महंगाई की मार: घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में आज से 50 रुपये की बढ़ोतरी
14.2 किलो घरेलू लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) सिलेंडर की कीमत में आज से 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. इसके साथ ही घरेलू सिलेंडर की कीमत आज से दिल्ली में 1103 रुपये प्रति सिलेंडर होगी. समाचार एजेंसी एएनआई ने इसकी जानकारी दी है.
साथ ही, 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 350.50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. इस बढ़ोतरी के साथ दिल्ली में 19 किलो के कमर्शियल सिलिंडर की कीमत 2119.50 रुपये हो जाएगी. नई दरें आज से प्रभावी हो गई हैं. दिल्ली में 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की नई संशोधित कीमत आज से 1053 रुपये के बजाय 1103 रुपये होगी. मुंबई में यह सिलेंडर 1052.50 रुपये के बजाय 1102.5 रुपये में बेचा जाएगा. कोलकाता में इसकी कीमत 1079 रुपये के बजाय 1129 रुपये और चेन्नई में 1068.50 रुपये के बजाय 1118.5 रुपये होगी.
आज से दिल्ली में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर 1769 रुपये की जगह 2119.5 रुपये में मिलेगा. कोलकाता में यह 1870 रुपये था, अब यह 2221.5 रुपये हो गया है. मुंबई में इसकी कीमत 1721 रुपये से बढ़कर अब 2071.50 रुपये हो गई है. चेन्नई में 1917 रुपये का सिलेंडर अब 2268 रुपये में मिलेगा.
स्थानीय करों के कारण घरेलू रसोई गैस की कीमतें एक राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न होती हैं. ईंधन खुदरा विक्रेता हर महीने की शुरुआत में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में संशोधन करते हैं.
पिछले कुछ साल में एलपीजी के दाम काफी तेजी से बढ़े हैं. पेट्रोलियम मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 1 अप्रैल, 2017 से 6 जुलाई, 2022 के बीच एलपीजी की कीमतों में 58 बार बदलाव किए गए. इससे LPG सिलिंडर की कीमत में 45 प्रतिशत की बढ़त हुई. अप्रैल 2017 में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 723 रुपये थी और जुलाई 2022 तक 45 प्रतिशत बढ़कर 1,053 रुपये हो गई.
प्रत्येक परिवार एक वर्ष में रियायती दरों पर 14.2 किलोग्राम के 12 सिलेंडरों का हकदार है. इसके अलावा, ग्राहकों को बाजार मूल्य पर एलपीजी सिलेंडर की कोई अतिरिक्त खरीदारी करनी होगी. PAHAL (एलपीजी का डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) योजना के तहत उपभोक्ताओं को रियायती दर पर एलपीजी सिलेंडर मिलते हैं. वहीं, सब्सिडी विदेशी मुद्रा दरों, कच्चे तेल की कीमतों जैसे कई कारकों पर निर्भर करती है.
आपको बता दें कि, एक दिन पहले ही सरकार ने GDP के आंकड़े जारी किए हैं. वित्त वर्ष 23 (FY23) की तीसरी तिमाही में भारत की GDP वृद्धि 4.4% पर आ गई, जबकि दूसरी तिमाही में यह 6.3% थी. केंद्र ने वित्त वर्ष 22 के लिए GDP संख्या को संशोधित कर 8.7% से 9.1% कर दिया है जो पहले जारी की गई थी. सरकार ने वित्त वर्ष के लिए GDP अनुमान को 7% पर अपरिवर्तित रखा है.