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IIT मंडी का ISTP प्रोग्राम छात्रों को टेक्नोलॉजी और समाज की जटिलताओं से करा रहा रूबरू

यह कोर्स बी.टेक तृतीय वर्ष के डिजाइन और इनोवेशन स्ट्रीम के छात्रों के लिए चलाया जा रहा है. यह पाठ्यक्रम छात्रों के बीच आंतरिक विषयक शैक्षिक संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

IIT मंडी का ISTP प्रोग्राम छात्रों को टेक्नोलॉजी और समाज की जटिलताओं से करा रहा रूबरू

Wednesday May 03, 2023 , 4 min Read

हाइलाइट्स

  • प्रोग्राम के तहत अमेरिका के वॉर्सेस्टर पॉलिटेक्निक संस्थान के 18 छात्रों की भी हो रही मेजबानी
  • ISTP के माध्यम से संस्थान की आंतरिक विषयक शैक्षिक संस्कृति को किया जा रहा प्रोत्साहित कार्यक्रम के द्वारा विभिन्न सामाजिक समस्याओं की हो रही खोज और इनोवेशन एवं डिजाइन के माध्यम से समाधान प्रस्तुत करने का हो रहा प्रयास

छात्रों को उनके आसपास और समाज की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनाने और समाधान प्रदाता बनकर उभरने के साथ उनके अन्दर जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के उद्देश्य से IIT मंडी द्वारा एक सेमेस्टर का इंटरएक्टिव सोशियो-टेक्निकल प्रैक्टिकम (ISTP) कोर्स संचालित किया जा रहा है. यह कोर्स बी.टेक तृतीय वर्ष के डिजाइन और इनोवेशन स्ट्रीम के छात्रों के लिए चलाया जा रहा है. यह पाठ्यक्रम छात्रों के बीच आंतरिक विषयक शैक्षिक संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

ISTP पाठ्यक्रम के अंतर्गत इस साल मार्च से मई के बीच संस्थान द्वारा ISTP के लिए कैंपस में यूएसए के वॉर्सेस्टर पॉलिटेक्निक संस्थान के 18 छात्रों की भी मेजबानी हो रही है जिसमें यूएसए से 5 महिला और 13 पुरुष छात्र शामिल हैं.

इन छात्रों ने विज्ञान और टेक्नोलॉजी में शिक्षा प्राप्त की हुयी है और इनमें से अधिकतर ने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, रसायन विज्ञान और रोबोटिक्स जैसे विषयों में शिक्षा हासिल की है. यह कोर्स उनको स्नातक के तृतीय वर्ष में अनिवार्य रूप से करना होता है, जिसके दौरान उनको समुदाय आधारित प्रोजेक्ट पर काम करना होता है और इस दौरान उनको समुदाय के हितधारकों के साथ सीधे जुड़ने का मौका मिलता है साथ ही इस दौरान पर्यावरण, टेक्नोलॉजी और समाज के बीच संबंधों की जांच भी करनी होती है.

आईआईटी मंडी की ISTP समन्वयक डॉ. राजेश्वरी दत्त ने इस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा, "आज की वास्तविक जरुरत यह है कि इंजीनियर समाज की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए समाधान तैयार करें. ISTP कोर्स समुदाय और टेक्नोलॉजी के संगम पर आधारित प्रोजेक्ट पर जोर देता है ताकि हमारे छात्र स्थानीय समुदायों की आवश्यकताओं को जल्द से जल्द पहचान कर उनके लिए नवाचारी समाधान खोज सकें और एक दुरस्थ समाज की दिशा में काम कर सकें. इसलिए यह एक प्रोजेक्ट आधारित पाठ्यक्रम है जिसमें समाज पर वास्तविक और दीर्घकालिक प्रभाव डालने की क्षमता होती है.“

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इस कार्यक्रम की विशेषता के बारे में बात करते हुए WPI के प्रभारी फैकल्टी डॉ. शॉकी ने कहा, “यह कार्यक्रम छात्रों को इस बात के लिए प्रेरित करता है कि समुदाय के लोगों को हिमालयी क्षेत्रों में उनके स्वयं के जीवन के अनुभवों के आधार पर एक विशेषज्ञ के रूप में देखा जाए. यह एसटीईएम छात्रों के लिए एक अनूठा अवसर है कि वह जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कृषि प्रथाओं आदि जैसे मुद्दों के बारे में स्थानीय हितधारकों से सीखें और उसके महत्त्व को समझ सकें. इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों, वैज्ञानिकों और समुदायों और संस्थानों के बीच विचारों का आदान-प्रदान आसानी से होता है.“

इस कोर्स की सभी परियोजनाएं वास्तविक दुनिया की समस्याओं पर आधारित होती हैं और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए डिज़ाइन की जाती हैं. 2013 के बाद से लगभग 160 छात्र WPI से IIT मंडी आए हैं जिसमें से कोविड अवधि को छोड़कर प्रत्येक वसंत में लगभग 20 छात्र आते हैं.

यह छात्रों को वास्तविक जीवन में निर्णय लेने के दौरान आने वाली जटिलताओं के बारे में सिखाने के लिए बनाया गया एक व्यापक अनुभव प्रदान करता है. ISTP कार्यक्रम छात्रों को वास्तविक दुनिया की समस्याओं और परियोजनाओं पर काम करने के लिए प्रोत्साहित तो करता ही है साथ ही यह सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल के बीच की खाई को पाटने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है जिसमें आंतरिक विषयक सोच और सहयोग की आवश्यकता होती है. कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न विभागों और विषयों के छात्रों को सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय प्रभाव वाली परियोजनाओं पर एक साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है और उनको एक साथ लाता है.

ISTP के माध्यम से यह छात्र समाज के विभिन्न मुद्दों/चुनौतियों का पता लगाने का कार्य करते हैं और समस्याओं के लिए टेक्नोलॉजी-आधारित समाधानों को खोजने का प्रयास करते हैं साथ ही सामाजिक, तकनीकी, आर्थिक, पर्यावरण और अन्य पहलुओं से प्रस्तावित समाधानों का मूल्यांकन करते हैं. साथ ही जब भी आवश्यक और संभव हो तो समाधान के लागू कराने के लिए स्थानीय प्रशासन, क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों आदि से मदद भी मांगी जा सकती है.

ISTP द्वारा छात्रों को टेक्नोलॉजी और समाज की जटिलताओं के बारे में बताया जाता है. यह छात्रों को इन अंतःक्रियाओं को व्यवस्थित रूप से समझने और मूल्यांकन करने के लिए उपकरणों और कौशलों से लैस करता है. ISTP एक उत्कृष्ट इंजीनियर या टेक्नोक्रेट बनने के लिए आवश्यक गुणों वाले छात्रों को उच्च स्तर पर पोषित करता है जो विभिन्न तरीकों से समाज में योगदान देता है. इस परियोजना का समग्र उद्देश्य हमारे समुदाय में सकारात्मक योगदान देना है.

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Edited by रविकांत पारीक