इनोवेशन के जरिए प्लास्टिक वेस्ट की समस्या को सुलझा रहे हैं ये स्टार्टअप्स
मैरिको इनोवेशन फाउंडेशन ने अपॉर्चुनिटी साइज, लो कॉस्ट ऑफ ऑपरेशन और इनोवेशन टेक्नोलॉजी के डेप्लॉयमेंट के आधार पर 15 स्टार्टअप्स को चुना है. ये स्टार्टअप प्लास्टिक वेस्ट को कम करने, मौजूदा वेस्ट के रिसाइकलिंग और मैनेजमेंट पर काम कर रहे हैं.
मैरिको इनोवेशन फाउंडेशन ने बुधवार को प्लास्टिक वेस्ट और उसके मैनेजमेंट को लेकर एक रिपोर्ट जारी की. इसमें 15 ऐसे इनोवेटर्स की भी लिस्ट जारी की गई है जो इस क्षेत्र में टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के जरिए बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं.
80 शॉर्टलिस्टेड स्टार्टअप्स/इनोवेटर्स की लिस्ट में से इन 15 को उनके अपॉर्चुनिटी साइज, लो कॉस्ट ऑफ ऑपरेशन और इनोवेशन टेक्नोलॉजी के डेप्लॉयमेंट के लेवल के हिसाब से चुना गया है.
इस लिस्ट में इश्विता रोबोटिक्स सिस्टम, ल्यूक्रो, आई बांस, रिकरॉन पैनल्स, पैडकेयर, जीरोसर्कल, सी6, कागजी, धरक्षा, अंगीरस, केके प्लास्टिक वेस्ट्स, पेपरमैन, बिनटिक्स, इन्फिनिटी बॉक्स, रिफिलेबल को जगह दी गई है.
इनमें से तीन कंपनियों LUCRO, PAPERMAN RICKRON PANELS के काम के बारे में हम आपको विस्तार से बता रहे हैं.
LUCRO
2012 में शुरू हुई यह कंपनी पोस्ट कंज्यूमर रेजिन (PCR) और समुंद्र में जाने वाले कचरे से फ्लेक्सिबल पैकेजिंग प्रोडक्ट्स बनाती है.
इसके लिए अपने ट्रेडमार्क ‘प्लास्ट-ई-साइकल’ प्रोसेस का इस्तेमाल करती है.ये प्रोसेस समुंद्र में जाने वाले कचरे को कम एनर्जी और पानी में ही वेस्ट मैनेजमेंट के लिए भेजता है. इस तरह प्लास्टिक सर्कुलर इकॉनमी यानी रिसाइकल, रियूज सर्कल के अंदर ही रहता है.
LUCRO कबाड़ी वालों से, एनजीओ और एग्रीगेटर्स से कचरा सोर्स करता है. उसके बाद कचरे को डी-इंक्ड(कलर हटाने का काम), ड्राई वॉश और डिओड्राइज किया जाता है, जिसके बाद इन रॉ मेटरियल से नए पैकेजिंग प्रोडक्ट बनाए जाते हैं.
Lucro ब्रैंड की जरूरत के हिसाब से डिजाइन और पर्सनलाइज टच देते हैं. वेस्ट मैनेजमेंट प्रोसेस के सभी पहलू जैसे- कचरा कहां से आया है, उसे किसने उठाया है, किस तरह का कचरा है और उसके लिए किस तरह के रिसाइलिंग प्रोसेस को अपनाना चाहिए वगैरह-वगैरह को ट्रैक करता है.
कंपनी का दावा है कि उसके प्रोडक्ट फॉसिल फ्यूल से बनने वाले वर्जिन प्लास्टिक के मुकाबले 4 से 7 फीसदी किफायती है. कंपनी अब तक 28,500 टन से ज्यादा पोस्ट प्लास्टिक वेस्ट कलेक्ट कर चुकी है.
रिसाइकलिंग के बाद कंपनी हाई क्वॉलिटी का फ्लेक्सिबल पैकेजिंग मटेरियल बनाती है जो ना फटते हैं साथ में टिकाऊ भी होते हैं. इसके अलावा एंटी स्लिप, हाई क्वॉलिटी ड्यूरेबल ऑटोमोटिव कवर बनाए जाते हैं, सीट स्टेयरिंग व्हील, गियर और फ्लोर पर लगाए जा सकते हैं.
Rickron Panels
2013 में शुरू हुई रिकरॉन पैनल्स हाईएंड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके लो वैल्यू वाले मल्टी लेयर्ड पैकेजिंग से प्लाईवुड मटेरियल बनाती है. कंपनी का दावा है कि इस प्लाईवुड से डिफॉरेस्टेशन कम होता है और इस तरह ये पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.
साथ ही यह बाजार में मिलने वाले आम प्लाईवुड के मुकाबले 25 से 50 फीसदी किफायती भी है. इस प्लाईवुड को कई कामों में इस्तेमाल किया जा सकता है जैसे- पेपर ब्लॉक पैलेट्स, रूफिंग शील्ड, फ्लोरिंग और भी बहुत कुछ.
इतना ही नहीं ये प्लाईवुड चूंकि रिजेनरेटेड प्लास्टिक और एल्यूनिमिनम से बने होते हैं इसलिए इनमें ना तो दीमक लगते हैं और ना ही जंग लगती है. ये साधारण प्लाई के मुकाबले टिकाऊ भी होते हैं. इसलिए इन्हें रूफिंग मटेरियल के सस्ते और एनवायरमेंट फ्रेंडली विकल्प की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है.
Paperman
पेपरमैन एक ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी-बेस्ड प्लैटफॉर्म है जो कॉन्ट्रैक्टर्स को रिसाइकलिंग यूनिट्स और अन्य एंसिलरी सर्विसेज लगाने में मदद करती है. इसके अलावा सरकारी निकायों से साथ पार्टनरशिप करके उन्हें रिसाइकलिंग कंसल्टिंग और डेटा भी देती है.
2010 में शुरू हुई पैपरमैन अब तक प्लास्टिक से जुड़े वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर कई प्रोजेक्ट्स और इनोवेशन किए हैं. इसका एक फ्लैगशिप इनोवेशन मोबाइल ऐप है जो स्क्रैप डीलर्स को घरों से जोड़ता है.
कंपनी के दिए आंकड़ों के मुताबिक यह 5000 से ज्यादा वेस्ट प्रोड्यूसिंग पॉइंट्स को 270 ट्रैश कलेक्टर से जोड़ता है. किसी ऑर्गनाइजेशन के सस्टेनेबिलिटी एफर्ट्स का क्या और कितना असर पड़ रहा है इसे ट्रैक करने के लिए भी पेपरमैन सॉफ्टवेयर सलूशन बनाती है.
कंपनी ने वेस्ट सेग्रीगेशन के लिए मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी भी बनाई है. यहां पर कचरे को अलग करके संबंधित रिसाइकलर को बेचती है. लैंडफिल से बायोमाइनिंग करके कचरा अलग करके उनके एफिशिएंट रिसाइकलिंग में मदद करती है. कंपनी ने अब तक 10 लाख किलो वेस्ट रिसाइकल किया है और 50 हजार किलो से ज्यादा कार्बन एमिशन में कटौती की है.