कारोना वायरस महामारी के बीच पौधे लगा रहे हैं मणिपुर के फुटबॉलर
खिलाड़ी अपने घर से 50 किमी से अधिक की यात्रा करके इस हफ्ते की शुरुआत में राज्य की राजधानी इम्फाल से लगभग 50 किमी दूर स्थित तेंथा गांव पहुंचे थे।
नयी दिल्ली, कोविड-19 महामारी के कारण चार महीने से खेल से दूर मणिपुर के राष्ट्रीय टीम के पूर्व और मौजूदा फुटबॉलर वृक्षारोपण कार्यक्रम का हिस्सा बन रहे हैं।
इस पहल की अगुआई पूर्व भारतीय मिडफील्डर रेनेडी सिंह कर रहे हैं और राष्ट्रीय टीम के मौजूदा विंगर उदांता सिंह जैसे खिलाड़ी इससे जुड़े हैं।
भारत की 2017 फीफा अंडर-17 विश्व कप टीम के सदस्य रहे सुरेश वैंगजैम, निनथोइनगांबा मीतेई, बोरिस थंगजैम और जैकसन सिंह ने भी इस पहल में हिस्सा लिया।
इनमें से अधिकतर खिलाड़ी अपने घर से 50 किमी से अधिक की यात्रा करके इस हफ्ते की शुरुआत में राज्य की राजधानी इम्फाल से लगभग 50 किमी दूर स्थित तेंथा गांव पहुंचे।
रेनेडी का इस क्षेत्र से भावनात्मक नाता रहा है। वह यहां गांव में स्थानीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेने आते थे।
रेनेडी ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की विज्ञप्ति में कहा,
‘‘यह गांव इम्फाल में मेरे घर से डेढ़ घंटे की दूरी पर है। लेकिन जब मैंने सुना की यहां वृक्ष लगाने का अभियान चल रहा है तो मैं इससे दूर नहीं रह पाया। जहां हम पेड़ लगा रहे थे पिच उसके किनारे पर थी और इससे काफी यादें ताजा हो गईं।’’
भारतीय टीम के विंगर उदांता सिंह ने इस अभियान के सकारात्मक पहलुओं के बारे में बताया और प्रशंसकों से अपील की कि वे और अधिक पेड़ लगाने के लिए आगे आएं।
उदांता ने कहा,
‘‘यह शानदार है कि सभी इस अभियान के लिए एकजुट हुए। हमें धरती मां की देखभाल करनी चाहिए। मैं उम्मीद करता हूं कि और लोग आगे आएंगे और अगली पीढ़ी के बेहतर भविष्य के बीज बोएंगे- यहां इम्फाल में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में।’’