कैसे कानपुर के इस उद्यमी ने खड़ा किया 324 करोड़ रुपये का जूता ब्रांड? ऐसी है आपके फेवरेट रेड चीफ की कहानी
मनोज ज्ञानचंदानी ने अपनी उम्र के 20वें साल में चमड़े के जूते के निर्यात का व्यवसाय शुरू किया था, साथ ही वे अपने परिवार के व्यवसाय से भी जुड़े थे। 1995 में, उन्होंने यूरोप में चमड़े के जूते निर्यात करने के लिए लीयान ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की। हालांकि, दो साल बाद, मनोज ने महसूस किया कि भारतीय जूता बाजार चमड़े के जूतों के मामले में संगठित नहीं है।
इस प्रकार, अपने एक्सपोर्ट बिजनेस को समेटते हुए, उन्होंने ऐसा करने के लिए एक व्यवसाय की स्थापना के लिए बाजार का अध्ययन किया। 1997 में, उन्होंने मूल कंपनी लीयान ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड (Leayan Global Private Limited) के तहत रेड चीफ (Red Chief) ब्रांड लॉन्च किया, जो कि 5,500 करोड़ रुपये के विविध समूह RSPL का एक हिस्सा है।
YourStory के साथ बातचीत में, मनोज कहते हैं,
"सस्ती कीमत पर अच्छी गुणवत्ता वाले पुरुषों के जूते उपलब्ध नहीं थे और इसलिए, मैंने अपना खुद का फुटवियर ब्रांड लॉन्च करने का फैसला किया। मैंने इसे अपने पारिवारिक व्यवसाय के मुनाफे से बूटस्ट्रैप किया।"
बाजार में पैर जमाना
शुरू में, मनोज ने कानपुर में ही एक पैर जमाने का फैसला किया। उन्होंने शहर भर में मल्टी-ब्रांडेड आउटलेट्स में प्रोडक्ट को शोकेस किया। ऐसा 2010 तक जारी रहा, बाद में रेड चीफ ने अन्य विभिन्न राज्यों में मल्टी-ब्रांडेड आउटलेट्स का विस्तार किया। 2011 में, उद्यमी ने कानपुर में पहला एक्सक्लूसिव रेड चीफ आउटलेट शुरू किया। तब से पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आज, रेड चीफ के उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ सहित 16 राज्यों में 175 स्टोर हैं। यह 3,000 से अधिक मल्टी-ब्रांड आउटलेट में भी मौजूद है। मनोज का कहना है कि उत्तर भारत के बाजार में रेड चीफ का वर्चस्व है। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) फाइलिंग के अनुसार, कंपनी 324 करोड़ रुपये से अधिक का सालाना कारोबार करती है।
वे कहते हैं,
“हमारे प्रोडक्ट्स का लगभग 80 इन-हाउस मैन्युफैक्चर होता है। हमारे पास अपना स्वयं का चमड़ा कारख़ाना है। हम खुद से पूरा चमड़ा और जूते का विनिर्माण करते हैं और कानपुर, हरिद्वार और अन्य शहरों में तीन विनिर्माण संयंत्र हैं।"
वह कहते हैं कि रेड चीफ की शू कलेक्शन रेंज का 20 प्रतिशत कंपनी द्वारा सख्त क्वालिटी कंट्रोल के तहत थर्ड-पार्टी विनिर्माण इकाइयों में भी निर्मित किया जाता है। रेड चीफ के चमड़े के जूते की कीमत 2,500 रुपये से लेकर 4,000 रुपये तक हो सकती है। ब्रांड को अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, और Myntra जैसे ईकॉमर्स पोर्टल पर भी सूचीबद्ध किया गया है।
चुनौतियां और कंपटीशन
चुनौतियों के बारे में बात करते हुए, मनोज कहते हैं कि भारतीय उपभोक्ता ज्यादा प्राइस-सेंसिटिव हैं और कम पैसों में सबसे बेस्ट क्वालिटी चाहते हैं।
“कई ब्रांड तेजी से कमाने के लिए क्वालिटी से समझौता करने की गलती करते हैं। हालांकि ब्रांडों द्वारा इस तरह का दृष्टिकोण हमारे लिए एक चुनौती है, लेकिन एक अत्यधिक उपभोक्ता-केंद्रित ब्रांड होने के नाते, क्वालिटी हमारे लिए सबसे आगे है।"
रेड चीफ ने अपेरल और एसेसरीज सेक्टर में भी विस्तार किया है। यह अब जींस, बेल्ट, पर्स, डियोडरेंट आदि जैसे प्रोडक्ट्स की पेशकश करके सभी पुरुषों के फैशन और लाइफस्टाइल की आवश्यकताओं का समाधान करता है। कंपनी की फ्यूरो बाई रेड चीफ (Furo by Red Chief) नाम से एक एक स्पोर्ट्स रेंज भी है, जिसकी शुरुआती कीमत 1,800 रुपये है।
मनोज कहते हैं,
"हम न केवल उन यूनीक डिजाइनों में विविधता लाते हैं, जो हमें हमारे प्रतिस्पर्धियों से अलग करती हैं, बल्कि हम अपना बेस्ट देने के अपने वादे के साथ अडिग भी हैं।"
हाल ही में, रेड चीफ ने एक्टर विक्की कौशल को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। ब्रांड का 360 डिग्री एडवर्टाइजमेंट कैंपेन "खेल गए चीफ" पिछले तीन महीनों से जारी है, जिसमें मास मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म शामिल हैं।
मनोज कहते हैं कि इसे चैनल के भागीदारों और उपभोक्ताओं से शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। आगे बढ़ते हुए, कंपनी युवाओं के बीच बेहतर पैठ के साथ, पूरे भारत में विकास और विस्तार के अगले स्तर पर जाने की योजना बना रही है।