Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
ADVERTISEMENT
Advertise with us

कौन हैं राजीव जैन जिनकी वजह से भागे अडानी के शेयर, हाई स्कूल में खरीदा था पहला स्टॉक

हाल ही में जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners ) के को-फाउंडर और चैयरमैन राजीव जैन ( Rajiv Jain) ने अडानी की कंपनियों में बड़ा निवेश किया. अब लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर राजीव जैन कौन हैं.

कौन हैं राजीव जैन जिनकी वजह से भागे अडानी के शेयर, हाई स्कूल में खरीदा था पहला स्टॉक

Monday March 06, 2023 , 3 min Read

हाल ही में खबर आई थी कि जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners ) के को-फाउंडर और चैयरमैन राजीव जैन ( Rajiv Jain) ने गौतम अडानी की कंपनियों में बड़ा स्टेक लिया है. इसकी वजह से अचानक से कंपनी के शेयरों में तेजी आने लगी. देखते ही देखते कंपनी की तमाम कंपनियों के शेयरों में अपर सर्किट लगने लगे. GQG Partners ने गौतम अडानी की कंपनियों में करीब 15,400 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इसने अडानी एंटरप्राइजेज का 3.4 प्रतिशत 1,410.86 रुपये के शेयर मूल्य पर, अडानी पोर्ट्स का 4.1 प्रतिशत 596.2 रुपये के शेयर मूल्य पर, अडानी ट्रांसमिशन का 2.5 प्रतिशत 504.6 रुपये प्रति शेयर और अडानी ग्रीन एनर्जी का 3.5 प्रतिशत 668.4 रुपये प्रति शेयर पर खरीदा. सवाल ये है कि आखिर राजीव जैन हैं कौन, जो गौतम अडानी के लिए संकटमोचन बनकर सामने आए हैं.

कौन हैं राजीव जैन?

राजीव जैन का जन्म भारत में हुआ था, लेकिन बाद में 1990 में वह फाइनेंस एंड इंटरनेशनल बिजनस में एमबीए करने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी चले गए. राजीव जैन ने साल 2016 में जीक्यूजी पार्टनर्स की शुरुआत की थी. उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल को देखें तो इससे पहले वह स्विस कंपनी वोंटोबेल एसेट मैनेजमेंट में को-चीफ़ एग्ज़िक्यूटिव ऑफ़िसर, चीफ़ इनवेस्टमेंट ऑफ़िसर और हेड ऑफ़ इक्विटीज़ के तौर पर भी काम किया है. राजीव जैन वोंटोबेल से वो 1994 में जुड़े थे. करीब 23 साल तक निवेश का अनुभव लेने के बाद जीक्यूजी पार्टनर्स की शुरुआत की थी. जीक्यूजी पार्टनर्स दुनिया की प्रमुख ग्लोबल एंड एमर्जिंग मार्केट्स इनवेस्टर्स फर्म है और राजीव जैन इस कंपनी के चेयरमैन हैं.

हाई स्कूल में खरीदा था अपना पहला स्टॉक

राजीव जैव वह शख्स हैं, जिन्होंने हाई स्कूल के दौरान अपना पहला स्टॉक खरीदा था. अभी वह पिछले करीब 22 सालों से लोगों का पैसा मैनेज कर रहे हैं. वह ऐसी कंपनियों में निवेश करते हैं जो अगले 5 सालों में तगड़ा रिटर्न देती हैं. यानी इन्हें बेशक गौतम अडानी की कंपनियों में तगड़ी ग्रोथ दिख रही है. वह कहते हैं कि दुनिया जीरो-नेट एनर्जी की ओर जा रही है, ऐसे में अडानी ग्रुप के शेयरों में उन्हें तगड़ी तेजी के मौके दिख रहे हैं.

ऑस्ट्रेलिया में लाए थे ऐतिहासिक आईपीओ

31 जनवरी 2023 तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार राजीव जैन की ये कंपनी अब तक करीब 92 अरब डॉलर की वैल्यू से भी ज्यादा के क्लाइंट असेट्स मैनेज कर चुकी है. साल 2021 में यह कंपनी ऑस्ट्रेलिया में सबसे बड़ा आईपीओ लाई थी और उसके जरिए कंपनी ने करीब 1.187 अरब डॉलर जुटाए थे. जब कंपनी की लिस्टिंग हुई थी, तब इसकी मार्केट कैप करीब 5.91 अरब डॉलर के करीब थी. यह कंपनी ऑस्ट्रेलिया के सिक्योरिटीज एक्सचेंज पर लिस्टेड है. इसका हेडक्वार्टर अमेरिका के फ्लोरिडा में है. वहीं कंपनी के दफ्तर न्यूयॉर्क, लंदन, सिएटल और सिडनी में स्थित हैं.

क्या है राजीव जैन की कंपनी का रेवेन्यू मॉडल?

राजीव जैन की कंपनी में सबसे दिलचस्प बात ये है कि इसकी अधिकांश हिस्सेदारी कंपनी के कर्मचारियों के ही पास है. यह कंपनी एक असेट मैनेजमेंट फर्म है, जो अपने क्लाइंट्स के पैसों पर तगड़ा रिटर्न देती है. राजीव जैन अपने क्लाइंट्स को तगड़ा रिटर्न देने के लिए मुश्किल बाजारों में बचाते हैं और उभरते बाजारों में निवेश करते हैं. यही उनका निवेश करने का तरीका है, वह पुराने निवेश के तरीकों के हिसाब से नहीं चलते हैं.