जानिये क्या है हर घर तिरंगा अभियान और आप इसमें कैसे शामिल हो सकते हैं?
आज़ादी के 75 बरस पूरे होने के अवसर पर सरकार द्वारा आयोजित अभियान ‘हर घर तिरंगा’ राष्ट्रीय ध्वज के विषय में जागरूकता के उद्देश्य से शुरू किया गया एक जन सहभागिता अभियान है.
ब्रिटिश उपनिवेशवाद से भारत की आज़ादी को 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं. जब भारत आज़ाद हुआ था तो बहुत-से ब्रिटिश, योरोपीय विशेषज्ञों को मानना था कि भारत आज़ादी को बहुत दिन सम्भाल नहीं पाएगा. पिछले 75 वर्ष एक बहु-सांस्कृतिक देश के राष्ट्र राज्य बनने की और जन प्रतिनिधित्व के आधार पर बने उसके लोकतंत्र की सफलता की कथा है. इसमें कठिन दौर रहे हैं, अभी भी हैं और बहुत सारी चुनौतियाँ और संघर्ष हैं.
उन सबके बीच यह एक अवसर है आज़ादी की लड़ाई को याद करने का, अपने लोकतंत्र को जाँचने परखने का और उचित उपलब्धियों पर खुद की प्रशंसा करने का भी.
भारत सरकार इस उपलब्धि का जश्न ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में देशव्यापी पैमाने पर सुनियोजित ढंग से मना रही है. उसी के एक अनुषंग के रूप में इस साल 13 से 15 अगस्त के बीच देशवासियों द्वारा अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने का अभियान शुरू किया गया है. इस का उद्देश्य है लोगों में देशभक्ति की भावना को प्रेरित करना और राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता फैलाना.
यहाँ यह समझने की ज़रूरत है कि हर घर तिरंगा कोई नीति या आदेश नहीं है बल्कि एक जन-अभियान है.
आप हर घर तिरंगा अभियान में कैसे शामिल हो सकते हैं?
सरकार का लक्ष्य है कि जनभागीदारी से 20 करोड़ से ज्यादा घरों पर तिरंगा फहराया जाए. आम लोगों के घरों के साथ-साथ इसमें सरकारी और निजी प्रतिष्ठान भी शामिल होंगे.
पूरे देश में झंडों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं:
- देश के सभी डाकघरों में 1 अगस्त 2022 से राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री शुरू हो जाएगी.
- राज्य सरकारों ने झंडे की आपूर्ति और बिक्री के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ अनुबंध किये हैं. भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को जेम पोर्टल पर भी पंजीकृत किया गया है.
- भारत सरकार ने ध्वज की आपूर्ति की प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न ई-कॉमर्स वेबसाइटों और स्वयं सहायता समूहों के साथ अनुबंध किये हैं.
- झंडे डाकघरों से भी ख़रीदे जा सकेंगे. डाकघरों में झंडे की कीमत 25 रुपये रखी गई है.
- इसके अलावा, डिजिटल इंडिया इस अभियान में वर्चुअली भी पार्टिसिपेट कर सकता है. लोग तिरंगे को ऑनलाइन भी खरीद सकेंगे.
संस्कृति मंत्रालय ने एक वेबसाइhttps://harghartiranga.com/ लॉन्च किया है, जहां कोई भी व्यक्ति 'ध्वज पिन कर सकता है' और अपनी देशभक्ति को प्रदर्शित करने के लिए 'ध्वज के साथ सेल्फी' भी पोस्ट कर सकता है. सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म्स पर देश के नागरिकों से 2 अगस्त से 15 अगस्त के बीच अपने प्रोफाइल पर तिरंगा लगाने का आह्वान भी किया गया है.
क्या कर रही हैं राज्य सरकारें?
दिल्ली सरकार ने इस बार आजादी का जश्न 15 अगस्त आने से दो हफ्ते पहले ही शुरू कर रही है. इस आयोजन में सांस्कृतिक आयोजन, संगीत कार्यक्रमों के साथ-साथ एक बड़े उत्सव की तैयारी है. दिल्ली सरकार लगभग 100 कार्यक्रमों का आयोजन पूरी दिल्ली में स्कूल के बच्चों की मदद से करेगी. दिल्ली शहर के फ़्लाइओवर, सडकें, अंडरपास और सरकारी इमारतें को रौशन करके सजाया जाएगा.
सिर्फ दिल्ली सरकार ही नहीं, विभिन्न राज्य सरकारें इस मौके पर कुछ ख़ास करने की योजना कर रही है. जहां दिल्ली सरकार ने इस दिन के सेलिब्रेशन को खास बनाने के लिए बुराड़ी ग्राउंड में दुनिया में सबसे बड़े मानव ध्वज का रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की है. वहीं उत्तराखंड में 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित दयारा बुग्याल (Dayara Bugyal) की छानियों में तिरंगा फहराया जाएगा. यहां सदियों से रह रहे ग्रामीण पहली बार ध्वजारोहण करेंगे. इसके अलावा, 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत प्रदेश के 20 लाख परिवारों में से कम से कम 10 लाख परिवारों के घरों पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया है.
'हर घर तिरंगा' अभियान के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी खासी तैयारी कर रही है. सरकार ने अब तक 2 करोड़ झंडे खरीद भी लिए हैं.
दक्षिण की तरफ रुख करें तो आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए तेलंगाना सरकार ने राज्य भर में 'स्वतंत्र भारत वज्रोत्सव' मनाने का फैसला किया है. 8 से 22 अगस्त तक आयोजित होने वाले 'स्वतंत्र भारत वज्रोत्सव' अभियान के तहत राज्य में परिवारों को 1 करोड़ राष्ट्रीय झंडे वितरित किये जाएंगे. राज्य के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी गांवों, मंडलों और नगर पालिकाओं में झंडे वितरित किए जाएं. सभी सिनेमाघरों में स्कूली बच्चों को राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति पर बनी फिल्में नि:शुल्क दिखाई जाएंग