Apple ने भारत से एक्सपोर्ट का बनाया रेकॉर्ड, एक महीने में बाहर भेजे 1 अरब डॉलर के स्मार्टफोन
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर में इंडिया से सबसे ज्यादा करीबन 10000 करोड़ रुपये की वैल्यू वाले फोन का एक्सपोर्ट हुआ है. एपल और सैमसंग दोनों इंडिया से लीडिंग मोबाइल एक्सपोर्टर रहे हैं. हालांकि नवंबर में एपल ने सैमसंग को पीछे छोड़ते हुए इंडिया से सबसे अधिक मोबाइल एक्सपोर्ट करने वाली कंपनी बन गई.
आईफोन बनाने वाली कंपनी एपल भारत से एक महीने में एक अरब डॉलर यानी करीबन 8100 करोड़ रुपये के स्मार्टफोन्स का निर्यात करने वाली पहली कंपनी बन गई है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर में इंडिया से सबसे ज्यादा करीबन 10000 करोड़ रुपये की वैल्यू वाले फोन का एक्सपोर्ट हुआ है. एपल और सैमसंग दोनों इंडिया से लीडिंग मोबाइल एक्सपोर्टर रहे हैं. हालांकि नवंबर में एपल ने सैमसंग को पीछे छोड़ते हुए इंडिया से सबसे अधिक मोबाइल एक्सपोर्ट करने वाली कंपनी बन गई.
एपल भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग में लगातार इजाफा कर रहा है. कुछ दिनों पहले ही साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में ताइवान के डिजीटाइम्स अखबार की शोध इकाई के एक विश्लेषक ल्यूक लिन ने एक पूर्वानुमान दिया था.
उसके मुताबिक, भारत 2027 तक दुनिया के दो में से एक आईफोन का उत्पादन कर सकता है, जबकि वर्तमान में यह 5 फीसदी से भी कम है. वहीं जेपी मॉर्गन के पूर्वानुमान के मुताबिक भारत 2025 तक दुनिया भर में कुल एपल आईफोन का 25 फीसदी हिस्सा बनाएगा.
एपल इंडिया में फिलहाल आईफोन 12, 13, 14 और 14+ बनाती है. इंडिया में एपल के इन मॉडल्स के मैन्युफैक्चरिंग का कॉन्ट्रैक्ट तीन कंपनियों द्वारा लिया गया है. इनमें फॉक्सकॉन, विस्ट्रान और पेगाट्रॉन शामिल हैं. रिपोर्ट बताती है कि कुछ छोटे एक्सपोर्टर भी इंडिया से आईफोन का निर्यात करते हैं.
फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन दोनों मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी तमिलनाडु में हैं. जबकि विस्ट्रॉन की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी कर्नाटक में है. ये तीनों ही कंपनियां भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम का हिस्सा हैं.
सरकारी अधिकारियों ने ईटी को बताया कि अगर सैमसंग की फैसिलिटी फुल कैपेसिटी से काम कर रही होती तो टोटल एक्सपोर्ट और भी अधिक होता. ये सेंटर दिसंबर में करीबन 15 दिनों के लिए बंद था. निर्यात के इन आंकड़ों को पीएलआई स्कीम की सफलता के तौर पर देखा जा रहा है.
इंडिया सेल्यूलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स असोसिएशन के चेयरमैन पंकज मोहिंद्रू ने कहा, पीएलआई स्कीम्स सरकार के महात्वाकांक्षी पीएलआई स्कीम्स की सफलता का सिग्नल हैं.
आगामी बजट में इनपुट टैरिफ को सस्ता कर दिया जाए तो इंडिया के स्मार्टफोन एक्सपोर्ट बिजनेस को और कॉम्पिटिटीव और बढ़ोतरी वाला बनाया जा सकता है. हम सरकार से ये भी आग्रह करते हैं कि ऐसी ही स्कीम हियरेबल्स और वियरेबल्स के लिए लाई जाएं.
कॉमर्स मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से दिसंबर 2022 के बीच इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स का एक्सपोर्ट बढ़कर 16.67 अरब डॉलर पर पहुंच गया. यह पिछले साल की इसी अवधि के दौरान रहे 10.99 अरब डॉलर के निर्यात से 51.56 पर्सेंट अधिक है.
Edited by Upasana