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हिम्मत और जज्बे की जीती जागती मिसाल है 16 साल की साफिया, ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे दे रही 10वीं की परीक्षा

हिम्मत और जज्बे की जीती जागती मिसाल है 16 साल की साफिया, ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे दे रही 10वीं की परीक्षा

Friday February 28, 2020 , 2 min Read

बरेली शहर (उत्तर प्रदेश) की साफिया जावेद नाम की लड़की ने हिम्मत और जज्बे की एक अलग ही मिसाल पेश की है। 16 साल की साफिया को फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित हैं और उन्हें फेफड़ों का संक्रमण है। इसकी वजह से डॉक्टर्स ने साफिया को 24 घंटे ऑक्सीजन सिलेंडर पर रहने की सलाह दी। फिर भी साफिया ने हिम्मत नहीं हारी। अब वह ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा दे रही है। साफिया बरेली के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज से हाई स्कूल की पढ़ाई कर रही है।


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परीक्षा सेंटर में परीक्षा देते हुए साफिया जावेद (फोटो क्रेडिट: UP VartaNews)



साफिया पिछले 5 साल से फेफड़ों की बीमारी से जूझ रही थी। थोड़ा सा चलते ही साफिया की सांस फूलने लगती है। इसी कारण इलाज कर रहे डॉक्टर्स ने उन्हें चौबीसों घंटे ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ रहने के लिए कहा। लंबे समय से बीमार होने के कारण उसे फेफड़ों में कमजोरी के साथ-साथ टीबी भी हो गई। इसके कारण वह ठीक से सांस भी नहीं ले पाती। साफिया का इलाज कर रहे डॉक्टर्स ने उसे दिन-रात ऑक्सीजन के सहारे रहने की सलाह दी।


वह पिछले एक साल से ऐसे ही जिंदगी जी रही है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए वह कहती है, 'मेरे परिवार ने मेरी बहुत मदद की और मुझे हिम्मत दी। मुझे कंप्यूटर साइंस पसंद है लेकिन मैंने अभी तय नहीं किया है कि मुझे क्या बनना है।''


जहां लोग थोड़ा सा बीमार होने पर ही सबकुछ छोड़ देते हैं, इतनी गंभीर बीमारी होने के बाद भी साफिया लड़ रही है। इस साल उसने परीक्षा का प्राइवेट फॉर्म भरा। परीक्षा देने के समय साफिया कि हिम्मत जवाब देने लगी। उसने सोचा कि ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे वह कैसे 3 घंटे बिता पाएगी लेकिन उसके घरवालों और परिजनों ने उसका हौसला बढ़ाया। इसके बाद साफिया को हिम्मत मिली और उसने अपनी बीमारी को हराते हुए परीक्षा दी। उसके घरवालों लिखित प्रार्थना पत्र देकर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ एग्जाम देने की अपील की। उसके परिवार वाले सिलेंडर को परीक्षा हॉल तक लेकर जाते हैं।


साफिया की इस परेशानी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने भी साफिया की पूरी मदद की। बरेली मंडल के जेडी प्रदीप कुमार ने बताया कि वह साफिया के जज्बे को सलाम करते हैं। साफिया बाकी लड़कियों के लिए एक प्रेरणा हैं। साफिया के साथी भी उसकी हिम्मत की दाद देते हैं। वह घर पर भी ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर पढ़ाई करती हैं। साफिया का जज्बा और जुनून देखकर हर कोई हैरान है।