'मातृभाषा का स्थान सर्वोच्च होता है', नई शिक्षा नीति को लेकर बोले राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र
जयपुर, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि स्वभाषा से स्वाभिमान जागृत होता है और व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है। उन्होंने कहा कि मातृ भाषा का स्थान सर्वोच्च होता है।
मिश्र बुधवार को राजभवन से नई शिक्षा नीति का भाषिक संदर्भ और हिन्दी के वैश्विक परिदृश्य पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार को सम्बोधित कर रहे थे।
वेबिनार का आयोजन वाराणसी के राजघाट स्थित बंसत महाविद्यालय द्वारा किया गया। मिश्र ने कहा कि हिन्दी के प्रति विश्व में रूचि बढ़ती जा रही है। हिन्दी को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा मिल रहा है और यह सशक्त भाषा है।
उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में हिन्दी भाषा बोलने वालों की संख्या 50 करोड़ से अधिक है, जो सर्वाधिक बोले जाने वाली भाषाओं में विश्व में दूसरे स्थान पर है।
वेबिनार में पद्मश्री तामियो मिजोकोमी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री ने विदेशों में हिन्दी बोलकर विश्व के लोगों का मन जीत लिया है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजी सभी को सीखनी चाहिए लेकिन मातृभाषा सीखना आवश्यक है।
(सौजन्य से- भाषा पीटीआई)