लॉन्च हुई Alto K10, जानते हैं क्यों मिडिल क्लास की पहली पसंद है अल्टो? कभी मारुति 800 थी फेवरेट
अभी मारुति की अल्टो कार बेस्ट सेलिंग कार है. कभी मारुति 800 की कार मिडिल क्लास की पहली पसंद हुआ करती थी. जानिए क्यों ये कारें आती हैं लोगों को पसंद.
एक मिडिल क्लास फैमिली के लिए जब भी बात आती है पहली कार खरीदने की तो उसकी नजर सबसे पहले मारुति की गाड़ियों की ओर जाती है. उसके बाद भले ही वह तमाम कंपनियों की गाड़ियां देख ले, लेकिन अधिकतर मिडिल क्लास लोग मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) पर ही आकर ठहरते हैं. अधिकतर लोगों की पहली कार होती है मारुति की, क्योंकि वह सस्ती तो होती ही है, अच्छी भी होती है. अब मारुति सुजुकी ने भारत में अल्टो के10 (Alto K10) कार लॉन्च कर दी है और मिडिल क्लास लोगों को कार खरीदने का एक और विकल्प मिल गया है.
महज 4 लाख रुपये में मिल रही है अल्टो के10
मारुति सुजुकी अल्टो के10 का स्टैंडर्ड वर्जन 3.99 लाख रुपये (दिल्ली की एक्सशोरूम कीमत) में मिल रहा है. इसके अलावा LXi वर्जन 4.82 लाख, VXi वर्जन 5 लाख और VXi+ वर्जन 5.34 लाख रुपये में मिल रहा है. ये अल्टो सीरीज की पिछली गाड़ियों से बड़ी है. साथ ही बाहर और अंदर दोनों तरफ से बिल्कुल बदले अंदाज में लॉन्च हुई है. गाड़ी में 1.0-लीटर पेट्रोल इंजन है. यह कार 5 गियर के साथ ऑटोमेटिक और मैनुअल दोनों ही मॉडल में आ रही है. कंपनी का दावा है कि मैनुअल वर्जन में आपको 24.39 किलोमीटर और ऑटोमेटिक वर्जन में 24.90 किलोमीटर का माइलेज मिलेगा.
अल्टो ने बनाए हैं कई रेकॉर्ड
अगर पिछले कुछ सालों के आंकड़ों को देखें तो अल्टो ने एक-दो नहीं, बल्कि कई रेकॉर्ड बनाए हैं. अगस्त 2020 में ही यह भारत की पहली कार बनी, जिसकी 40 लाख यूनिट बिक चुकी हैं. यह मारुति की बेस्ट सेलिंग कार है. यह कार 2000 में लॉन्च हुई थी और तब से अब तक कई रेकॉर्ड बना चुकी है. 22 सालों से ये कार लोगों के दिलों पर राज कर रही है. अल्टो भारत की पहली कार है, जिसकी एक वित्त वर्ष में 2 लाख से अधिक यूनिट बिकी हैं. यह पहली कार है जिसकी किसी एक महीने में 22 हजार से अधिक यूनिट बिकी हैं.
मारुति 800 का इससे भी बड़ा था जलवा
एक वक्त था जब मारुति 800 कार का जलवा भी अल्टो जैसा ही था. बल्कि ये कहें कि इससे भी बड़ा जवला था तो गलत नहीं होगा. इस कार ने भी करीब 31 सालों तक लोगों के दिलों पर राज किया. इस दौरान मारुति 800 की करीब 28 लाख कारें बिकी थीं. मारुति 800 का सपना संजय गांधी ने देखा था, जो उनकी मौत के बाद साकार हो सका. 9 अप्रैल 1983 को मारुति 800 की बुकिंग शुरू हुई थी. लोग इस कार के कितने दीवाने थे, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सिर्फ दो महीनों में ही इसकी करीब 1.35 लाख यूनिट बुक हो गई थीं. पहली मारुति 800 खरीदने वाले हरपाल सिंह ने तो इसे खरीदने के लिए अपनी फिएट कार तक बेच दी थी. इतना ही नहीं, वह अपनी मौत तक (2010) इसी कार को चलाते रहे. मारुति सुजुकी ने 2000 में अल्टो लॉन्च की तो बहुत सारे ग्राहक उसकी तरफ मुड़ गए. मारुति 800 की सेल्स धीरे-धीरे गिरती चली गई और आखिरकार 2014 में मारुति 800 को बंद कर दिया गया.
इन कारों में ऐसा क्या है जो मिडिल क्लास को आता है पसंद?
बात भले ही मारुति 800 की करें या फिर अल्टो की, दोनों में ही जो सबसे अहम बात है वह है इसकी कीमत. यह कार बेहद किफायती रेट पर मिलती हैं, जिसे मिडिल क्लास आदमी आसानी से खरीद पाता है. लेकिन ऐसा नहीं है कि इसे खरीदते वक्त लोग सिर्फ इसकी कीमत ही देखते हैं, वरना टाटा की लखटकिया नैनो इसे पछाड़ देती. लोग मारुति सुजुकी की इन कारों को इनके शानदार लुक, मजबूती और सस्ते मेंटेनेंस के लिए भी खरीदते हैं. भले ही एक कार की कीमत 4 लाख बहुत ही कम लगती हो, लेकिन मिडिल क्लास आदमी के लिए ये भी एक बड़ी रकम है. ऐसे में वह जब अपनी नई कार खरीदता है तो पैसों के साथ-साथ मजबूती और मेंटेनेंस को भी देखता है. यही वजह है कि मिडिल क्लास लोगों की पहली पसंद है मारुति सुजुकी. पहले उनकी पसंदीदा कार हुआ करती थी मारुति 800 और अब उसकी जगह ले ली है अल्टो ने.