जोमैटो में लगी इस्तीफों की झड़ी, एक और को-फाउंडर ने छोड़ी कंपनी, आखिर ये चल क्या रहा है?
जोमैटो ने पिछले कुछ सालों में कई अच्छी खबरों के चलते चर्चा में रही. लेकिन अब कंपनी से बुरी खबरें आ रही हैं. जोमैटो में इन दिनों को-फाउंडर्स के इस्तीफों की झड़ी लगी हुई है.
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी
में इस्तीफों की झड़ी लग गई है. इस्तीफा देने वालों में भी कोई कर्मचारी या सिर्फ एक अधिकारी नहीं, बल्कि खुद कंपनी को को-फाउंडर्स (Co-Founders) हैं. पिछले कुछ दिनों में कई को-फाउंडर्स ने जोमैटो को अलविदा कहा है. अब खबर है कि कंपनी को को-फाउंडर और चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर गुंजन पाटीदार (CTO Gunjan Patidar) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कंपनी ने शेयर बाजार को इसकी सूचना दे दी है. इस खबर का जोमैटो के शेयरों पर असर भी देखा जा रहा है. सुबह 10 बजे तक जोमैटो को शेयर करीब 2.65 फीसदी तक गिरकर 58.70 रुपये (Zomato Share Price) पर पहुंच गए थे.गुंजन पाटीदार वह शख्स हैं, जिन्होंने पिछले करीब 10 सालों में टेक लीडरशिप को खड़ा किया है. हालांकि, कंपनी ने कहा है कि वह कंपनी के अहम मैनेजीरियल अधिकारियों में शामिल नहीं थे. इन सब के बीच यह बात अभी तक एक रहस्य जैसी ही है कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया, क्योंकि कंपनी ने इसका खुलासा नहीं किया है. अगर लिंक्डइन प्रोफाइल के हिसाब से देखें तो गुंजन पाटीदार पिछले करीब 14 सालों से कंपनी से जुड़े हुए हैं. उन्होंने भी दिल्ली आईआईटी से ही ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है, जहां से कंपनी की सीईओ दीपिंदर गोयल भी पढ़े हैं.
को-फाउंडर मोहित गुप्ता भी दे चुके हैं इस्तीफा
ऑनलाइन फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) के को-फाउंडर मोहित गुप्ता (Mohit Gupta) ने नवंबर के महीने में इस्तीफा दे दिया था. गुप्ता करीब 5 साल पहले जोमैटो में शामिल हुए थे. मई 2020 में गुप्ता जोमैटो के को-फाउंडर बने थे. उन्हें फूड डिलीवरी बिजनेस के CEO पोस्ट से प्रमोशन दिया गया था.
गुप्ता ने अपनी टीम को भेजे एक संदेश में कहा था, "जोमैटो से आगे बढ़ने का फैसला कर रहा हूं ताकि जीवन में अन्य अज्ञात मौकों की तलाश कर सकूं, जो उन्हें जिंदगी में मिलती है. पिछले कुछ वर्षों में मैंने दीपी (दीपिंदर गोयल) को और अधिक परिपक्व और आत्मविश्वासी लीडर बनते हुए देखा है जो अब आप सभी के साथ व्यवसाय को उज्जवल भविष्य की ओर ले जाने में पूरी तरह सक्षम हैं."
राहुल गंजू और सिद्धार्थ झावर भी छोड़ चुके हैं कंपनी
उनसे पहले जोमैटो से न्यू इनीशिएटिव के हेड राहुल गंजू और पूर्व उपाध्यक्ष और इंटरसिटी के हेड सिद्धार्थ झावर जैसे बड़े अधिकारी भी इस्तीफा दे चुके थे. इंटरसिटी प्रमुख और सह-संस्थापक गौरव गुप्ता भी इस्तीफा दे चुके हैं.
आखिर चल क्या रहा है जोमैटो में?
अगर पिछले कुछ सालों में जोमैटो को देखें तो यह काफी चर्चा में रहा था. जब जोमैटो का आईपीओ आया तब तो इस कंपनी की खूब चर्चा हुई थी. इसके आईपीओ ने बहुत सारे लोगों को एक झटके में करोड़पति बना दिया था. हालांकि, जब तक वह लोग कंपनी के शेयर बेचकर मुनाफा कमा पाते, तब तक शेयर की कीमत बहुत अधिक गिर चुकी थी. वहीं अब कंपनी में एक के बाद एक इस्तीफों का दौर सा चल पड़ा है. एक कर्मचारी किसी कंपनी को तब छोड़ता है, जब उसे कोई अच्छा मौका मिलता है. वहीं एक को-फाउंडर तब इस्तीफा देता है जब उसे कंपनी के आगे बढ़ने का स्कोप नहीं दिखता है. तो क्या कंपनी में अंदरखाने कोई गड़बड़ चल रही है? आने वाले दिनों में हो सकता है ये तस्वीर साफ हो कि जोमैटो में क्या चल रहा है.