मोबाइल POS स्टार्टअप QueueBuster ने सीरीज ए राउंड में जुटाए 63.3 करोड़ रुपये
, जोकि मोबाइल बेस्ड पीओएस एप्लिकेशन है, ने 63.3 करोड़ रुपये (8.16 मिलियन डॉलर) जुटाए हैं. यह सीरीज ए फंडिंग राउंड था. इस राउंड का नेतृत्व Chiratae Ventures, Omidyar Network India और Flourish Ventures ने किया. इस फंडिंग राउंड में DMI Alternative Investment Fund (Sparkle Fund) और Unaprime Investment Advisors (QueueBuster के लिए एक विशेष बैंकर) ने भी इस राउंड में भाग लिया. कंपनी मर्चेंट ग्रोथ, प्रोडक्ट एन्हांसमेंट और अपने डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क की स्केलिंग पर ध्यान केंद्रित करेगी.
शुरुआत
QueueBuster की शुरुआत 2016 में हुई थी. वरुण टांगरी के नेतृत्व में दूसरी बार के आंत्रप्रेन्योर्स की टीम ने इसे शुरू किया था. यह फुल-स्टैक मोबाइल पीओएस एप्लिकेशन है. यह एक ही एप्लिकेशन से बिलिंग, इन्वेंट्री, खाता (दैनिक खाता बही), ऑनलाइन दुकान, कस्टमर्स और लॉयल्टी प्रोग्राम्स को मैनेज करता है. SaaS एप्लिकेशन को किराना और रिटेल से लेकर रेस्तरां और फैशन और अपैरल तक, ऑटोमोबाइल और आदि बिजनेसेज के लिए डिज़ाइन किया गया है. QueueBuster हाल ही में पेश किए गए Android बेस्ड क्रेडिट/डेबिट कार्ड स्वाइपिंग मशीनों सहित सभी Android डिवाइसेज पर चलती है.
QueueBuster के पास वर्तमान में पड़ोस के किराना स्टोर से लेकर HUL, Tata और ITC जैसे 20,000 से अधिक मर्चेंट हैं. स्टार्टअप ने मई 2022 में 130 करोड़ रुपये से अधिक के 1.1 मिलियन से अधिक चालान प्रोसेस किए. जनवरी 2021 से अब तक, स्टार्टअप ने अपने ऐप पर 1000 करोड़ रुपए से अधिक वैल्यू के 12 मिलियन से अधिक चालान दर्ज किए हैं.
क्या कहते हैं फाउंडर
QueueBuster के फाउंडर और सीईओ वरुण टांगरी ने बताया, “आज के समय में मर्चेंट्स अपनी हर छोटी या बड़ी जरूरत के लिए बहुत सारी स्टैंड-अलोन एप्लिकेशन पर निर्भर हैं. दुर्भाग्य से, उनमें से कोई भी एप्लिकेशन उन्हें अपने एंड-टू-एंड संचालन को प्रभावी ढंग से मैनेज करने के लिए फीचर्स का सेट नहीं देती हैं. मर्चेंट्स को कई ऐप्लीकेशंस का उपयोग करने के लिए मजबूर किया जाता है. इससे उनकी दक्षता और भी कम हो जाती है. QueueBuster के साथ, मर्चेंट अपने पूरे बिजनेस को आसानी से मैनेज कर सकते हैं. हमारा लक्ष्य वर्ष 2025 तक कम से कम 10 मिलियन मर्चेंट्स तक पहुंचना है."
क्या कहते हैं इन्वेस्टर
Chiratae Ventures के फाउंडर और वाइस चेयरमैन, टीसीएम सुंदरम ने कहा, "QueueBuster टीम को एंड्रॉइड पीओएस इंडस्ट्री में 8 से अधिक वर्षों का अनुभव है. उन्होंने फीचर्स, यूजर अनुभव और लागत-प्रभावशीलता के मामले में MSMEs के लिए बहुत ही शानदार समाधान तैयार किया है. MSMEs को सर्वश्रेष्ठ बिक्री के बाद समर्थन प्रदान करने का उनका संकल्प होगा. यही बात उन्हें MSME मार्केट में सफल होने के लिए मजबूती देगी."
Omidyar Network India के डायरेक्टर, अमोल वारंगे ने कहा, “MSMEs के फाइनेंस में सुधार के लिए हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप, QueueBuster बैंकों और पेमेंट कंपनियों के साथ पार्टनरशिप कर रहा है. साथ ही यह छोटे व्यापारियों को किफायती टेक्नोलॉजी समाधान देता है. तेजी से डिजिटाइज़ करने वाली दुनिया में, QueueBuster इन छोटे व्यापारियों को व्यावसायिक महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को डिजिटाइज़ करने में मदद कर रहा है. इससे उनके दिन-प्रतिदिन के संचालन की दक्षता बढ़ रही है.”
Flourish Ventures के इन्वेस्टमेंट एसोसिएट, हर्ष गुप्ता ने कहा, "QueueBuster में हमारा निवेश, सभी व्यापारियों को तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था से लाभान्वित करने के लिए हमारी निवेश थीसिस के साथ जोड़ता है। QueueBuster का यूनिक टेक्नोलॉजी-बेस्ड बिजनेस सॉल्यूशन भारत में बिजनेसेज की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए बिजनेस और बैक-एंड ऑपरेशन को जोड़ता है. हम QueueBuster के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं. क्योंकि यह इस महत्वपूर्ण बाजार में व्यापारियों की दिन-प्रतिदिन की समस्याओं और वित्तीय जरूरतों को हल करता है."