यहाँ बिना दुकानदार बिक रहा है सामान, ऐसे हो रहा है सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन
मिज़ोरम राज्य में एक जगह पर ख़रीददारी का कुछ ऐसा तरीका अपनाया जा रहा है, जिससे संक्रमण से आसानी से बचा जा सकता है।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान अब सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करना बेहद जरूरी हो गया है। लॉकडाउन में मिली ढील के बाद लोगों ने बाज़ार जाना तो शुरू कर दिया है, लेकिन इस दौरान उनके मन में संक्रमण का भय भी बना हुआ है, हालांकि मिज़ोरम राज्य में एक जगह पर ख़रीददारी का कुछ ऐसा तरीका अपनाया जा रहा है, जिससे संक्रमण से आसानी से बचा जा सकता है।
मिज़ोरम की राजधानी आइजोल से कुछ घंटों की दूरी पर स्थित शहर सेलिंग में लोग ऐसी दुकानें चला रहे हैं जहां कोई भी दुकानदार नहीं बैठता है। दुकान पर ग्राहक आते हैं और उन्हे जो सामान चाहिए होता है वे उसे उठाकर पैसे वहीं रख देते हैं।
दरअसल यह एक परंपरा का हिस्सा है, जिसे स्थानीय समुदाय अपनाते हैं। स्थानीय भाषा में इसे ‘नगहा लो डावर’ भी कहा जाता है। परंपरा के अनुसार दुकान में समान तो रहता है, लेकिन खुद दुकानदार उसमें नहीं बैठते हैं।
दुकान में एक बॉक्स रखा हुआ होता है, जहां पर ग्राहक पैसे डालकर जाते हैं। इन दुकानों में आमतौर पर फल और सब्जियाँ मिलती हैं, जिन्हे स्थानीय लोगों द्वारा उनके खेतों पर ही उगाया गया होता है।
इसकी तारीफ खुद मिज़ोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरमथंगा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री का मानना है कि इसके जरिये राज्य में सोशल डिस्टेन्सिंग का आसानी से सुनिश्चित किया जा सकता है।