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पेरिस ओलंपिक 2024: ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बनीं मनु भाकर

यह पेरिस 2024 ओलंपिक में भारत के लिए पहला पदक है और लंदन 2012 ओलंपिक खेलों के बाद से भारत के लिए निशानेबाजी में पहला ओलंपिक पदक है. इस उपलब्धि के साथ, मनु ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गईं.

पेरिस ओलंपिक 2024: ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बनीं मनु भाकर

Monday July 29, 2024 , 3 min Read

मनु भाकर (Manu Bhaker) ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में महिला वर्ग की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया है. यह पेरिस 2024 ओलंपिक में भारत के लिए पहला पदक है और लंदन 2012 ओलंपिक खेलों के बाद से भारत के लिए निशानेबाजी में पहला ओलंपिक पदक है.

इस उपलब्धि के साथ, मनु ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गईं. इससे एक दिन पहले, वह पिछले 20 वर्षों में व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला निशानेबाज बनी थीं.

मनु भाकर ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पांचवीं भारतीय निशानेबाज बनीं. उनसे पहले राज्यवर्धन सिंह राठौर (2004 एथेंस), अभिनव बिंद्रा (2008 बीजिंग), विजय कुमार (2012 लंदन) और गगन नारंग (2012 लंदन) ने पदक जीता था.

मनु भाकर ने क्वालिफिकेशन राउंड में 580 के स्कोर के साथ तीसरा स्थान हासिल किया, साथ ही उन्होंने सबसे ज़्यादा परफेक्ट स्कोर (27) भी बनाए.

वह पिछले 20 वर्षों में किसी व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक फ़ाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गईं! पिछली बार, सुमा शिरूर एथेंस 2004 में 10 मीटर एयर राइफ़ल स्पर्धा के फ़ाइनल में पहुंची थीं.

वह किसी भी ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल महिला वर्ग के फ़ाइनल राउंड के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला भी बनीं.

हरियाणा के झज्जर में जन्मी मनु भाकर, जो अपने मुक्केबाजों और पहलवानों के लिए मशहूर राज्य है, ने स्कूल में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी जैसे खेलों में भाग लिया. उन्होंने 'थांग ता' नामक मार्शल आर्ट में भी भाग लिया और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते. फिर उन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक के समाप्त होने के पश्चात, जब वह सिर्फ 14 साल की थीं, तब अचानक निशानेबाजी में हाथ आजमाने का फैसला किया और उन्हें यह बहुत पसंद आया.

2017 की राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में, मनु भाकर ने ओलंपियन और पूर्व विश्व नंबर वन हीना सिद्धू को चौंका दिया, जहाँ उन्होंने 9 स्वर्ण पदक जीते. मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में सिद्धू के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 242.3 का रिकॉर्ड स्कोर बनाया. 2018 एक निशानेबाज के रूप में भाकर के लिए एक सफल वर्ष था, क्योंकि उसने महज 16 साल की उम्र में कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर एक सनसनी पैदा कर दी थी.

2018 में मैक्सिको के ग्वाडलजारा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ विश्व कप में भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीता, जिसमें उन्होंने दो बार की विजेता मैक्सिको की एलेजांद्रा ज़वाला को हराया.

मनु भाकर ने 2019 म्यूनिख आईएसएसएफ विश्व कप में चौथे स्थान पर रहकर ओलंपिक कोटा स्थान भी पक्का किया. हालांकि, खेलों में उनकी शुरुआत योजना के अनुसार नहीं हुई. टोक्यो 2020 के तुरंत बाद, मनु भाकर लीमा में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में जूनियर विश्व चैंपियन बनीं और 2022 काहिरा विश्व चैंपियनशिप में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल में रजत और हांग्जो में 2023 एशियाई खेलों में इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता.

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