विदेश में पढ़ाई को परेशानी मुक्त बनाना चाहता है स्टूडेंट हाउसिंग स्टार्टअप यूनीआको
बेस्ट कॉलेज में एडमिशन लेने मात्र से विदेश में स्टडी करने का सपना खत्म नहीं हो जाता। हायर एजुकेशन के लिए देश से बाहर जाना बेहद फायदेमंद और सीखने का एक बेहतरीन अनुभव हो सकता है, लेकिन यह अक्सर कई चुनौतियों से भरा होता है। एक नए देश में जाना अक्सर बहुत सारे व्यक्तियों के लिए भयभीत करने वाला भी हो सकता है।
इन्वेस्टमेंट और वेल्थ मैनेजमेंट फर्म, एडवेंटम ऑफशोर (Adventum Offshore) के सह-संस्थापक और निदेशक अमित सिंह ने अपने ग्राहकों के साथ बातचीत करते हुए इसी तरह का अनुभव महसूस किया।
42 वर्षीय उद्यमी अमित कहते हैं,
“मैं अमेरिका और यूके में अपने क्लाइंट्स की ओर से इस सेक्टर में निवेश कर रहा था। विभिन्न हितधारकों के साथ बातचीत करते हुए, मुझे उन चुनौतियों के बारे में पता चला, जो उनके बच्चों को विदेश में सही आवास खोजने के दौरान मिली थीं।”
इसी को प्रेरणा के रूप में लेते हुए, अमित को स्टूडेंट अकोमोडेशन स्पेस में दिलचस्पी हुई और फिर उन्होंने इसके बारे में शोध करना शुरू किया। उसी समय, सितंबर 2019 में, अमित की मुलाकात आईआईटी-रुड़की ड्रॉप-आउट सयातन बिस्वास से हुई जिन्होंने कुछ ही समय पहले एक स्टूडेंट अकोमोडेशन स्टार्टअप अम्बरस्टूडेंट में अपनी नौकरी छोड़ दी थी। शुरुआत में, सयातन ने अपने संभावित स्टार्टअप में निवेश के अवसरों के बारे में अमित से मुलाकात की। हालाँकि, चर्चा जल्द ही एक स्टूडेंट अकोमोडेशन प्लेटफॉर्म बनाने की तरफ शिफ्ट हो गई।
इस जोड़ी ने अक्टूबर 2019 में एक क्रॉस-बॉर्डर स्टूडेंट अकोमोडेशन स्टार्टअप यूनीआको (UniAcco) की स्थापना की। मुंबई स्थित, UniAcco का उद्देश्य विदेश में स्टडी को परेशानी मुक्त प्रक्रिया बनाना है। यह इनोवेटिव प्रोडक्ट सलूशन्स, ऑप्टिमाइज्ड सेल्स मॉडल और बेहतर एल्गोरिदमिक डिमांड जेनरेशन का उपयोग करता है।
समान-मन का मिश्रण
अमित के पास फाइनेंस सर्विसेस और रियल एस्टेट सेक्टर में दो दशकों का अनुभव है। उन्होंने पहले बिड़ला सनलाइफ एसेट मैनेजमेंट, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, आईडीएफसी इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स और टाटा एएमसी जैसी कंपनियों के साथ काम किया है। उन्होंने एडवेंटम ऑफशोर की सह-स्थापना की, और वर्तमान में, वह पूरी तरह से फर्म के साथ नहीं जुड़े हैं, लेकिन वे अभी भी कंपनी में इक्विटी रखते हैं।
थिएल फैलोशिप समिट के लिए स्वीकार किए जाने के बाद 2017 में, सैयतन ने आईआईटी-रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स को छोड़ दिया था। उन्होंने पहले होम रेंटल स्टार्टअप फेला होम्स के लिए सेल्स और मार्केटिंग का नेतृत्व किया है। UniAcco के सह-संस्थापक होने से पहले, वह एक कोर टीम के सदस्य और AmberStudent में सेल्स के वाइस प्रसीडेंट थे।
अमित कहते हैं,
"छात्र को सही अकोमोडेशन का चयन करते समय कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उनमें सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक यह होती है कि एक आरामदायक घर के वातावरण से बाहर निकलकर किसी अंजान या बल्कि नए वातावरण में खुद को ढालना।"
UniAcco का मोटो 'कंपेयर-कंसल्ट-चूज' है, और इसका उद्देश्य छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए इस बदलाव के समय को यथासंभव आसान बनाना है। स्टार्टअप का नाम 'युनिवर्सिटी' और 'अकोमोडेशन' शब्दों के मेल से बना है। वर्तमान में, स्टार्टअप में 50 सदस्यीय मजबूत टीम है।
स्टूडेंट अकोमोडेशन के लिए एक मार्केटप्लेस
स्टार्टअप एक मार्केटप्लेस के रूप में काम करता है। इसने सप्लाई साइड के लिए परपज बिल्ट स्टूडेंट अकोमोडेशन (पीबीएसए) के साथ पार्टनरशिप की है और उन्हें अपनी वेबसाइट पर सूचीबद्ध किया है। डिमांड साइड के लिए, यह अकोमोडेशन की तलाश कर रहे छात्रों को पीबीएसए से कनेक्ट करता है। जहां अकोमोडेशन UniAcco का प्राइमरी प्रोडक्ट है, वहीं यह प्रॉपर्टी कंसल्टेशन भी प्रदान करता है।
इसके अलावा, यह वीजा, स्टूडेंट लोन, कन्सीर्ज सर्विसेस और गारंटेटर्स के जरिए छात्रों की मदद करता है। प्रक्रिया को परेशानी मुक्त बनाने के लिए, UniAcco छात्रों के लिए एयरपोर्ट से पिक-अप सर्विसेस और प्री-एक्टिव विदेशी सिम कार्ड भी प्रदान करता है।
इसने इन सेवाओं के लिए एचडीएफसी क्रेडिला, अवनसे फाइनेंशियल सर्विसेज और बार्कलेज पार्टनर फाइनेंस के साथ साझेदारी की है। वे कहते हैं,
“ये सेवाएं मुफ्त प्रदान की जाती हैं; हम छात्रों से शुल्क नहीं लेते हैं। हमारे रिवेन्यू का प्राइमरी सोर्स अकोमोडेशन पार्टनर्स या पीबीएसएएस से आता है।"
नंबर गेम
अमित ने शुरुआत में UniAcco में 1.5 करोड़ रुपये का निवेश किया। उनकी कंपनी, एडवेंटम ऑफशोर ने स्टार्टअप में 1 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। UniAcco के प्लेटफॉर्म ने यूके और यूरोप के 40 ऑपरेटरों द्वारा 1,50,000 रूम को सूचीबद्ध किया है। यह इस साल 15 जनवरी को लाइव हुआ, और अब तक, यह यूके में 75 बुकिंग पूरी कर चुका है।
अमित बताते हैं,
“वर्तमान में, इनमें से अधिकांश शॉर्ट सेमेस्टर वाली बुकिंग हैं। फुल-टाइम बुकिंग मार्च में शुरू होती है और अगस्त तक चलती है। आमतौर पर 44 से 52 सप्ताह की लंबी बुकिंग होती है।"
जिस वेबसाइट के माध्यम से बुकिंग की जाती है उसे अब तक 20,000 क्लिक मिल चुके हैं और अप्रैल 2020 तक अमित 80,000 छात्रों को आकर्षित करने का लक्ष्य बना रहे है। प्लेटफॉर्म कई तरह के विकल्प प्रदान करता है जिनमें फ्लेक्सिबल कॉन्ट्रैक्ट्स और पेमेंट ऑप्शन के लिए चैट, ईमेल और कॉल पर राउंड-द-क्लॉक सहायता प्रदान करता है।
ब्रिटेन में अकोमोडेशन का किराया प्रति सप्ताह 120 से 175 पाउंड के बीच है। UniAcco चार्ज के रूप में एक से दो सप्ताह का किराया लेता है, जो कि PBSAs द्वारा वसूले जाने वाले किराए (लॉन्ग-टर्म बुकिंग) के चार प्रतिशत तक होता है। इसके अलावा, अमित कहते हैं,
"हम अंतरराष्ट्रीय छात्रों को वन-स्टॉप-शॉप प्रदान कर रहे हैं, जहां एक प्रमाणित टीम द्वारा एडमिशन के बाद की सेवाओं का ध्यान रखा जाता है।"
स्टूडेंट हाउसिंग स्पेस
स्टैटिस्टा के अनुसार, भारत भर में स्टूडेंट हाउसिंग इंडस्ट्री 2018 में 12.67 अरब रुपये की थी और 2020 तक इसके 24 अरब रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। वर्तमान में, UniAcco Unilodgers, University Living, Student.com, AmberStudent, Nestaway's Hello World और Fella Homes जैसे प्लेयर्स के साथ कंपटीशन करता है।
हालांकि, अमित का मानना है कि UniAcco के पास एक खास पेशकश है। उन्हें लगता है कि उनकी यूएसपी उस फ्रीडम में निहित है जो छात्रों को आवास की तुलना करने और सबसे उपयुक्त मैच में पहुंचने की पेशकश करती है।
वे कहते हैं,
“यूके दुनिया का सबसे परिपक्व पीबीएसए मार्केट है, और इनके पास ऑफर करने के लिए पांच लाख से अधिक बेड हैं। हमारे इंडियन कंपटीटर्स इनमें से केवल 50,000 बेड ही भर सकते हैं। इसलिए एक्सप्लोर करने के लिए यह एक बड़ा बाजार है।"
वर्तमान में यूके के बाजार पर ध्यान केंद्रित करते हुए, अमित ने ऑस्ट्रेलिया, यूएसए और कनाडा में जल्द ही परिचालन शुरू करने की योजना बनाई है। 2021 में UniAcco भारतीय बाजार में प्रवेश करेगा। वे कहते हैं,
"हम इस साल लगभग एक मिलियन नाइट्स सेल कर रहे हैं और 2021 तक लगभग तीन मिलियन नाइट्स सेल करेंगे।"
यह 2021 में अपनी सीरीज ए राउंड की फंडिंग हासिल करने की योजना बना रहा है।