कंस्ट्रक्शन के लिए वन स्टॉप सलूशन, सस्ते में बिल्डिंग मटेरियल दिला रहा ये स्टार्टअप
Mistry.Store एक ऐसा प्लैटफॉर्म है जो होम बिल्डिंग के फील्ड में काम करने वाले प्रोफेशनल कॉन्ट्रैक्टर्स को उनके जरूरत का सामान बेहद किफायती दाम में बेचता है. इसके अलावा यह प्लैटफॉर्म उन्हें कैशबैक और कई अन्य बेनेफिट भी ऑफर करता है.
घर बनाना बड़ी मेहनत का काम होता है. बिल्डिंग मटेरियल, प्लाईवुड, प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल्स, मेटल का सामान और पेंट तमाम तरह की चीजों के लिए अलग-अलग वेंडर के पास भटकना पड़ता है. लोग इतनी मेहनत से बचने के लिए सभी चीजों का अलग-अलग कॉन्ट्रैक्टर को दे देते हैं. लेकिन उसके बाद कॉन्ट्रैक्टर्स को ये भागदौड़ करनी पड़ती है.
ऐसे में घर बनाने वाले को या कॉन्ट्रैक्टर्स को ख्याल आता है कि ये सारी चीजें एक ही छत के नीचे मिल जाएं तो कितना बेहतर होता. बस इसी आइडिया के साथ वैभव पोद्दार ने अपने दोस्त भानू के साथ मिलकर मिस्ट्री स्टोर की शुरुआत की.
एक ऐसा प्लैटफॉर्म है जो होम बिल्डिंग के फील्ड में काम करने वाले प्रोफेशनल्स को उनके जरूरत का सामान बेहद किफायती दाम में बेचता है. इसके अलावा यह प्लैटफॉर्म उन्हें कई और फायदे भी ऑफर करता है.
कैसे हुई शुरुआत
वैभव बताते हैं कि इस स्टार्टअप को शुरू करने आइडिया मुझे अपने पर्सनल एक्सपीरियंस से आया था. 2018-19 में मैंने गुड़गांव में घर बनवाया था. घर बनवाने के दौरान मुझे समझ आया कि होम बिल्डिंग स्पेस कितना अनऑर्गनाइज्ड है.
आज 1000 रुपये की टीशर्ट खरीदने से पहले हम दस जगह प्राइस कंपेयर करते हैं. लेकिन लाखों रुपये खर्च करते समय आपके पास कंपेयर करने का कोई विकल्प ही नहीं है. मुझे हर जगह ठगा हुआ महसूस हो रहा था. कहीं मैं ज्यादा पैसे तो नहीं दे रहा, कहीं मुझे ठगा तो नहीं जा रहा है.
खर्चीला होने के अलावा ये काम थकाऊ भी बहुत है. इस तरह मुझे आइडिया आया कि क्यों न एक ऐसी कंपनी शुरू की जाए जहां सारा सामान एक ही जगह मिल जाए और दाम भी किफायती हों. इस तरह शुरुआत हुई मिस्ट्री स्टोर की. इस कंपनी को मैंने मेरे दोस्त भानू महाजन के साथ मिलकर शुरू किया.
बैकग्राउंड
कंपनी शुरू करने से पहले मैं काफी सालों तक मैकेंजी के साथ जुड़ा हुआ था. उसके बाद मैंने मैक्स हेल्थकेयर ग्रुप जॉइन किया. वहां दो बिजनेस क्रिएट और लीड किए. वहीं पर मेरी मुलाकात वैभव से हुई.
भानू ने 2014 में मैक्स हेल्थकेयर छोड़कर अपना एक बिजनेस बनाया था, जिसे 2021 नेटमेट्ड को बेच दिया था. इस दौरान भानू ने भी जम्मू में घर बनावाया था और उनका भी कुछ ऐसा ही एक्सपीरियंस था. इस तरह दोनों को ये आइडिया बेहद पसंद आया.
हम दोनों ही हेल्थ केयर से आते हैं. इसलिए दोनों को एक चीज बखूबी मालूम थी कि फार्मा कंपनियों का पूरा मार्केटिंग खर्च सिर्फ डॉक्टर्स को जाता है. क्योंकि लोग वही दवा खरीदते हैं जो डॉक्टर लिखेंगे. इसी तरह का ट्रेंड हमें रियल एस्टेट में भी दिखा.
घर बनाने में लगने वाली चीजों के लिए लोग किसी न किसी को कॉन्ट्रैक्ट देते हैं, चाहें वो पेंटिंग का काम हो या, प्लंबिंग, वायरिंग, इंटीरियर वगैरह. प्रोफेशनल जो सामान बोलेंगे होम ओनर वही सामान खरीदकर लाएंगे.
हमने इन्हीं प्रोफेशनल के काम को आसान बनाने के लिए मिस्ट्री स्टोर खोला है.इंटीरियर डेकोरेटर्स, आर्किटेक्ट, कॉन्ट्रैक्टर्स के लिए खोला हुआ है.
बिजनेस मॉडल
मिसाल के तौर पर एक होम ओनर इंटीरियर डेकोरेटर को हायर करता है. इंटीरियर डिज़ाइनर ने 25 लाख रुपये में कॉन्ट्रैक्ट लिया. अब उसे इस प्रोजेक्ट के लिए जो सामान चाहिए वो हमारे प्लैटफॉर्म से खरीद सकता है.
इंटीरियर डिजाइन कॉल पर या वॉट्सऐप अपनी जरूरतें नोट करा सकता है. हमारे पास रिलेशनशिप मैनेजर भी हैं, उन्हें साइट विजिट कराके भी सामान का ऑर्डर नोट करवा सकते हैं. रिक्वायरमेंट पहुंचते ही कोटेशन भेज देते हैं. कोटेशन अप्रूव होने के बाद हम उनके पते पर सामान भिजवा देते हैं.
कॉन्ट्रैक्टर्स को क्या फायदा
हमारे प्लैटफॉर्म पर कॉन्ट्रैक्टर्स को मुख्यतः चार फायदे मिलते हैं. पहला- वन स्टॉप शॉप है तो एक ही जगह सारा सामान मिल जाता है. दूसरा उन्हें मोलभाव कराने की जरूरत नहीं होगी. हमारे दाम बाकी जगहों के मुकाबले काफी किफायती होते हैं.
तीसरा- ऑर्डर प्लेस करने से लेकर डिलीवरी तक का पूरा प्रोसेस काफी आसान होता है. एक ही प्रोजेक्ट के लिए अलग-अलग साइट पर भी सामान डिलीवर करा सकते हैं. आखिरी और सबसे बड़ा फायदा है कॉन्ट्रैक्टर्स के लिए बेनेफिट्स और अर्निंग स्कीम्स भी हैं.
वॉल्यूम डिस्काउंट, मंथ्ली स्कीम्स, लॉयल्टी पॉइंट्स भी हैं, जिन्हें कई जगहों पर खरीदारी के समय रिडीम कर सकते हैं. कॉन्ट्रैक्टर्स को ये बेनेफिट्स कहीं और नहीं मिल रहे.
अब तक का सफर
कंपनी शुरू करने के लिए हमने अक्टूबर, 2022 में सीड राउंड में Omidyar Network से 2 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया था. कंपनी शुरू हुए करीब चार से पांच महीने हो गए हैं. हमारे पास करीब 40-45 लोगों की टीम है, जिनमें मुख्यतः तीन सेगमेंट है- सेल्स, ऑपरेशन यानी डिलीवरी और तीसरा है सोर्सिंग.
पिछले ढाई महीने में 2000 से ज्यादा प्रोफेशनल्स को ऑनबोर्ड किया है. हमारे पास 75 से ज्यादा ब्रैंन्ड्स रजिस्टर्ड हैं और 50,000 से ज्यादा वेराइटी का सामान बेच रहे हैं. गुडगांव में करीबन 20,000 स्क्वेयर फीट का वेयरहाउस और सेटअप है.
शुरू होने से लेकर हर महीने हमारा रेवेन्यू 2X से बढ़ रहा है. जैसा कि आपको बताया 2000 से ज्यादा प्रोफेशनल ऑनबोर्ड हो चुके हैं तो ये कह सकते हैं कि मार्केट में एक्सेप्टेंस है, काफी अच्छा इन्ट्रेस्ट जेनरेट हो रहा है.
आगे का रोडमैप
अभी हम सिर्फ गुड़गांव में काम कर रहे हैं. अगले 6 महीने में हमारा टारगेट पूरा दिल्ली NCR कवर करने का है. उसके अगले छह महीने में एक बड़े शहर और NCR के आसपास के टियर-2 शहरों को कवर करेंगे.
उसके बाद के 6 महीनों में कई और बड़े शहरों और टियर2-3 शहरों में साथ में जाएंगे. बड़े और छोटे शहरों के लिए हमारे अलग-अलग मॉडल होंगे.
अगले 6 महीनों में हम टेक्नोलॉजी में भी बड़े पैमाने पर निवेश करने की तैयारी में हैं. आगे जाकर प्रोफेशनल्स के लिए प्रो कॉमर्स नाम से एक ऐप लॉन्च करेंगे. ऐप पर प्रोफेशनल्स अपने पॉइंट्स देख पाएंगे.
बिजनेस कर पाएंगे. जो प्रोफेशनल चाहते हैं वो कंटेंट भी बना सकेंगे. आज की तारीख में रियल एस्टेट के लिए प्रोफेशनल कॉन्टैक्ट उपलब्ध नहीं है. प्रोफेशनल्स की कम्युनिटी बिल्ड अप करना है.
हम मार्केट प्लेस नहीं हैं. कोई भी भावी खरीदार मिस्ट्री स्टोर से ही खरीद रहा है. हम जिस भी रेट पर सेलर्स से खरीदें कस्टमर्स को किफायती रेट पर ही देते हैं. क्योंकि हम वॉल्यूम पर खेल रहे हैं. जैसे-जैसे स्केलिंग बढ़ेगी वैसे-वैसे परचेजिंग पावर बढ़ेगी.
हम बल्क में खरीद पाएंगे तो कस्टमर्स को और सस्ते दाम में सामान बेच पाएंगे. जैसे ही हमारा मॉडल सक्सेसफुल साबित होने लगेगा स्केलिंग के लिए हम अगले राउंड की फंडिंग की तरफ बढ़ेंगे.
चुनौतियां
रियल एस्टेट बहुत बड़ा बाजार है और सालों से एक ही तरीके से चल रही है. हम एक चेंज लेकर आए हैं. काम करने का एक नया तरीका लाए हैं. लोगों को समझाना और उन्हें राजी करना कि क्यों ये आपके लिए ज्यादा फायदेमंद है. इसी में ज्यादा समय लगता है.
हालांकि मुझे लगता है कि हम धीरे धीरे लोगों को ये समझा पाने में सफल हो रहे हैं. हमारे बायर्स में 70 फीसदी कस्टमर्स रिपीटेड हैं. मार्केट में भी डिमांड है कि रियल एस्टेट में सामानों को लेकर ऑर्गनाइज प्लेयर्स हों.