कन्फर्म मिलेगी ऑनलाइन ट्रेन टिकट! रेलवे ने 9 गुना बढ़ाई प्रति मिनट टिकट बुकिंग की संख्या
भारतीय रेलवे ने अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 तक यात्रियों को टिकट बेचकर 54,733 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कमाई दर्ज की है. यह पिछले साल की तुलना में 73 प्रतिशत अधिक है.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पैसेंजर और टिकटिंग सिस्टम में किए जाने बड़े बदलावों को लेकर भी अहम जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे (Indian Railways) टिकट जारी करने की क्षमता प्रति मिनट 25,000 से बढ़ाकर 2.25 लाख करने और पूछताछ की क्षमता प्रति मिनट चार लाख से बढ़ाकर 40 लाख करने की योजना बना रहा है.
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह भी बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में 7,000 किलोमीटर की नयी रेल पटरी बिछाने का भी लक्ष्य तय किया गया है.
रेल मंत्री ने कहा, “हमारी योजना यात्री आरक्षण व्यवस्था की अवसंरचना को बेहतर करने की है. फिलहाल प्रति मिनट लगभग 25,000 टिकट जारी करने की क्षमता है. हमारा लक्ष्य इसे बढ़ाकर 2.25 लाख टिकट प्रति मिनट करने का है.”
वैष्णव ने आगे कहा, “पूछताछ की क्षमता भी चार लाख प्रति मिनट से बढ़ाकर 40 लाख प्रति मिनट की जाएगी.” उन्होंने देश के 2,000 रेलवे स्टेशनों पर 24 घंटे खुले रहने वाले ‘जन सुविधा' स्टोर शुरू करने की भी घोषणा की.”
रेल मंत्री ने कहा, “चालू वित्त वर्ष में 4,500 किलोमीटर (12 किलोमीटर प्रतिदिन) रेल पटरी बिछाने का लक्ष्य पहले ही हासिल किया जा चुका है.”
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे ने साल 2014 से लेकर अभी तक कुल 10,438 ब्रिज और अंडरपास बनाए हैं. इस साल 1000 नए ओवर ब्रिज और अंडर पास बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इस साल बनाए जाने वाले अंडर पास के डिजाइन पहले से बने अंडर पास से बिल्कुल अलग होंगे. डिजाइन में यह बदलाव पानी भरने की समस्या को खत्म करने के लिए की जाएगी.
टिकटों की कमाई से रेलवे मालामाल
भारतीय रेलवे ने अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 तक यात्रियों को टिकट बेचकर 54,733 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कमाई दर्ज की है. यह पिछले साल की तुलना में 73 प्रतिशत अधिक है. 2022 में, इसी अवधि के दौरान, रेलवे ने 31,634 करोड़ रुपये कमाए थे. कोविड-19 के बाद की अवधि में रेलवे यात्री यातायात में भी मजबूत वृद्धि देखी गई है. कोविड-19 महामारी से पहले की अवधि (2019-20) के दौरान यात्रियों की संख्या 809 करोड़ थी, लेकिन वित्त वर्ष 2020-21 में घटकर 125 करोड़ रह गई. वित्तीय वर्ष 2021-22 में रेलवे का यात्री यातायात सुधर कर 351.9 करोड़ हो गया.
आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 की रिपोर्ट में कहा गया है, "देश भर में बढ़ी हुई गतिशीलता और तेज और प्रतिस्पर्धी ट्रेनों की मांग आने वाले वर्षों में यात्री यातायात में वृद्धि में मदद करेगी."