क्या सरकार ITC में से अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है? जानिए सरकार ने क्या कहा
आईटीसी की एफएमसीजी, होटल, सॉफ्टवेयर, पैकेजिंग, पेपरबोर्ड, स्पेशियलिटी पेपर और एग्रीबिजनेस में मौजूदगी है. दिसंबर तक भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की आईटीसी में 15.3 प्रतिशत और घरेलू म्युचुअल फंड की 9.66 प्रतिशत हिस्सेदारी थी.
एफएमसीजी (FMCG) से लेकर तमाम सेक्टर में अपना दबदबा रखने वाली भारतीय कंपनी आईटीसी
में से सरकार अपनी हिस्सेदारी फिलहाल नहीं बेचेगी.मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने कहा कि सरकार आईटीसी में से अपनी अप्रत्यक्ष हिस्सेदारी बेचने की कोई तैयारी नहीं कर रही है. उन्होंने कहा, 'हम फिलहाल आईटीसी में से अपनी हिस्सेदारी नहीं बेच रहे हैं. आईटीसी को लेकर तो फिलहाल ऐसा कुछ नहीं है.'
बता दें कि, यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (SUUTI) के निर्दिष्ट उपक्रम के माध्यम से ITC में सरकार के पास 97.45 करोड़ शेयर या 7.86 प्रतिशत हिस्सेदारी है. सरकार की हिस्सेदारी का मूल्य लगभग 36,457.22 करोड़ रुपये है, जो 13 फरवरी के बंद भाव 374.10 रुपये पर आधारित है. पिछले एक साल में शेयरों में काफी तेजी आई है.
आईटीसी की एफएमसीजी, होटल, सॉफ्टवेयर, पैकेजिंग, पेपरबोर्ड, स्पेशियलिटी पेपर और एग्रीबिजनेस में मौजूदगी है. दिसंबर तक भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की आईटीसी में 15.3 प्रतिशत और घरेलू म्युचुअल फंड की 9.66 प्रतिशत हिस्सेदारी थी.
पांडे ने उन न्यूज रिपोर्टों को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि सरकार फाइनेंशियल ईयर 2023 के अपने विनिवेश लक्ष्य को पूरा करने के लिए आईटीसी में से हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि हिस्सेदारी बेचने की खबरें गलत हैं.
बाजार की प्रतिकूल परिस्थितियों और 2022 में सुस्त निजीकरण अभियान के बाद FY23 के लिए विनिवेश लक्ष्य को 65,000 करोड़ रुपये के बजट अनुमान से संशोधित कर 50,000 करोड़ रुपये कर दिया गया था. सरकार की वित्त वर्ष 24 में विनिवेश से 51,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है.
SUUTI ने फरवरी 2017 में ITC में 2 प्रतिशत हिस्सेदारी 291.95 रुपये प्रति शेयर पर बेची, जिससे सरकार के लिए 6,700 करोड़ रुपये जुटाए गए. उसके बाद कोई हिस्सेदारी बिक्री नहीं हुई है.
आईटीसी का शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में 21 फीसदी बढ़कर 5,031 करोड़ रुपये रहा. ग्रॉस रेवेन्यू 2.9 फीसदी बढ़कर 17,122 करोड़ रुपए रहा.
Edited by Vishal Jaiswal