ONDC और NSE एकेडमी ने लॉन्च की ONDC Academy, जानिए क्या है मकसद?
ओएनडीसी एकेडमी का मकसद सर्टिफिकेशन के साथ सीखने का विशिष्ट अनुभव प्रदान करके बड़े और छोटे विक्रेताओं के लिये समान अवसर निर्मित करना है, जो ई-कॉमर्स में ज्यादा प्रभावी ढंग से परिचालन करने और इसके ज्यादा से ज्यादा अवसरों का लाभ उठाने में प्रतिभागियों की मदद करेंगे.
, देश में ई-कॉमर्स इकोसिस्टम को लोकतांत्रिक बनाने के लिये अपनी तरह की पहली अनूठी पहल, ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक सहायक कंपनी एनएसई एकेडमी लिमिटेड (NSE Academy Ltd) के सहयोग में ओएनडीसी एकेडमी (ONDC Academy) लॉन्च करने की घोषणा की है. यह घोषणा आईआईटी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में की गई. ओएनडीसी एकेडमी का मकसद सर्टिफिकेशन के साथ सीखने का विशिष्ट अनुभव प्रदान करके बड़े और छोटे विक्रेताओं के लिये समान अवसर निर्मित करना है, जो ई-कॉमर्स में ज्यादा प्रभावी ढंग से परिचालन करने और इसके ज्यादा से ज्यादा अवसरों का लाभ उठाने में प्रतिभागियों की मदद करेंगे.
ओएनडीसी एकेडमी ने शैक्षणिक संसाधनों के एक भंडार की कल्पना की है, जिसमें पाठ्य एवं वीडियो सामग्री शामिल है. यह सभी प्रतिभागियों के लिये ई-कॉमर्स की एक सफल यात्रा के लिये व्यापक मार्गदर्शन एवं सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों की पेशकश करती है, चाहे वे विक्रेता हों या ई-कॉमर्स को संभव बनाने वाले बायर या सेलर ऐप्स. ओएनडीसी एकेडमी खासतौर पर विक्रेताओं और विक्रेता तंत्र के प्रतिभागियों के लिए लर्निंग कंटेन्ट देने पर फोकस करेगी, ताकि उनके ईकॉमर्स परिचालन का प्रभावी तरीके से प्रबंधन हो सके.
एनएसई एकेडमी नेटवर्क प्रतिभागियों, विक्रेताओं, सर्विस इनेबलर्स आदि को विभिन्न प्रक्रियाओं, सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों और ओएनडीसी नेटवर्क के माध्यम से शामिल करने तथा सफल होने के दूसरे पहलुओं पर प्रशिक्षित एवं सशक्त करने के लिये टेक्नोलॉजी और सर्टिफिकेशन प्लेटफॉर्म देगी.
ओएनडीसी के एमडी एवं सीईओ टी. कोशी ने अपने स्वागत सम्बोधन से आयोजन की शुरूआत की और ओएनडीसी एकेडमी को लॉन्च करने के संपूर्ण नजरिये पर प्रकाश डाला और बताया कि इससे हर तरह के विक्रेताओं को कैसे फायदा होगा, जो नेटवर्क पर सफलतापूर्वक परिचालन करना चाहते हैं. इसके बाद एनएसई एकेडमी के सीईओ अभिलाष मिश्रा ने एनएसई के विचारबिन्दु से जानकारियां साझा कीं. फिर आयोजन में DPIIT के संयुक्त सचिव संजीव, ट्रेनिंग एण्ड टेलीकॉम के भूतपूर्व डीजीपी अनिल अग्रवाल, पेटीएम के एसवीपी रोहित लोहिया और आईआईएम बैंगलोर के प्रोफेसर आर. श्रीनिवासन ने जानकारीप्रद सम्बोधन दिये.
ओएनडीसी के एमडी एवं सीईओ टी. कोशी ने कहा, “ओएनडीसी एकेडमी के साथ हमारा लक्ष्य लोकतांत्रिक डिजिटल वाणिज्य में भाग लेने वाले हर प्रतिभागी को सशक्त करना है, जैसे कि अकेला व्यक्ति, छोटे व्यवसाय और स्थापित ब्राण्ड्स, ताकि वे डिजिटल कॉमर्स का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की अलग-अलग बारीकियों को समझ सकें. लर्निंग मॉड्यूल्स ओएनडीसी नेटवर्क में अलग-अलग क्षेत्रों में विभिन्न भूमिकाओं की जरूरतों को पूरा करेंगे, और ज्यादा सुलभता के लिये कई भाषाओं में उपलब्ध होंगे.”
DPIIT के संयुक्त सचिव संजीव ने कहा, “ओएनडीसी एकेडमी उस उल्लेखनीय क्षमता का प्रतिनिधित्व करती है, जो भारत में ई-कॉमर्स की वृद्धि को प्रेरित करेगी और यह ओएनडीसी के लॉन्च से तैयार हुई नींव पर बनाई गई है. एकेडमी का परिवर्तनकारी प्रभाव लाखों छोटे व्यापारियों को सशक्त करने, व्यापक शिक्षण को संभव बनाने और ई-कॉमर्स की पद्धतियों में आसानी से मिलाने की उसकी क्षमता में निहित है. इन व्यापारियों को जरूरी ज्ञान देकर एकेडमी उनके लिये एक गेटवे का काम करती है, ताकि वे डिजिटल कॉमर्स के लगातार बढ़ रहे परिदृश्य का लाभ उठा सकें और संपूर्ण आर्थिक वृद्धि में योगदान दें.”
एनएसई एकेडमी के सीईओ अभिलाष मिश्रा ने कहा, “हम ओएनडीसी एकेडमी को शक्ति देने के लिये ओएनडीसी के साथ साझेदारी करके गौरवान्वित एवं सम्मानित कहसूस कर रहे हैं. हम ओएनडीसी का नेटवर्क बढ़ाने तथा ई-कॉमर्स की एक सफल यात्रा के लिये सर्टिफाइड नेटवर्क प्रतिभागियों का बड़ा समूह तैयार करके इसके लक्ष्य में योगदान करेंगे.”
ओएनडीसी एकेडमी कई भारतीय भाषाओं में प्रोग्राम्स की पेशकश करते हुए डिजिटल कॉमर्स से सम्बंधित संवादपरक वीडियो और शिक्षण सामग्री प्रदान करेगी. सर्टिफिकेशनप्रोग्राम एनएसई एकेडमी के सहयोग में विकसित किया गया है और नेटवर्क के परिचालन को लेकर इसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों की समझ का सत्यापन करता है. इसके अलावा, प्रमाणित प्रतिभागी ओएनडीसी की वेबसाइट पर दिखाई देंगे, जिससे ई-कॉमर्स की यात्रा को अपनाये जाने और समृद्ध बनाने के लिये प्रोत्साहन मिलेगा.
बता दें कि 31 दिसंबर 2021 को सेक्शन 8 के तहत शामिल की गई कंपनी ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के औद्योगिक और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) की पहल है. इसे डिजिटल कॉमर्स के क्षेत्र में क्रांति लाने के सुविधाजनक मॉडल के रूप में बनाया गया था, जिससे भारत में रिटेल ई-कॉमर्स के क्षेत्र को बढ़ावा मिले. ओएनडीसी एक एप्लिकेशन, प्लेटफॉर्म, मध्यस्थ या सॉफ्टवेयर नहीं है, बल्कि यह विशेषताओं का समूह है, जिससे खुले, अलग-अलग बिखरे हुए इंटरऑपरेबल ओपन नेटवर्क को डिजाइन करने के लिए बनाया गया है. इससे किसी एक प्लेटफॉर्म पर निर्भरता खत्म हो जाती है.