सात साल पहले घर से भागी संजू अब बन गई हैं पीसीएस अधिकारी
संजू रानी वर्मा परिवार द्वारा आयोजित शादी से इनकार करने के बाद घर से भाग गई थी, अब सात साल बाद उन्होने अपनी पीएससी परीक्षाओं में सफलता हासिल की है, जिसके परिणाम पिछले सप्ताह घोषित किए गए थे।
भारत के कई राज्यों में लड़कियों के लिए एक उच्च शिक्षा और कैरियर के अपने सपनों को पीछे छोड़ना और उनके परिवारों के दबाव के चलते विवाह के लिए मजबूर होना सामान्य सा है।
बहुत कम लोग इन पारंपरिक रूढ़ियों को धता बताते हैं और "ना" कहने का साहस रखते हैं और अपनी मेहनत के दम पर सफलता पाते हैं।
मेरठ की संजू रानी वर्मा ने शादी के ऊपर करियर बनाने के अपने सपने के साथ आगे बढ़ने का चुनाव किया। 2018 में 28 वर्षीय संजू ने अपनी माँ के निधन के बाद घर से भागने का फैसला किया। उस समय, वह दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर की पढ़ाई कर रही थी।
उनके परिवार ने उन पर शादी करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया, लेकिन संजू उसके सपनों को छोड़ने वाली नहीं थीं। उसने शिक्षा और करियर के महत्व पर अपने परिवार को समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उसके पास घर छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
![संजू रानी वर्मा (चित्र: News18)](https://images.yourstory.com/cs/12/511c01b01fd011ea8217c582b4ed63bb/ScreenShot2020-09-17at4-1600339898119-1600364957986.png?fm=png&auto=format)
संजू रानी वर्मा (चित्र: News18)
उन्होने द लॉजिकल इंडियन को बताया,
"उस साल (2013 में) मैंने न केवल घर छोड़ा बल्कि पीजी कोर्स भी किया, जो मैं डीयू से कर रही थी। कोई पैसा नहीं था। मैंने किराए पर एक कमरा लिया और बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। मुझे प्राइवेट स्कूलों में पार्ट-टाइम टीचिंग जॉब भी मिली। किसी तरह, मैंने सिविल सेवा परीक्षा के लिए अपनी पढ़ाई जारी रखी।"
यूपीपीएससी-2018 परीक्षा रिजल्ट पिछले सप्ताह घोषित किया गया था और संजू अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण हुई थी। हालाँकि, उनकी अन्य महत्वाकांक्षी योजनाएँ हैं - वह सिविल सेवा परीक्षा पास करना चाहती हैं और एक डिवीजनल मजिस्ट्रेट बनना चाहती हैं।
News18 के अनुसार 35 वर्षीय संजू अभी भी अपने परिवार का आर्थिक रूप से समर्थन करना चाहती हैं और उम्मीद करती है कि जिन लोगों ने उनकी पसंद का अनादर किया है, अब वह उनका सम्मान करेंगी क्योंकि वह एक सरकारी अधिकारी बन गई है।