्राप्त करने के लिए करते हैं; 3- Rangers, जिसकी मदद से डिलीवरी एजेंट डिलिवरी करते हैं; 4- Admin ऐप, जिसके जरिए कम्यूनिटी एडमिन्स सूचना और स्थानीय अपडेट प्रसारित करते हैं।
आगे जानकारी देते हुए को-फाउंडर और सीओओ सागर यादव बताते हैं, "हमने Covid-19 महामारी के चलते लगे देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान मई 2020 में लेटेस्ट लॉन्च से पहले लगातार IIT कानपुर में हमारे प्रोडक्ट्स की 2 साल तक टेस्टिंग की है। हमने ऐसे लोगों को जोड़ा, जो घर पर बने खाने के टिफिन बेचते थे। इससे कई गृहिणियों और माताओं को रोजगार मिला, क्योंकि होटल और रेस्टॉरेंट सभी बंद थे। हमारे प्लेटफॉर्म के जरिए अब लोग लाखों रुपये महीना कमा रहे हैं। अब हम अपनी सेवाओं का विस्तार करने के लिए सक्रिय रूप से अधिक विक्रेताओं और क्षेत्रों की तलाश कर रहे हैं। अधिक आक्रामक विस्तार के लिए आगे बढ़ने से पहले हमारे पास हल करने के लिए अभी भी कुछ तकनीकी गड़बड़ियाँ हैं। हमारा लक्ष्य अगले 6 महीनों में 100 क्षेत्रों में होना है।
बिजनेस मॉडल
फाउंडर्स बताते हैं, हम दृश्यता और सहूलियत के मामले में मूल्य वृद्धि प्रदान करके दुकानदारों और निवासियों के बीच एक समुदाय में पहले से स्थापित विश्वास का लाभ उठा रहे हैं। हमने इन दुकानदारों और सेवा प्रदाताओं को आने वाले समय में प्रभावित रहने के लिए रणनीति तैयार की है। हमारे मॉडल में, दुकानों का उपयोग माइक्रो-वेयरहाउस के रूप में किया जाएगा जहां प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को हमारे द्वारा अनुमानित आपूर्ति और मांग के अनुसार रखा जाएगा। हमारे मॉडल में एक कम्यूनिटी पार्टनर भी है जो अपनी कम्यूनिटी में कैम्पस हाट के लिए एक चेहरे के रूप में काम करता है। वह मूल रूप से कैम्पस हाट के एक फ्रेंचाइजी मालिक हैं जो उन्हें मिलने वाले हर व्यापार पर लाभ साझा करते हैं। यह हमारे लिए ग्राउंड कवर प्रदान करता है और किसी भी क्षेत्र में बहुत स्वाभाविक रूप से विश्वास बनाता है।
CampusHaat द्वारा बनाए गए दूसरे प्रोडक्ट
स्टार्टअप हाइपरलोकल मार्केटप्लेस सॉल्यूशंस के अलावा टेक्नोलॉजी और हेल्थ और डिजिटल सॉल्यशंस भी बना रहा है। कोरोना काल में CampusHaat ने 'Corona360’ डेवलप किया था, जिसके साथ स्टार्टअप का लक्ष्य COVID-19 के लिए संपर्क-निशान और गतिशील स्वास्थ्य निगरानी का उपयोग करके केसेज को ट्रैक करने के लिए और सक्रिय डेटा-समर्थित निर्णय लेने के लिए एक रियल-टाइम मॉनिटरिंग सॉल्यूशन था। कोविड-19 रोगियों, क्षेत्रों और व्यक्तियों के रियल-टाइम रिस्क असेसमेंट के लिए स्थानीय चिकित्सा सुविधाओं तक आसान पहुंच को शामिल करने और इसे जनता और सरकार के लिए उपलब्ध कराया गया।
इसके अलावा हेल्थ एंड वेलनेस को लेकर Jugnu - The Light Within नामक एक पहल लॉन्च है। यह NEEDBOX फाउंडेशन और Party Herd के साथ एक सहयोगी प्रयास है। JUGNU मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता फैलाने, सुनने की संस्कृति बनाने और व्यक्तियों को मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों से निपटने में मदद करने की दिशा में एक छोटा कदम है।
CampusHaat अन्य डोमेन्स जैसे कि हायपरलोकल सॉल्यूशंस, बिजनेस सॉल्यूशंस, ह्यूमैनेटेरियन सॉल्यूशंस, सिक्योरिटी सॉल्यूशंस, और एज्यूकेशन एण्ड करियर सॉल्यूशंस प्रदान भी करता है।
भविष्य की योजनाएं
वर्तमान में स्टार्टअप CampusHaat की सेवाएं का लाभ IIT कानपुर कैंपस कम्यूनिटी रेजीडेंट्स द्वारा लिया जा रहा है। जल्द ही BHU, बनारस में इसकी सेवाएं मिलती दिखेंगी। इसके अलावा फाउंडर्स लखनऊ, इलाहाबाद, नोएडा में भी विस्तार की योजनाएं बना रहे हैं। स्टार्टअप फंडिंग जुटाने के लिये इन्वेस्टर्स की तलाश में भी हैं।
स्टार्टअप लोगों को रोजगार देने में सक्षम रहा है। कोरोना काल में जहां लोगों की नौकरियां गई, वहीं CampusHaat ने कई स्थानीय लोगों को डिलिवरी ऐजेंट्स के तौर पर रोजगार दिया है। वर्तमान में इसमें इंटर्न्स और डेवलपर्स के लिये हायरिंग जारी है। आप [email protected] पर ईमेल भेजकर टीम से संपर्क कर सकते हैं।