अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने को तैयार OLA, 15 अगस्त को उठाएगी पर्दा
ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने ट्वीट कर कहा कि इस 15 अगस्त को एक नए प्रोडक्ट की घोषणा करने के लिए बेहद उत्साहित हूं. उन्होंने कहा कि इस दिन हम अपने भविष्य की बड़ी योजनाओं के बारे में और भी बातें साझा करेंगे.
15 अगस्त, 2022 को देश की आजादी की 75वें साल के मौके पर ओला भारतीय मार्केट में अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार उतारने की तैयारी कर चुकी है. ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने गुरुवार को एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. अपने पोस्ट में उन्होंने अपने आने वाले प्रोडक्ट की टीजर भी साझा किया.
ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने ट्वीट कर कहा कि इस 15 अगस्त को एक नए प्रोडक्ट की घोषणा करने के लिए बेहद उत्साहित हूं. उन्होंने कहा कि इस दिन हम अपने भविष्य की बड़ी योजनाओं के बारे में और भी बातें साझा करेंगे. ओला पहले ही भविष्य में इलेक्ट्रिक कार बनाने की अपनी योजना का खुलासा कर चुकी है. कंपनी ने कुछ महीने पहले ही इसको लेकर एक ट्वीट भी किया था.
इस साल जून में, पेश की गई अपनी नई कार के टीजर में उसने लाल रंग की कार दिखाई थी और उसमें स्लिक डीआरएल (डे रनिंग लाइट) दिखाया गया था. टीजर में कार के आगे और पीछे के डिजाइन का भी दिखाया गया, जिस पर दोनों तरफ ओला का लोगो था.
बता दें कि, इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहनों की मैन्यूफैक्चरिंग के लिए ओला एक नए कारखाने के निर्माण के लिए 1,000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण करना चाह रही है. यह ओला की इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली होसुर में स्थित मौजूदा कारखाने के आकार का दो गुना होगा. फिलहाल, में ओला का S1 और S1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर बिक्री के लिए उपलब्ध है.
बता दें कि, ओला इलेक्ट्रिक को केंद्र सरकार की पीएलआई योजना में भी शामिल किया गया है, जो ईवी निर्माता को भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी बनाने के लिए लिथियम-आयन सेल पर काम करने की अनुमति देगा.
ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री में 42 फीसदी की गिरावट
ओला इलेक्ट्रिक के दो पहिया वाहनों की बिक्री में जून महीने की तुलना में जुलाई 42 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. ओला इलेक्ट्रिक ने जुलाई में 3426 वाहन बेचे. यह आंकड़ा फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने दिया है.
कंपनी अप्रैल 2022 में 12,691 इकाइयों की बिक्री के बाद शीर्ष इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माता बन गई थी, लेकिन मई के बाद से कंपनी की बिक्री में गिरावट आई क्योंकि इसकी बिक्री 9,225 इकाइयों तक गिर गई.
कंपनी की हर महीने की उत्पादन क्षमता लगभग 15,600 की है लेकिन कंपनी अभी भी हर महीने उससे कम उत्पादन कर रही है. जुलाई तक कंपनी के पास 1 लाख वाहनों की बुकिंग हुई थी लेकिन अभी तक वह उसका आधा भी नहीं बेच पाई है.