AY 2022-23 के लिए किस तारीख में सबसे ज्यादा ITR हुए फाइल और किस तारीख में सबसे कम, ये है डिटेल
आकलन वर्ष 2022-23 के लिए, ITR जमा होने के 24 घंटे के भीतर 3,02,40,121 ITR प्रोसेस किए गए.
सरकार की ओर से हाल ही में संसद में इस बारे में डिटेल साझा की गई है कि आकलन वर्ष (Assessment Year) 2022-23 के लिए एक दिन में फाइल हुए ITR की सबसे ज्यादा और सबसे कम संख्या कितनी थी. साथ ही यह भी कि ऐसा किन तारीखों पर हुआ. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में आकलन वर्ष 2022-23 के लिए 24 घंटे की अवधि के अंदर इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल पर दाखिल और प्रोसेस्ड आयकर रिटर्न की अधिकतम, न्यूनतम और औसत संख्या का ब्योरा दिया. आंकड़ों के मुताबिक...
- एक दिन में फाइल हुए सबसे कम ITR: 01 (10 अप्रैल 2022- यानी ITR 1 और 4 लागू होने के दिन)
- एक दिन में फाइल हुए सबसे ज्यादा ITR: 72,42,156 (31 जुलाई 2022, यानी सेक्शन 139(1) के तहत रिटर्न दाखिल करने की नियत तारीख)
- एक दिन में ITR फाइलिंग की औसत संख्या: 2,82,559 (10 अप्रैल 2022 से 31 दिसंबर 2022 तक दाखिल कुल रिटर्न: 7,51,60,817. दिनों की संख्या: 266. इस तरह 7,51,60,817/266 = 2,82,559)
इसके अलावा मंत्री ने यह भी कहा है कि आकलन वर्ष 2022-23 के लिए, ITR जमा होने के 24 घंटे के भीतर 3,02,40,121 ITR (यानी कुल रिटर्न का 42.92%) प्रोसेस किए गए.
इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल में लगातार हो रहा सुधार
चौधरी ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. इस संबंध में उठाए गए कुछ कदमों में से एक है - ऑनलाइन कर भुगतान प्रणाली (TIN 2.0), जिसमें अब तक 19 बैंक शामिल हो चुके हैं. इसके अलावा, इस पोर्टल ने करदाताओं को करों के भुगतान के लिए नया भुगतान मोड उपलब्ध कराया है. इससे भुगतान किए गए कर, तेजी से क्रेडिट हुए हैं. इसके अलावा, आसान कर अनुपालन के लिए प्रासंगिक विषयों पर करदाताओं के बीच जागरूकता पैदा करने के क्रम में शैक्षिक वीडियो और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) आदि पोर्टल पर लगातार अपलोड किए जा रहे हैं. हाल ही में, पोर्टल से संबंधित मुद्दों के संबंध में हेल्पडेस्क टीम द्वारा पोर्टल पर को-ब्राउज़िंग की सुविधा शुरू की गई है, जिससे करदाताओं को सहायता मिलेगी.
ट्रस्ट्स को छोड़कर बाकी सभी के लिए एक कॉमन रिटर्न फॉर्म
मंत्री ने यह भी कहा कि इसके अलावा, ट्रस्ट्स को छोड़कर सभी व्यक्तियों के लिए एक कॉमन रिटर्न फॉर्म के रूप में सामान्य आयकर रिटर्न (सीटीआर) प्रस्तावित किया गया है. प्रस्तावित रिटर्न का उद्देश्य रिटर्न दाखिल करने में आसानी लाना और व्यक्तियों व गैर-व्यावसायिक करदाताओं द्वारा आईटीआर दाखिल करने में लगने वाले समय को कम करना है. करदाताओं को उन विवरणों को देखने की आवश्यकता नहीं होगी, जो उन पर लागू नहीं होते हैं. विवरणों को यूजर-अनुकूल स्मार्ट तरीके से डिजाइन किया गया है और इसमें बेहतर व्यवस्था, तार्किक प्रवाह और दाखिल-पूर्व के दायरे का विस्तार आदि को शामिल किया गया है. यह करदाताओं पर अनुपालन बोझ को कम करने के लिए आईटीआर में रिपोर्ट किए जाने वाले डेटा से आयकर विभाग के पास उपलब्ध थर्ड पार्टी के डेटा के उचित मिलान की सुविधा भी प्रदान करेगा.
Edited by Ritika Singh