Meta ने भारत में विज्ञापनदाताओं और छोटे कारोबारों के लिए लॉन्च की नो-कॉस्ट EMI सर्विस
कार्यशील पूंजी की बढ़ती जरूरत को पूरा करने के लिए Meta ने भारत में छोटे व्यवसायों के लिए नकदी प्रवाह को आसान बनाने के लिए एक नई वित्तीय सहायता सुविधा- नो कॉस्ट EMI की घोषणा की है.
Meta (पूर्व नाम फेसबुक) ने भारत में विज्ञापनदाताओं और छोटे कारोबारों के लिए नए वर्किंग कैपिटल सपोर्ट और उन्नत सेवा सपोर्ट फीचर्स की घोषणा की. ऐसा ग्रो योर बिजनेस समिट (Grow Your Business Summit) के दूसरे एडिशन के दौरान किया गया. मेटा की मेजबानी वाला यह वार्षिक कार्यक्रम भारत में छोटे व्यवसायों के विकास के एजेंडे को समर्पित है. मेटा ने भारत के सभी विज्ञापनदाताओं के लिए नए वर्किंग कैपिटल सपोर्ट और उन्नत सेवा सपोर्ट फीचर्स की घोषणा की है. कार्यशील पूंजी (Working Capital) की बढ़ती जरूरत को पूरा करने के लिए मेटा ने भारत में छोटे व्यवसायों के लिए नकदी प्रवाह को आसान बनाने के लिए एक नई वित्तीय सहायता सुविधा- नो कॉस्ट EMI की घोषणा की है. भारत पहला देश है, जहां मेटा ने नो कॉस्ट EMI शुरू की है.
यह सुविधा विज्ञापनदाताओं को उनके विज्ञापन कैंपेन्स के लिए मेटा को 3 महीने में आसान, समान मासिक किस्तों में भुगतान की अनुमति देगी. वे पार्टिसिपेटिंग बैंकों के जरिए बिना कोई अतिरिक्त ब्याज दिए ऐसा कर सकेंगे. मेटा, बैंक को दिए जाने वाले ब्याज का वहन करेगी और इसे व्यवसाय को विज्ञापन खर्च पर अग्रिम छूट के रूप में देगी. कार्यशील पूंजी तक पहुंच देश में कई नए और बढ़ते व्यवसायों के लिए एक चिंता का विषय है. नो कॉस्ट EMI बिलिंग के साथ, वे 3200 से लेकर 5 लाख रुपये तक का कोई भी अमाउंट EMI में कन्वर्ट करने के लिए चुन सकते हैं.
विज्ञापनदाताओं के लिए 24 घंटे, सातों दिन का चैट सपोर्ट
भारत में कई छोटे व्यवसाय, अपने ग्राहकों तक पहुंचने के लिए डिजिटल और मेटा प्लेटफॉर्म्स की मदद ले रहे हैं. उन्हें अपने प्रश्नों को हल करने के लिए बेहतर सपोर्ट की जरूरत है. मेटा ने भारत में अपने सभी एक्टिव विज्ञापनदाताओं के लिए 24 घंटे, सातों दिन के चैट सपोर्ट की भी घोषणा की. इसका मतलब है कि दिन हो या रात, साल में 365 दिन, उन्हें उनकी जरूरत का सपोर्ट मिलता है. इस सपोर्ट को एक्सेस करने के लिए वे मेटा बिजनेस हेल्प सेंटर पर ‘सपोर्ट’ विकल्प पर जा सकते हैं.
व्यवसायों के लिए भारत-केंद्रित समाधान बनाने के लिए प्रतिबद्ध
फेसबुक इंडिया के वीपी और एमडी अजीत मोहन का कहना है, ‘इन घोषणाओं के साथ भारत में मेटा पर प्रत्येक विज्ञापनदाता को, चाहे उनके विज्ञापन खर्च कुछ भी हों, विकास के नए अवसरों को अनलॉक करने के लिए एक्सेस मिल गई है. वे एक बटन के क्लिक पर वित्तीय और सेवा सपोर्ट को एक्सेस कर सकते हैं. हम जानते हैं कि प्रत्येक व्यवसाय एक अलग यात्रा पर होता है और हम उनकी अनूठी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत-केंद्रित समाधान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमें उम्मीद है कि ग्रो योर बिजनेस समिट के दौरान हमने जिन पहलों की घोषणा की है, वे छोटे व्यवसायों को अधिक लचीलेपन और आसानी के साथ अपने व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेंगी.’
2021 में मेटा ने स्मॉल बिजनेस लोन्स पहल शुरू की थी. यह मेटा के छोटे व्यवसाय विज्ञापनदाताओं के लिए थर्ड पार्टी ऋण देने वाले प्लेटफार्मों के माध्यम से व्यावसायिक ऋण को सक्षम बनाता है. ग्रो योर बिजनेस समिट में घोषणा की गई कि इस कार्यक्रम का दायरा अब पूरे भारत में 19000 से ज्यादा पिन कोड तक फैल गया है. यानी छोटे से छोटे शहरों और गांवों के मेटा विज्ञापनदाता अब 30000 रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक के कोलैटरल फ्री व्यापार ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं.
Edited by Ritika Singh