KPMG में निकलने वाली हैं बंपर नौकरियां, अगले 2-3 वर्षों में होगी 20000 लोगों की हायरिंग
KPMG अपने गैर-लेखापरीक्षा व्यवसायों- परामर्श, कर और लेनदेन को आक्रामक रूप से बढ़ा रही है.
भारत में KPMG अगले 2-3 वर्षों में अपनी इंडिया प्रैक्टिस और वैश्विक वितरण शाखा केपीएमजी ग्लोबल सर्विसेज (केजीएस) के बीच 20,000 लोगों को नियुक्त करेगी. यह बात फर्म के नए नियुक्त सीईओ येजदी नागपोरवाला ने इकनॉमिक टाइम्स को एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कही है. KPMG के पास वर्तमान में केजीएस और केपीएमजी इंडिया के बीच भारत में 40,000 से अधिक कर्मचारी हैं. केपीएमजी ने देश में कोविड-19 के व्यवधान को दूर करते हुए मजबूत विकास दर्ज किया क्योंकि ग्राहकों ने अपने व्यवसायों को लचीला बनाने के लिए कई तरह की सेवाओं की मांग की.
नागपोरवाला का कहना है, "वित्त वर्ष 2021-22 में फर्म का भारत का कारोबार 25% से अधिक बढ़ा और मार्च 2023 तिमाही में भी यह आंकड़ा 25% से अधिक होगा." उन्होंने आगे कहा है कि भारत उन सभी भौगोलिक क्षेत्रों में शीर्ष तीन सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है, जिनमें केपीएमजी मौजूद है. भारत, केपीएमजी वैश्विक नेटवर्क के लिए प्रतिभा का सबसे बड़ा सप्लायर है.
एडवाइजरी प्रैक्टिस पर फिर से किया है फोकस
केपीएमजी अपने गैर-लेखापरीक्षा व्यवसायों- परामर्श, कर और लेनदेन को आक्रामक रूप से बढ़ा रही है. इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में नागपोरवाला के हवाले से कहा गया, "हमने कुछ साल पहले अपनी एडवायजरी प्रैक्टिस पर फिर से ध्यान केंद्रित करने और पुनर्जीवित करने की अपनी यात्रा शुरू की थी. कुछ साल पहले हमने डिजिटल, डेटा एनालिटिक्स, ईएसजी और ट्रांसफॉर्मेशन सर्विसेज में जो कदम उठाए थे, वे समृद्ध लाभांश दे रहे हैं."
उन्होंने कहा कि एडवाइजरी अब केपीएमजी के भारत के कारोबार का लगभग 60% है और अन्य वर्टिकल की तुलना में तेज गति से बढ़ रहा है. हाल ही में, फर्म ने एक डीकार्बोनाइजेशन हब और केपीएमजी इनोवेशन कैलिडोस्कोप सेंटर लॉन्च किया है, जो फर्म के लोगों, क्लाइंट्स और व्यवसायों के लिए एक सहयोगी कार्यक्षेत्र है.
प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म्स को मिलती रहेगी डिमांड
नागपोरवाला के अनुसार, प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म्स को अपनी सेवाओं के लिए मजबूत मांग मिलती रहेगी, और पिछले दो वर्षों में मजबूत वृद्धि सिर्फ एक कोविड-19 बंप नहीं थी. भारत की कहानी अब बदल रही है. हम अगले कुछ वर्षों के लिए मजबूत मांग देखना जारी रखेंगे. आगे चलकर केपीएमजी के लिए एक बड़ा फोकस, सर्विस लाइन्स में समाधान विकसित करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना होगा.
सिर्फ Wipro ने ही नहीं, Infosys ने भी Moonlighting करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
Edited by Ritika Singh