कोरोना महामारी के दौरान इस भारतीय की संपत्ति में हुआ गजब का इजाफा, दुनिया के शीर्ष 100 अरबपतियों में बनाई जगह
मुंबई, कोविड-19 महामारी के दौरान भारतीय अरबपतियों में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साइरस पूनावाला की संपत्ति सबसे तेजी से बढ़ी है। जबकि वैश्विक स्तर पर सम्पत्ति बढने की रफ्तार के मामले में वह पांचवें स्थान पर हैं।
हुरुन रिसर्च की रपट के मुताबिक इसकी वजह उनकी कंपनी में वृद्धि करने की मजबूत कारोबारी संभावना है।
रपट के अनुसार 31 मई 2020 तक के अरबपतियों की सूची में पूनावाला दुनिया के 86वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उन्होंने 57 पायदान की छलांग लगाकर यह स्थान हासिल किया है। महामारी के चार महीनों के दौरान उनकी नेटवर्थ में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया विश्व की सबसे बड़ी टीका विनिर्माता कंपनी है। पूनावाला की नेटवर्थ बढ़ाने में उनकी इस गैर-सूचीबद्ध कंपनी की टीका विनिर्माण और वितरण से जुड़ी कारोबारी संभावनाओं ने मुख्य तौर पर मदद की है।
हाल ही में उनकी कंपनी ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित कोरोना वायरस के एक अरब टीकों के विनिर्माण के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ एक समझौता भी किया है।
शीर्ष 100 अरबपतियों की सूची में पूनावाला के अलावा तीन भारतीय और हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी सबसे अमीर भारतीय हैं। हालांकि उनकी संपत्ति कोविड-19 के पहले के स्तर से एक प्रतिशत गिरी है। इसके बावजूद विश्व रैकिंग में वह एक स्थान बढ़कर दुनिया के आठवें सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं।
हाल में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी डिजिटल कारोबार इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स में हिस्सेदारी को बेचकर समूह पर शुद्ध ऋण को शून्य करने में सफलता पायी है। इससे कंपनी की कारोबारी संभावनाएं मजबूत हुई हैं।
शीर्ष 100 में एचसीएल के शिव नादर और अडाणी समूह के गौतम अडाणी ही भारत की ओर से शामिल हैं।
सूच में अमेजन के जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं। उनके बाद माइक्रोसॉफ्ट के बिलगेट्स दूसरे, एलवीएमएच के बर्नार्ड आरनॉल्ट तीसरे , बर्कशायर हैथवे के वारेन बफेट चौथे, फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग पांचवे, माइक्रोसॉफ्ट के स्टीव बालमर छठे, इंडीटेक्स के अमानसियो ऑर्टेगा सातवें, गूगल के सर्जी ब्रिन नौवें और गूगल के लैरी पेज दसवें स्थान पर हैं।
Edited by रविकांत पारीक