मुंबई 72 साल में पहली बार कर रहा है चक्रवात का सामना, 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तट से टकराया ‘निसर्ग’
मुम्बई, चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ बुधवार दोपहर महाराष्ट्र तट पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ पहुंचा। ऐसे में मुंबई और इसके पड़ोसी इलाके इसका सामना करने के लिये तैयार हैं।
साथ ही, इससे पहले एहतियाती उपाय के तहत इसके मार्ग से हजारों लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, ट्रेनों के कार्यक्रम में बदलाव किया गया, उड़ानें रद्द की गई, मछुआरों को समुद्र से बाहर आने का आदेश दिया गया और बचाव कर्मियों को तैयार रखा गया।
अधिकारियों ने कहा कि यह तूफान अरब सागर से आया और यह दोपहर करीब साढ़े बारह बजे तटीय शहर अलीबाग पहुंचा तथा शाम चार बजे तक वहां इसका प्रभाव रहेगा।
अमेरिका स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय के वायुमंडलीय विज्ञान के एक प्राध्यापक एडम सोएबेल ने ट्वीट किया कि मुंबई कोविड-19 महामारी से निपटने के लिये पहले से संघर्ष कर रहा है और ऐसे में 72 वर्षों में पहली बार एक चक्रवात इस महानगर में आएगा।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि आखिरी बार एक प्रचंड चक्रवात 1891 में मुंबई में आया था लेकिन बुधवार को उन्होंने इसमें सुधार करते हुए कहा कि इस महानगर में 1948 में चक्रवात आया था।
भारतीय मौसम विभाग मुंबई के मौसम विज्ञान उप महानिदेशक के. एस. होसालिकर ने कहा,
‘‘चक्रवात के अलीबाग के दक्षिण के नजदीक से प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में गुजरने की संभावना है।’’
उन्होंने कहा,
‘‘उस वक्त, इसकी रफ्तार 100-110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार रहने की संभावना है।’’
अलीबाग मुंबई से करीब 110 किमी दूर स्थित एक छोटा शहर है, जहां कई किले और मंदिर हैं। वहां बॉलीवुड के कई कलाकार भी रहते हैं।
चक्रवात अम्फान के पश्चिम बंगाल में तबाही मचाने के हफ्ते भर बाद निसर्ग तूफान आया है, जो महाराष्ट्र के अलावा गुजरात तट को भी प्रभावित कर सकता है।
होसालिकर ने कहा कि मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मौसम विभाग ने कहा कि तूफान की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा तक भी बढ़ सकती है। तटीय जिलों में तेज हवा के साथ-साथ भारी बारिश भी होगी।
विभाग ने कहा कि तूफान से कच्चे मकान, पेड़, बिजली के खंभे गिर सकते हैं।
मुंबई के उपनगर विले पारले में 1948 से रह रही पुणे की सुचेता नंदकर्णी (81) ने कहा,
‘‘मुझे याद है कि उस चक्रवात में हमारे इलाके में बड़े पेड़ उखड़ गये थे और हमारे बगीचे के पौधे नष्ट हो गये थे’’
उन्होंने पीटीआई भाषा से कहा,
‘‘मैं उस वक्त 10 साल की थी।’’
राज्य सरकार के अधिकारियों ने लोगों से खतरे वाले स्थानों को छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है।
इस बीच, मध्य रेलवे ने मुम्बई से कुछ ट्रेनों के मार्गों को बदला और कुछ के समय में परिवर्तन किया गया है।
मध्य रेलवे (सीआर) ने विशेष ट्रेनों के कार्यक्रम में बदलाव किया है और कई एयरलाइनों ने भी मुंबई के लिये अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि मध्य रेलवे ने बुधवार को कुछ ट्रेनों के कार्यक्रम में बदलाव किया और कुछ का मार्ग परिवर्तन किया है। इनमें मुंबई से रवाना होने वाली पांच विशेष ट्रेनें है। तीन विशेष ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया जाएगा।
महाराष्ट्र और गुजरात ने आपदा मोचन तंत्र को सक्रिय कर दिया है, एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं और तूफान की चपेट में आने वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अलीबाग के पास थाल में रहने वाले करीब 1500 लोगों को एहतियाती उपाय करते हुए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
अधिकारी ने बताया कि बल की टीमों ने पालघर और रायगढ़ तटों पर बुधवार सुबह इलाके का मुआयना किया।
गुजरात के वलसाड और नवसारी जिलों में तटीय इलाकों से करीब 43,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि पालघर तट पर समुद्र में उतरी मछली पकड़ने की सभी नौकाएं लौट आई हैं।
अधिकारी ने बताया कि पालघर से कम से कम मछली पकड़ने की 577 नौकाएं समुद्र में गई थी और सोमवार शाम तक 564 वापस आई थीं।
मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया था कि अरब सागर में कम दबाब के के क्षेत्र के कारण चक्रवाती तूफान निसर्ग के और प्रबल होने की संभावना है जो बुधवार दोपहर उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट पर पहुंचेगा और इसे पार कर जाएगा।
महाराष्ट्र और गुजरात ने आपदा से मुकाबले के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दलों को तैनात कर दिया है और जिन क्षेत्रों के चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है वहां से लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है।
मुंबई शहर के उपनगरों, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
नगर योजना प्राधिकरण एमएमआरडीए ने कहा कि बांद्रा कुर्ला परिसर में एक कोविड-19 देखभाल केंद्र में रखे गये करीब150 रोगियों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
अधिकारी ने बताया कि नौसेना ने पांच बाढ़ राहत टीमों और तीन गोताखोर टीमों को मुंबई में तैयार रखा है।
रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनिल पारस्कर ने कहा,
‘‘हमने 3,500 लोगों को कोलीवाडा (मछुआरों की बस्ती) से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इन दोनों राज्यों (महाराष्ट्र, गुजरात) के मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर उन्हें केंद्र द्वारा हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया था।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि चक्रवाती तूफान के मद्देनजर एनडीआरएफ की टीमों को राज्य के कई हिस्सों में तैनात किया गया है।
Edited by रविकांत पारीक