भारत में रोजाना हो रहे हैं ज्यादा कोरोना टेस्ट: WHO
डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार देश में प्रतिदिन हर 10 लाख आबादी पर औसतन 828 कोरोना सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से जारी इन दिशा-निर्देशों से भारत में हो रही टेस्ट की संख्या तकरीबन छह गुना ज्यादा है।
कोरोना से जारी लड़ाई के बीच देश में कुछ राहत भरी खबरें भी मिल रही हैं, कोविड-19 टेस्टिंग के मामले में भारत काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है।विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों से भारत में हो रही टेस्ट की संख्या तकरीबन छह गुना ज्यादा है। देश में प्रतिदिन हर 10 लाख आबादी पर औसतन 828 कोरोना सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ ने अपनी एडवाइडरी में हर दिन प्रत्येक देश को प्रति 10 लाख आबादी पर 140 सैंपल की टेस्टिंग की सलाह दी थी, जिससे भारत लगभग छह गुना आगे निकल गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि भारत में रोजाना हर 10 लाख आबादी पर 828 लोगों की कोरोना टेस्टिंग हो रही है, जिसमें कुछ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ ने गाइडलाइन नोट में कोविड19 के संदर्भ में सार्वजनिक स्वास्थ्य मानदंड को लेकर सलाह जारी करते हुए कहा था कि संदिग्ध मामलों की व्यापक निगरानी के लिए 140 परीक्षण/दिन प्रति मिलियन किए जाने की ज़रूरत है।
प्रति 10 लाख की आबादी पर 2,717 के औसत टेस्ट के साथ दिल्ली देश में शीर्ष पर मौजूद है। इसके बाद गोवा 1,319 और कर्नाटक 1,269 टेस्ट के आंकड़े पर है. इस बीच प्रति मिलियन जनसंख्या पर प्रति दिन 280 परीक्षण के साथ राजस्थान लिस्ट में सबसे नीचे है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 66 लाख के पार हो गई है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना से संक्रमण के 74,442 नए मामले आए हैं। इस समय देश में कोरोना के 9,34,427 एक्टिव मरीज हैं, जबकि मृतकों की संख्या 1,02,685 को पार कर चुकी है।