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COVID-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑटोमोबाइल विनिर्माता अब अपनी फैक्टरियों में बनायेंगे वेंटिलेटर

ऑटोमोबाइल विनिर्माताओं से वेंटिलेटर बनाने को कहा गयाः स्वास्थ्य मंत्रालय

COVID-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑटोमोबाइल विनिर्माता अब अपनी फैक्टरियों में बनायेंगे वेंटिलेटर

Monday March 30, 2020 , 3 min Read

केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑटोमोबाइल विनिर्माताओं से अपनी फैक्टरियों में वेंटिलेटर का उत्पादन करने के लिए कहा है। सरकार ने कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) अगले हफ्ते से प्रति दिन 20,000 एन-95 मास्क बनाना शुरू कर देगा।


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प्रतीकात्मक फोटो, साभार: Shutterstock



नयी दिल्ली, 30 मार्च (भाषा) केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑटोमोबाइल विनिर्माताओं से अपनी फैक्टरियों में वेंटिलेटर का उत्पादन करने के लिए कहा है। सरकार ने कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) अगले हफ्ते से प्रति दिन 20,000 एन-95 मास्क बनाना शुरू कर देगा।


स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश के विभिन्न अस्पतालों में कोविड-19 के रोगियों के लिए 14,000 से अधिक मौजूदा वेंटिलेटर अलग रखे गए हैं, जबकि भंडार में 11.5 लाख एन-95 मास्क हैं। मंत्रालय ने कहा कि पिछले दो दिनों के दौरान पांच लाख मास्क वितरित किए गए और सोमवार को 1.40 लाख मास्क बांटे जाएंगे। मंत्रालय ने बताया कि 3.34 लाख निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) वाले रक्षात्मक सूट देश के अस्पतालों में उपलब्ध हैं और चार अप्रैल तक दान में मिले तीन लाख ऐसे रक्षात्मक सूट विदेश से आ जाएंगे।


स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा,

ऑटोमोबाइल विनिर्माताओं से वेंटिलेटर बनाने को कहा गया और वे इस दिशा में काम कर रहे हैं।


इसी के साथ मंत्रालय ने रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाली सरकारी कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटिड (बीईएल) को स्थानीय विनिर्माताओं के साथ मिलकर अगले दो महीने में 30,000 वेंटिलेटर बनाने के लिए कहा है। मंत्रालय ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि मंत्रालय ने नोएडा की निजी क्षेत्र की ‘अगवा हेल्थकेयर’ को एक महीने के अंदर 10,000 वेंटिलेटर बनाने का ऑर्डर दिया है। उनकी आपूर्ति अप्रैल के दूसरे हफ्ते से शुरू होने की उम्मीद है। साथ ही ये भी कहा कि दो घरेलू निर्माता प्रतिदिन 50,000 एन-95 मास्क का उत्पादन कर रहे हैं। इनके अगले सप्ताह के भीतर यह उत्पादन एक लाख प्रति दिन तक जाने की उम्मीद है।


स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पीपीई रक्षात्मक सूट के 11 घरेलू उत्पादक अब तक मापदंडों पर खरे उतरे हैं और उन्हें 21 लाख ऐसे सूट बनाने के लिए ऑर्डर दिए गए हैं। वे प्रति दिन 6-7 हजार सूट की आपूर्ति (सप्लाई) दे रहे हैं और उम्मीद है कि अप्रैल मध्य तक यह 15,000 सूट प्रतिदिन पहुंच जाएगा। रेड क्रॉस ने 10,000 पीपीई रक्षात्मक सूट दान दिए हैं। ये प्राप्त हो गए हैं तथा सोमवार को वितरित किए जाएंगे।


मंत्रालय ने ट्विटर पर बताय कि विदेश मंत्रालय के जरिए 10 लाख पीपीई किट का ऑर्डर सिंगापुर की एक कंपनी को दिया गया है और उनकी आपूर्ति जल्द होने की उम्मीद है। साथ ही यह भी बताया कि एक और घरेलू निर्माता सोमवार को मापदंडों पर खरा उतरा है और उसे पांच लाख पीपीई रक्षात्मक सूट का ऑर्डर दिया जा रहा है।


मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोविड-19 के संक्रमण के मामलों की संख्या 1071 पहुंच गई है, जबकि मृतकों की संख्या 29 पहुंच गई है।