2022 में भारतीय कंपनियों ने 83 खरब रुपये की M&A डील्स कीं, IPO से जुटाए करीब 5 खरब रुपये
Grant Thornton Bharat Dealtracker की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल की तुलना में कुल डील्स की संख्या में 34 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई जबकि डील की कुल वैल्यू दोगुनी से भी अधिक (143 फीसदी) रही.
वैश्विक बाजार में अनिश्चितता के बीच साल 2022 की पहली छमाही में भारतीय कंपनियों ने 104.3 बिलियन डॉलर (83.34 खरब रुपये) के 1149 डील्स किए. इस दौरान 17 IPOs से 6 बिलियन डॉलर (करीब 5 खरब रुपये) की वैल्यू मिली जो कि अब तक किसी भी पहली छमाही में अर्जित अब तक की सबसे अधिक वैल्यू है.
Grant Thornton Bharat Dealtracker की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल की तुलना में कुल डील्स की संख्या में 34 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई जबकि डील की कुल वैल्यू दोगुनी से भी अधिक (143 फीसदी) रही.
एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड के 40 बिलियन डॉलर (करीब 32 खरब रुपये) के विलय, LTI और माइंडट्री के 17.7 बिलियन डॉलर (14.15 खरब रुपये) के विलय और अडाणी ग्रुप-होल्सिम लिमिटेड के 10.5 बिलियन डॉलर (8.40 खरब रुपये) की डील के साथ अधिग्रहण और विलय वाले कुल डील्स की कुल वैल्यू साल 2021 की पहली छमाही की तुलना में दोगुना से अधिक बढ़ी.
साल 2022 की पहली छमाही में हुई कुल डील्स की 86 फीसदी वैल्यू केवल इन्हीं तीन डील्स से आई. कुल डील्स में से तीन चौथाई डील्स प्राइवेट इक्विटी से जुड़े थे.
2022 की पहली छमाही के 76 फीसदी डील्स (284) अधिग्रहण और विलय से जुड़े थे जो कि 2021 की पहली छमाही से 27 फीसदी अधिक हैं.
वहीं, साल 2022 की पहली छमाही में ही 76 फीसदी डील्स स्टार्टअप, ई-कॉमर्स और आईटी सेक्टर से जुड़े थे. इसके बाद रिटेल, एजुकेशन और फार्मा सेक्टर के डील्स थे.
डील्स की वैल्यू के मामले में 2022 की पहली छमाही में कुल डील्स में से 53 फीसदी बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर से थे. इसके बाद आईटी और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के सौदे हुए.
कुल डील्स और डील्स की वैल्यू के मामले में प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल के निवेश सबसे आगे रहे. पहले छह महीने में 25.1 बिलियन डॉलर के 865 डील्स हुए.
स्टार्टअप सेक्टर में 5.1 बिलियन डॉलर के 550 डील्स हुए जिसने डील्स की वैल्यू में 69 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की. हालांकि, साल 2022 की दूसरी छमाही की तुलना में डील्स की संख्या और डील्स की वैल्यू क्रमश: 12 और 15 फीसदी घट गई.