INS विक्रमादित्य में लगी आग को बुझाने में कमांडर ने गंवाई जान, बीते माह हुई थी शादी
बीते शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में एक युवा भारतीय नौसेना अधिकारी ने विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य में आग लगने के बाद अपनी जान गंवा दी। फायर फाइटिंग ऑपरेशन का नेतृत्व करने वाले लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान की इस हादसे में जान चली गई। वे आग को बचाने के लिए प्रयास कर रहे थे। नौसेना द्वारा जारी बयान नें कहा गया कि लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौगान ने पूरी बहादुरी से आग को बुझाने का प्रयास किया।
जहाज आईएनएस विक्रमादित्य में शुक्रवार सुबह उस समय आग लग गई जब जहाज कारवार में बंदरगाह में प्रवेश कर रहा था। जहाज के चालक दल द्वारा त्वरित कार्रवाई में आग को नियंत्रित किया गया, ताकि जहाज की लड़ाकू क्षमता को कोई गंभीर क्षति न हो। जहाज में आग बुझाने का काम लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान कर रहे थे। बीते माह ही कमांडर चौहान की शादी हुई थी।
लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान ने प्रभावित डिब्बे में अग्निशमन प्रयासों का बहादुरी से नेतृत्व किया। जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक अधिकारी अग्निशमन प्रयासों के दौरान धुएं के कारण बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत चिकित्सा कारवार, आईएनएचएस पतंजलि के नौसेना अस्पताल में पहुंचाया गया। हालांकि, उन्हें बचाया नहीं जा सका। घटना की परिस्थितियों की जांच के लिए एक बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है।
रूस द्वारा निर्मित आईएनएस विक्रमादित्य जिसे पहले एडमिरल गोर्शकोव नाम दिया गया था, नवंबर 2013 में नौसेना को सौंप दिया गया था। इसका वजन 40,000 टन है और यह नौसेना का सबसे बड़ा और भारी जहाज है।
यह भी पढ़ें: इस फैक्ट्री में काम करती हैं सिर्फ महिलाएं, यूं बदल रही इनकी जिंदगी