भारत 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा ईवी बाजार बन जाएगा: पीयूष गोयल
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2024 के बारे में बोलते हुए गोयल ने कहा कि पहली बार मोबिलिटी और इससे संबद्ध क्षेत्र, यहां तक कि इससे जुड़े स्टार्टअप भी एक मंच पर साथ आए हैं. ये आने वाले वर्षों में एक वार्षिक इवेंट बनने की क्षमता रखता है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में भारत की सबसे बड़ी और अपनी तरह की पहली मोबिलिटी प्रदर्शनी - भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2024 में एक कार्यक्रम में संबोधित किया. उन्होंने एक्सपो का मुआयना भी किया. भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2024 मोबिलिटी और ऑटोमोटिव मूल्य शृंखलाओं में भारत की क्षमताएं दिखलाता है. इस एक्सपो में प्रदर्शनियां, सम्मेलन, खरीदार-विक्रेता बैठकें, राज्य सत्र, सड़क सुरक्षा मंडप और गो-कार्टिंग जैसे जन-केंद्रित आकर्षण शामिल होंगे.
सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इस भव्य आयोजन के लिए भारत के ऑटोमोटिव उद्योग को बधाई दी और एक्सपो में अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने वाले एग्जिबिटर्स के प्रयासों की सराहना की. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में इतनी भव्यता और बड़े पैमाने के कार्यक्रम का आयोजन उन्हें खुशी और आत्मविश्वास से भर देता है. दिल्ली के लोगों को भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2024 देखने आने का सुझाव देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये पूरी मोबिलिटी और आपूर्ति शृंखला कम्युनिटी को एक मंच पर लाता है.
2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने इसमें मोबिलिटी क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका बतलाई. उन्होंने अपना वही आह्वान दोहराया जो लाल किले की प्राचीर से उन्होंने किया था कि “यह ही समय है, सही समय है.” मौजूदा दौर मोबिलिटी क्षेत्र के लिए एक स्वर्णिम काल की शुरुआत है, इस पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत आगे बढ़ रहा है और तेजी से आगे बढ़ रहा है."
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2024 में अपने स्वागत भाषण के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार 2047 तक 'विकसित भारत' के दृष्टिकोण की ओर तेजी से बढ़ रही है. यह दृष्टिकोण सभी के लिए समावेशी विकास की कल्पना करता है. उन्होंने भारत को 'कमजोर पांच' देशों से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में बदलने के प्रधानमंत्री के व्यापक प्रयासों की सराहना की. गोयल ने देश में गरीबों, युवाओं और किसानों के जीवन में बदलाव लाने और उन्हें बेहतर भविष्य का स्वप्न देने में सक्षम बनाने के लिए प्रधानमंत्री की सराहना की. गोयल ने कहा, “भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए पूरा देश एक साथ आया है. आज भारत को दुनिया भर में एक भरोसेमंद भागीदार के रूप में देखा जाता है.”
हाल ही में संपन्न हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बारे में बोलते हुए मंत्री गोयल ने कहा कि जिस तरह से 60 शहरों में 220 बैठकें आयोजित करके विश्व मंच पर भारत की रफ्तार और मौजूदगी दिखलाई गई, उससे पता चलता है कि प्रधानमंत्री के तत्वावधान में हमारे देश के पास दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता है.
पीयूष गोयल ने देश में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए पूंजीगत व्यय के ऐतिहासिक आवंटन का ज़िक्र करते हुए प्रधानमंत्री द्वारा अंतरिम बजट 2024-2025 की दिखाई गई राजकोषीय समझदारी को रेखांकित किया. उन्होंने जोर दिया कि 11,11,111 करोड़ रुपये का आवंटन वित्त वर्ष 2020 में आवंटित बजट का तीन गुना है, जिसे राज्य सरकारों और संबंधित क्षेत्रों द्वारा किए गए बजट आवंटन के अलावा केवल केंद्र सरकार द्वारा खर्च किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनका मानना है - जब तीनों के इन्फ्रा खर्च को मिला दिया जाएगा तो मोबिलिटी सेक्टर को भारी बढ़ावा मिलेगा, जिससे इस सेक्टर के उज्ज्वल भविष्य की संभावना बढ़ जाएगी. अंतर्देशीय जलमार्गों और बंदरगाहों की संख्या दोगुनी होने से देश ने विकास में जो तीव्र वृद्धि देखी है उस सदंर्भ में गोयल ने कहा कि वे भविष्य में पूरी दुनिया की मांग को पूरा करने की भारत की क्षमता के प्रति दृढ़ संकल्पित हैं. अंतरिम बजट 2024-25 की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का विवेकपूर्ण कार्यान्वयन यह सुनिश्चित करेगा कि राजकोषीय घाटा धीरे-धीरे कम हो जाए जिससे ब्याज दरों और मुद्रास्फीति में कमी आएगी जिससे देश में व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अनुकूल स्थिति बनेगी.
केंद्रीय मंत्री गोयल ने 'भारत मंडपम' और 'यशोभूमि' के रूप में विश्व स्तरीय केंद्र निर्मित करने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा प्रदान की गई दूरदर्शिता और मार्गदर्शन की सराहना की, जिसने भारत के कद को सुदृढ़ किया है और सम्मेलनों और बैठकों मेजबानी करने वाले एक वैश्विक नेता के रूप में उसकी शक्ति को भी दिखलाया है.
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2024 के बारे में बोलते हुए गोयल ने कहा कि पहली बार मोबिलिटी और इससे संबद्ध क्षेत्र, यहां तक कि इससे जुड़े स्टार्टअप भी एक मंच पर साथ आए हैं. ये आने वाले वर्षों में एक वार्षिक इवेंट बनने की क्षमता रखता है. मंत्री ने कहा कि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों से लेकर टिकाऊ समाधानों तक, ये एक्सपो दुनिया के सामने भारत की इंजीनियरिंग क्षमताओं की शक्ति को उजागर करेगा. उन्नत ऊर्जा भंडारण, ई-मोबिलिटी और ग्रीन हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में भारत के अग्रणी कार्य को दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है.
उन्होंने कहा, "भारत 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा ईवी बाजार बनकर उभरेगा." उन्होंने मोबिलिटी क्षेत्र में हितधारकों को आगे आने और ऑटोमोटिव परिदृश्य को प्रधानमंत्री के विज़न के अनुसार देश के एक कुशल, टिकाऊ और समावेशी हिस्से में तब्दील करने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण को पूरा करने से देश में कनेक्टिविटी और ज्यादा बढ़ जाएगी और नागरिकों के लिए सुविधाजनक और भीड़-भाड़ मुक्त यात्रा सक्षम होगी. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि 26-29 फरवरी को होने वाली आगामी वस्त्र प्रदर्शनी 3एस - स्पीड, स्किल और स्केल के दृष्टिकोण को प्रदर्शित करेगी और विकसित भारत के नए दृष्टिकोण को दुनिया के सामने प्रस्तुत करेगी.