मिलिए ऑर्गेनिक ब्यूटी स्पेस में खास मुकाम हासिल करने वाली 10 महिला उद्यमियों से
भारत में भी लोग अब ब्यूटी पर ध्यान देने लगे हैं खातसतौर पर जब आबादी का एक बड़ा हिस्सा ब्यूटी और हेल्थकेयर पर काफी खर्च कर रहा है। भारत में कॉस्मेटिक ब्रांड तेजी से बढ़ रहे हैं। न्याका (Nykaa) जैसे मार्केटप्लेस उन्हें लोगों के लिए आसानी से उपलब्ध भी करा रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रिटेल और कॉस्मेटिक का मार्केट अनुमान वर्तमान में 950 मिलियन डॉलर है, जिसके 2020 तक 2.69 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। वर्षों पहले, जब शहनाज हुसैन ने अपने नाम से एक विशेष ब्रांड लॉन्च किया और वंदना लूथरा ने वीएलसीसी शुरू किया, तो उन्हें अपने कॉन्सेप्ट्स और ब्रांड्स को बाजारों में लाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। हाल के वर्षों में, मीरा कुलकर्णी के फोरेस्ट एसेंशियल जैसे ब्रांड और विनीता जैन द्वारा हाई एंड लग्जरियस आयुर्वेद ब्रांड व बायोटीक ने ब्यूटी जगत में अपनी छाप छोड़ी है। बढ़ती आय और सामर्थ्य के साथ, छोटे ब्रांड बाजार का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
हम आपको कुछ ऐसी महिलाओं के बारे में बता रहे हैं जिनके नेतृत्व वाली कंपनियां ऑर्गैनिक ब्यूटी बिजनेस में बड़ा नाम बन चुकी हैं।
शुभिका जैन और संगीत जैन, आरएएस लग्जरी ऑयल्स (RAS Luxury oils)
2017 में संगीता जैन और उनकी बेटी शुभिका द्वारा शुरू किया गया, यह रायपुर स्थित वेंचर नेचुरल, प्लांट-बेस्ड इनग्रेडिएंट्स से बने वेलनेस प्रोडक्ट्स की एक सीरीज तैयार करता है। अपने पर्सनल यूज के लिए प्रोडक्ट्स तैयार करने के दौरान उन्होंने नेचुरल प्रोडक्ट्स की एक रेंज तैयार करने के बारे में सोचा था। अपने प्रोड्क्ट्स को ऑनलाइन बेचने के अलावा वे लग्जरी होटल और स्पा की डिमांड को भी पूरा करते हैं। यह एक फार्म-टू-फेस वेंचर है जहां खेती से लेकर तेल निष्कर्षण (oil extraction), सूत्रीकरण (formulation), बॉटलिंग, पैकेजिंग, शिपिंग, मार्केटिंग तक सब कुछ घर में किया जाता है।
मेघा अशर, जूसी कैमिस्ट (Juicy Chemistry)
2014 में मेघा अशर द्वारा स्थापित, जूसी कैमिस्ट एक कोयंबटूर-बेस्ड ब्रांड है जो इफेक्टिव स्किनकेयर सलूशन्स तैयार करता है। उन्होंने अपने पति के साथ कंपनी की शुरूआत उस समय की जब उन्हें एहसास हुआ कि बाजार में प्रामाणिक और केमिकल-फ्री प्रोडक्ट्स की आवश्यकता है। पिछले पांच वर्षों में, उन्होंने अपना व्यवसाय बढ़ाया है और 22 देशों में उनके ग्राहक हैं। उन्होंने स्टेबिलिटी और स्मॉल स्केल एंटरप्राइजेज को सशक्त बनाने पर भी ध्यान केंद्रित किया है। वे अपने सभी मटेरियल लोकल से ही इकट्ठे करते हैं। उनकी सभी पैकेजिंग रीसाइकिलेबल है।
राधिका, जाग्रति एंड दीपिका चौधरी, स्किन योगा
2013 में तीन बहनों, राधिका, जागृति और दीपिका चौधरी द्वारा शुरू किए गए, स्किन योगा के तहत चेहरे, बाल और शरीर के लिए प्रोडक्ट्स तैयार किए जाते हैं। तीनों बहनें खेतों में रहते हुए पली बढ़ी हैं जहाँ उन्होंने खुद से सब्जियाँ उगाईं और एक साधारण व ऑर्गेनैकि जीवन जिया है। विदेश में स्टडी करने के बाद जब वे भारत लौटीं तो, उन्होंने महसूस किया कि उनका स्किन केयर रुटीन और उनकी लाइफस्टाइल दूसरों से अलग थी। इसने उन्हें अहमदाबाद में स्थित स्किन योगा शुरू करने के लिए प्रेरित किया। पहले दो वर्षों में, कंपनी ने 20 प्रतिशत की ग्रोथ देखी और तब से उनकी ग्रोथ जारी है। हालाँकि इसके प्रोडक्ट्स की एक सीमित सीमा है, लेकिन इसकी व्यापक पहुंच है और यह 29 देशों में बेचे जाते हैं। उनके लिए क्वालिटी सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए क्वालिटी सुनिश्चित करने के लिए संस्थापक अपने प्रोडक्ट्स को हाईएस्ट स्टैंडर्ड्स और अप्रूवल के साथ तैयार करते हैं।
राशी बहल मेहरा, अलन्ना (Alanna)
एक व्यवसायिक परिवार में पली-बढ़ीं, राशी के लिए उद्यमिता कोई अनजान चीज नहीं थी, हालाँकि उन्होंने कॉर्पोरेट जगत में आठ साल के कार्यकाल के बाद यह मुकाम हासिल किया। राशी ने मुंबई में अपनी रसोई से अलन्ना की शुरुआत की। उन्होंने सबसे पहले एक चारकोल साबुन के साथ एक्सपेरिमेंट किए। शुरुआत में, उन्हें अपने प्रोडक्ट्स को दोस्त और परिवार में ट्राई किया। जिसके बाद उन्होंने 2015 में अलन्ना को लॉन्च किया। उस समय उनके पास 28 प्रोडक्ट्स थे और 20 ऑर्डर मिले थे। लेकिन अगले दो वर्षों में यह ऑर्डर संख्या 2000 से 2500 पहुंच गई। FMCG इंडस्ट्री की ओर अट्रैक्टिव, राशी ने महसूस किया कि वहाँ सुरक्षित शाकाहारी और नेचुरल प्रोडक्ट्स की आवश्यकता है। खासतौर पर सस्ती दरों पर। वह दावा करती हैं कि उसके प्रोडक्ट्स 100 प्रतिशत शाकाहारी हैं। अंतरराष्ट्रीय शिपिंग के साथ यह भारत के बाहर के ग्राहकों को भी अपने प्रोडक्ट्स उपलब्ध कराती हैं।
स्नेहा दफ्तरी और वासवदत्ता गांधी, एसओवीए (Sneha Daftary and Vasavdatta Gandhi, SOVA)
मुंबई स्थित SOVA की स्थापना 2018 में ब्राइडलवियर डिजाइनर वासवदत्ता गांधी व उनकी भतीजी द्वारा की गई थी। उनकी भतीजी मुंबई में एक सैलून चैन चलाती थीं। वासवदत्ता के ससुर, HI गांधी ने SOVA प्रोडक्ट्स में अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल किया और सभी फॉर्मूलेशन्स के पीछे उन्हीं का दिमाग है। दरअसल HI गांधी खुद की एक आयुर्वेद दवा कंपनी- मिलेनियम हर्बल्स चलाते हैं। जब वासवदत्ता को पता चला कि उसके ससुर के फॉर्मूलेशन्स ने उनके लिए बहुत अच्छा काम किया है, तब उन्हें यह समझ में आया कि उन फॉर्मूलेशन्स से बने प्रोडक्ट्स को दुनिया में ले जाना चाहिए। SOVA का अर्थ संस्कृत में "अपना स्वयं का" होता है। राशी के अपने 15 प्रोडक्ट्स हैं। फिलहाल ये प्रोडक्ट्स ब्यूटी और वेलनेस ब्रांड 'हेल्थ एंड ग्लो' के 50 आउटलेट्स पर उपलब्ध हैं। संस्थापकों का दावा है कि कंपनी ने महीने-दर-महीने 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी है।
पूजा करेगौडर और तनुश्री दास, बॉडी कैफे (Pooja Karegoudar and Tanushree Das, Body Cafe)
दोस्त से सह-संस्थापक बनीं पूजा करेगौडर और तनुश्री ईशानी दास ने 2016 में बॉडी कैफे की शुरुआत की, ताकि सस्ती और 100 प्रतिशत प्राकृतिक स्किन केयर प्रोडक्ट्स उपलब्ध करा सकें। एक बार लंच के दौरान, दोनों ने कॉमन इंट्रेस्ट होने के चलते अपनी रुचि को आगे बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने रिसर्च के साथ शुरुआत की और फिर चीजें आगे बढ़नें लगीं और जल्द ही बॉडी कैफे शुरू किया गया। उन्होंने अपनी सेविंग को वेंचर में लगाया। दोनों का दावा है कि उनकी सारे इनग्रेडिएंट्स हस्तनिर्मित हैं। वे विदेशों से इनग्रेडिएंट्स लेते हैं और इसके अलावा भारत से भी इनग्रेडिएंट्स इकट्ठे करने के लिए वे पूरे भारत में भी यात्रा करते हैं। बॉडी कैफे के प्रोडक्ट्स पूरे भारत में उपलब्ध हैं। हालांकि अब जब इसका बाजार बड़ा है तो यह बढ़ी हुई मांग और अधिक बाजारों को पूरा करने के लिए भी आगे बढ़ रहा है।
दिव्या दिनेश, आशा दिनेश, वेदार्थ (Divya Dinesh, Asha Dinesh, Vedaearth)
दिव्या दिनेश और उनकी मां आशा दिनेश ने Addvtis Enterprises LLP लॉन्च किया। इस इकाई के तहत, उन्होंने 2015 में 'वेदाअर्थ’ प्रोडक्ट्स लॉन्च किए, जो केवल प्राकृतिक और शाकाहारी सामग्री से तैयार किए गए होते हैं। दिव्या की संवेदनशील त्वचा और बाजार में उपलब्ध अधिकांश प्रोडक्ट्स के हो रही परेशानी ने उन्हें व्यक्तिगत प्रोडक्ट्स की अपनी श्रेणी शुरू करने के लिए प्रेरित किया। अरोमाथेरेपी सीखने के बाद उन्होंने खुद के तेल आदि को मिश्रित करना शुरू कर दिया और दोस्तों व परिवार से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने के बाद उन्होंने इससे लाभ कमाने के लिए कदम आगे बढ़ा दिए। बेंगलुरू में आधारित, वेदाअर्थ प्रोडक्ट्स कई ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म पर और ऐसे बाजार में उपलब्ध हैं जहां बहुत अधिक प्रतिस्पर्धा है।
डॉ नीना चोपड़ा, जस्ट हर्ब्स (Dr Neena Chopra, Just Herbs)
पूर्व बैंकर, प्रमाणित प्राकृतिक चिकित्सक (naturopathy) व जैव रसायनविद (biochemist), नीना चोपड़ा ने साल 2000 में रिसर्च के बाद ऑर्गैनिक प्रोडक्ट्स के साथ अपनी यात्रा शुरू की थी। 2002 में उन्होंने एक कंपनी शुरू की जो आयुष विभाग द्वारा प्रमाणित थी। हालाँकि, उनके ब्रांड जस्ट हर्ब्स को 2010 में लॉन्च किया गया था, और पिछले कुछ वर्षों में, भारत के कई शहरों में इसका विस्तार हुआ है और ऑनलाइन पहुंच में इसकी वृद्धि हुई।
शिवानी कपूर, मिरह बेले नेचुरल्स (Mirah Belle Naturals)
गुरुग्राम स्थित शिवानी कपूर स्टार्टअप की दुनिया में नई नहीं हैं, वे पहले दो का हिस्सा रह चुकी हैं। उन्होंने लोगों को सस्ते, शुद्ध जैविक प्रोडक्ट्स तक पहुंच के लिए 2017 में मिरह बेले नेचुरल्स की शुरुआत की। यही कारण है कि हर मिरह बेले प्रोडक्ट्स को बनाने के लिए केवल प्रमाणित और जैविक सामग्री का उपयोग किया जाता है। शिवानी का मानना है कि प्रोडक्ट्स में जो भी इस्तेमाल किया जाना है वह सबसे अच्छा होना चाहिए, और दावा करती हैं कि कंपनी केवल प्रमाणित और ऑर्गैनिक इनग्रेडिएंट्स का उपयोग करती है
निशि भुवनदास और उत्तरा रामकुमार, सोलप्योर (Nishi Bhuvandas and Uttara Ramkumar, SoulPure)
SoulPure की शुरुआत 2016 में दो दोस्त निशि भुवनदास और उत्तरा रामकुमार ने की थी। क्योंकि दोनों का रुझान ऑर्गैनिक और शाकाहारी स्वास्थ्य व ब्यूटी प्रोडक्ट्स की तरफ था। उत्तरा ने घर पर साबुन बनाना शुरू किया और उसके बाद वे हमेशा के लिए उद्यमी बन गईं। भारत के अलावा मिडिल ईस्ट में SoulPure ऑनलाइन के माध्यम के उपलब्ध है। यह ग्राहकों को केमिकल-फ्री नहाने व स्किनकेयर प्रोडक्ट्स ऑफर करता है। निशि अबू धाबी, यूएई में रहती हैं जबकि उत्तरा बेंगलुरु में रहती हैं। उन्होंने केवल एक प्रोडक्ट के साथ शुरुआत की और फिर उसमें और जोड़े। उनके अनुसार, उनकी यूएसपी यह है कि उनके सभी इनग्रेडिएंट्स यूएस से मंगाए जाते हैं और यूएसडीए-ऑर्गेनिक अप्रूव्ड और आईएफआरए (इंटरनेशनल फ्रेगरेंस एसोसिएशन) के अनुरूप हैं।
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