देश की सबसे बड़ी पावर ट्रेडिंग कंपनी में से अपनी हिस्सेदारी बेचेगी NTPC, यह है वजह
December 12, 2022, Updated on : Mon Dec 12 2022 07:57:05 GMT+0000

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सरकारी बिजली कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी पावर ट्रेडिंग फर्म पीटीसी इंडिया लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है. इस मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों यह बताया है.
मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, नाम न छापने की शर्त पर दोनों सूत्रों ने बताया कि भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी ने लेनदेन के लिए एक सलाहकार नियुक्त किया है. यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है जब कई स्वतंत्र निदेशकों ने कंपनी और इसकी सहायक कंपनी पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज (पीएफएस) में कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए पीटीसी इंडिया के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है.
फाइनेंशियल ईयर 2022 की अपनी सालाना रिपोर्ट में एनटीपीसी ने कहा कि पीटीसी इंडिया का गठन भारत सरकार के दिशानिर्देश पर हुआ है इसलिए उसे अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए केंद्र की मंजूरी की आवश्यकता होगी.
एक सोर्स ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी पावर ट्रेडिंग कंपनी से बाहर निकलने पर विचार कर रही है, लेकिन इस सेक्टर की एक प्रमुख कंपनी होने के कारण एनटीपीसी को प्रभावित करेगा. यही कारण है कि कंपनी सावधानी रख रही है और अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है.
दूसरे सोर्स ने कहा कि पीटीसी से हिस्सेदारी बेचकर बाहर निकलना भी एनटीपीसी की सहायक कंपनियों और संयुक्त उपक्रमों में अपनी हिस्सेदारी बेचने की समग्र योजना का हिस्सा है.
6 सितंबर को राज्य द्वारा संचालित बिजली प्रमुख एनटीपीसी ने अपनी असेट मोनेटाइजेशन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में निजी प्लेसमेंट और आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के माध्यम से कुछ सहायक और संयुक्त उद्यमों में अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई है. इस प्रक्रिया के तहत कंपनी ने 10 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है.
सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी का अपनी खानो से कोयला उत्पादन अप्रैल-नवंबर, 2022 में 48 प्रतिशत बढ़कर 1.22 करोड़ टन रहा. कंपनी ने शुक्रवार को बयान में कहा कि एनटीपीसी ने अप्रैल-नवंबर, 2021 में 82.7 लाख टन (एमएमटी) कोयले का उत्पादन किया था.
Edited by Vishal Jaiswal
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