बर्लिन फिल्म फेस्टिवल पहुंची कर्नाटक के युवा की ये खास शॉर्ट फिल्म
‘अल्फा, बीटा, गामा’ का प्रीमियर गोवा में हुए अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में हुआ था और फिल्म को सकारात्मक समीक्षा मिली थी। इसी के साथ 25 में से 9 फिल्मों को बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित करने के लिए चुना गया था और अब यह फिल्म यूरोपीय दर्शकों के लिए प्रदर्शित की जा रही है।
भारत में हर साल करीब 2 हज़ार से अधिक फिल्मों का निर्माण होता है और इसी के साथ लाखों की संख्या में युवा इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने का सपना लेकर आगे बढ़ते हैं। इस दौरान सिनेमा के क्षेत्र में इन युवाओं को आगे बढ़ने के लिए शॉर्ट फिल्म अहम भूमिका निभाती हैं, जहां वे कम बजट में अपने कौशल का प्रदर्शन कर पाते हैं और इन शॉर्ट फिल्मों के जरिये उन्हें दुनिया भर में प्रशंसा भी हासिल होती है।
ऐसा ही कुछ अब कोडागु के रहने वाले कालीचंद निशान नानैया के साथ भी हो रहा है, जिनकी शॉर्ट फिल्म ‘अल्फा, बीटा, गामा’ ने प्रतिष्ठित बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में अपनी जगह बनाई है। गौरतलब है कि निशान ने अपनी इस शॉर्ट फिल्म को कोरोना महामारी के दौरान ही शूट किया था।
शॉर्ट फिल्म ‘अल्फा, बीटा, गामा’ की बात करें तो इस फिल्म की कहानी तीन लोगों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो कोरोना महामारी के चलते लागू हुए लॉकडाउन के दौरान एक फ्लैट में फंस गए हैं। इस दौरान समय के साथ तीनों के लिए समीकरण बदल जाते हैं और फिल्म इस दौरान पैदा हुई नई स्थितियों पर बात करती है।
FTII से की पढ़ाई
निशान ने पुणे स्थित भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (FTII) से पढ़ाई की है। वे अब तक कई फिल्मों में अभिनय भी कर चुके हैं, जिसमें उनके करियर की शुरुआत शशि सुदीगला द्वारा निर्देशित फिल्म साइकिल किक के साथ की थी। हिन्दी, बंगाली और मलयालम भाषाओं में वे अब तक 25 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं।
मीडिया से बात करते हुए निशान ने बताया है कि उन्हें शुरुआत से ही कमर्शियल सिनेमा का शौक था और इसी के चलते वे पुणे में फिल्म कोर्स करने चले गए। कोर्स खत्म करने के बाद वे सीधे मुंबई आ गए और यहाँ पर कुछ बड़े नामों के साथ उन्होंने काम करना शुरू कर दिया।
खास है बर्लिन फिल्म फेस्टिवल
‘अल्फा, बीटा, गामा’ का प्रीमियर गोवा में हुए अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में हुआ था और फिल्म को सकारात्मक समीक्षा मिली थी। इसी के साथ 25 में से 9 फिल्मों को बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित करने के लिए चुना गया था और अब यह फिल्म यूरोपीय दर्शकों के लिए प्रदर्शित की जा रही है।
बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत साल 1951 में कोल्ड वार के दौरान हुई थी और इसका आयोजन जर्मनी के बर्लिन शहर में किया जाता है। करीब 3 लाख टिकट बिक्री के साथ यह फिल्म फेस्टिवल दुनिया का सबसे बड़ा वार्षिक फिल्म फेस्टिवल माना जाता है।
Edited by Ranjana Tripathi