नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड: अब सिर्फ एक कार्ड से करिए पूरे देश में सफर
किसी भी सफर में सबसे बड़ी मुश्किल और चिंता की बात होती है पैसों की सुरक्षा। अलग-अलग परिवहन सुविधाओं का इस्तेमाल करने के लिए अलग-अलग तरीके से भुगतान करने की जरूरत पड़ती है। इससे काफी वक्त बर्बाद होता है और मुश्किलें उठानी पड़ती हैं सो अलग। लेकिन अब इस समस्या का हल शायद खोज निकाला गया है जिसका नाम है, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद में इस कार्ड को लॉन्च किया।
देश को इस कार्ड को सौंपते हुए मोदी ने कहा कि इस कार्ड से पूरे देश में किसी भी सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में सफर करने में आसानी रहेगी। इस 'वन नेशन वन कार्ड' को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने विकसित किया है। अगर यह प्रयोग सफल रहा और लोगों को पसंद आया तो परिवहन के क्षेत्र में यह किसी क्रांति से कम नहीं होगा। आपको बता दें कि इसे बैंक द्वारा जारी किये जाने वाले रुपे कार्ड से जोड़ देने के बाद क्रेडिट कार्ड की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकेगा।
यह स्वदेशी ऑटोमेटिक टिकट कलेक्शन सिस्टम वन नेशन वन कार्ड यानी एक राष्ट्र एक कार्ड मॉडल पर आधारित है। नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) देश में अपने किस्म का ऐसा पहला कार्ड है। ये बैंक द्वारा जारी किए गए डेबिट/क्रेडिट/प्रीपेड कार्ड हैं। ग्राहक मेट्रो, बस, उपनगरीय रेलवे, टॉल, पार्किंग, स्मार्ट सिटी और खुदरा खरीदारी सहित सभी क्षेत्रों में भुगतान के लिए इस एकल कार्ड का उपयोग कर सकता है। इस कार्ड में संग्रहित मूल्यराशि सभी हितधारकों के लिए न्यूनतम वित्तीय जोखिम के साथ-साथ सभी प्रकार की यात्रा जरूरतों में ऑफ लाइन लेन देन में मदद करती है। इस कार्ड की सेवा क्षेत्र विशेषता ऑपरेटर निर्दिष्ट अनुप्रयोगों अर्थात मासिक पास और सीजन टिकट आदि में मदद करती है।
यह नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) रिटेल शॉपिंग और खरीदारी करने के अलावा देश में अन्य परिवहन प्रणालियों और विभिन्न मेट्रो में आरामदायक यात्रा कराने के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय की एक पहल है। यह कार्ड नकदी रख-रखाव, राजस्व हेराफेरी और नकदी मिलान जैसे नकद भुगतान से जुड़ी चुनौतियों का भी समाधान करेगा। स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली (एएफसी) का उपयोग करते हुए ट्रांजिट ऑपरेटरों ने किराया संग्रह को स्वचालित और डिजिटाइज करने के लिए अनेक पहल की हैं। इन ऑपरेटर द्वारा जारी बंद लूप कार्डों की शुरुआत होने से किराया संग्रह को डिजिटाइज करने में काफी मदद मिली है।
इससे ग्राहकों को अलग-अलग उपयोग के लिए अनेक कार्डों का उपयोग नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा त्वरित कांटेक्टलैस लेन-देन से यात्रा के सहज अनुभव में और सुधार आएगा। यह उच्च डिजिटल भुगतान समझ में सहायक होने के साथ-साथ बंद लूप कार्ड जीवनचक्र प्रबंधन लागत में बचत करने के अलावा परिचालन लागत को कम करने में भी मदद करेगा। समृद्ध डाटा परिज्ञान को ऑपरेटर व्यापार आसूचना के लिए भी उपयोग कर सकता है जिससे कुशल परिचालन को बढ़ावा मिलेगा।
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